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कोटला टेस्ट ड्रॉ की ओरः कोच कर्स्टन भड़के

२ नवम्बर २००८

ग्राउंड पर भारत की ख़राब फ़ील्डिंग के बाद कोच गैरी कर्स्टन भड़क गए और उन्होंने कहा कि टीम ने कई मौक़े गंवा दिए. पांचवे और आख़िरी दिन रविवार को मैच लगभग ड्रॉ के लिए खेला जाएगा. दूसरी पारी में भारत के दो विकेट गिर चुके.

नहीं चले इशांत शर्मातस्वीर: AP

पहले तीन दिन में भारत के बल्लेबाज़ों ने जो कुछ कमाया, अगले दिन गेंदबाज़ों और फ़ील्डरों ने उसे गंवा दिया. दिल्ली के फ़िरोज़शाह कोटला ग्राउंड पर खेला जा रहा भारत ऑस्ट्रेलिया तीसरा टेस्ट रविवार को शायद सिर्फ़ ड्रॉ के लिए आगे बढ़ेगा. भारत की ख़राब फ़ील्डिंग पर कोच गैरी कर्स्टन नाराज़ हैं. पहली पारी में विशाल स्कोर के साथ भारत ने हार के दरवाज़े तो बंद कर दिए थे लेकिन ख़राब फ़ील्डिंग से वह जीत का द्वार भी नहीं खोल पाया.

बल्ले से फ़ेल, गेंद से खेलतस्वीर: AP

ऑस्ट्रेलिया के माइकल क्लार्क ने जब चौथे दिन बल्लेबाज़ी की शुरुआत ही की थी, तो इशांत शर्मा ने उनका कैच छोड़ दिया. इसके बाद क्लार्क को दो और जीवनदान मिला, जिसकी बदौलत उन्होंने शानदार शतक बनाया और ऑस्ट्रेलिया को 577 रनों तक पहुंचा दिया. भारत की पहली पारी से सिर्फ़ 36 रन का घाटा. इसके बाद ही तय हो गया कि मैच अब बराबरी की तरफ़ बढ़ेगा.

दूसरी पारी में बल्लेबाज़ी करने उतरी भारतीय टीम को पहला झटका तुरंत लग गया, जब 40 ओवर की गेंदबाज़ी से थके दिल्ली के वीरेन्द्र सहवाग 16 रन पर आउट हो गए. टीम इंडिया ने यहां नाइट वॉटमैन के तौर पर इशांत शर्मा को भेज कर एक और सुरक्षात्मक और ग़लत फ़ैसला किया. दिन भर की गेंदबाज़ी से थके इशांत शायद ध्यान केंद्रित नहीं कर पाए और विकेट दे दिया. इसके बाद राहुल द्रविड़ और पहली पारी के हीरो गौतम गंभीर ने बचा हुआ दिन निकाल दिया. भारत को अब कुल 79 रन की बढ़त मिल चुकी है.

कुंबले की तारीफ़तस्वीर: AP

मैच के बाद भारतीय कोच गैरी कर्स्टन ने माना कि उनकी टीम ने कई मौक़े गंवा दिए. उनका इशारा ग्राउंड पर कैच छोड़ने को लेकर था. हालांकि उन्होंने कहा कि सिर्फ़ पहला कैच ही अहम था क्योंकि बाक़ी के दो कैच तब छूटे, जब ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 500 रन पार कर चुका था और इसके बाद कुछ बदलने वाला नहीं था.

कर्स्टन ने हालांकि कप्तान कुंबले की तारीफ़ की, जिन्होंने 11 टांके लगे होने के बाद ग्राउंड पर उतरने का फ़ैसला किया और तीन विकेट चटकाए. उन्होंने अपनी गेंद पर एक बेहतरीन कैच भी लपका. कर्स्टन ने कहा कि यह एक बड़े जोखिम का काम था लेकिन हम इसमें सफल रहे. वैसे कुंबले कभी हार न मानने की अपनी कला के लिए मशहूर हैं. क़रीब छह साल पहले वेस्ट इंडीज़ के एंटीगा में जबड़ा टूटने के बाद भी वह ग्राउंड पर उतरे थे.

मिश्रा को दो विकेटतस्वीर: AP

बहरहाल, अब रविवार के दिन भारत पहले सत्र में तेज़ी से रन जुटाने की कोशिश कर सकता है और शायद 300 की बढ़त बना कर मैच जीतने के लिए जुआ खेल सकता है. लेकिन पिच जिस तरह से बल्लेबाज़ों की मदद कर रहा है, उससे किसी चमत्कार की उम्मीद नहीं की जा सकती है. दूसरी तरफ़ ऑस्ट्रेलिया के लिए ऐसे किसी स्कोर का ताबड़तोड़ पीछा करना भी मुमकिन नहीं लगता. ख़ास कर पहली पारी को देखते हुए, जब उसकी सारी विकेटें भारत के स्पिनरों ने चटकाई हैं.

भारत के लिए संतोष की सिर्फ़ दो बातें. एक तो वीरेन्द्र सहवाग ने पहली बार पारी में पांच विकेट लिए और दूसरा कोटला टेस्ट ड्रॉ होने के बाद भारत सीरीज़ को कम से कम हार नहीं सकता क्योंकि वह शृंखला में 1-0 से आगे है.

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