अमेरिका के आगाह करने के बावजूद यूरोप के कुछ देशों ने संदिग्ध आतंकवादियों को नहीं दबोचा. ब्रसेल्स हमले के आरोपियों ने भी इसी अनदेखी का फायदा उठाया.
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अमेरिका के दोस्त खासकर यूरोपीय देश अमेरिकी मदद को नजरअंदाज कर रहे हैं. अमेरिकी संघीय जांच एजेंसी एफबीआई के टेरेरिस्ट स्क्रीनिंग सेंटर के प्रमुख ने यह दावा किया है. निदेशक क्रिस्टोफर पिहोटा ने अमेरिकी न्यूज चैनल सीएनएन से बातचीत में कहा, "यह चिंता की बात है कि हमारे साझेदार हमारे पूरे डाटा का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं."
पिहोटा के मुताबिक, "हम उन्हें टूल्स देते हैं. हम उनसे सहयोग करते हैं और मुझे चिंता इस वजह से होती है कि वे हवाई सुरक्षा, समुद्री सुरक्षा, बॉर्डर स्क्रीनिंग, वीजा और यात्रा के मामले में इन साधनों का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं."
ब्रसेल्स से लाहौर तक: आतंक ही आतंक
दुनिया में बढ़ते आतंकवाद के लिहाज से 2016 बुरा साल साबित हो रहा है. आए दिन कहीं ना कहीं हमलों की खबर मिल रही है. एक नजर इस साल हुए हमलों पर.
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लाहौर, पाकिस्तान: 27 मार्च
ईस्टर के मौके पर लाहौर के एक पार्क में हुए आत्मघाती हमले में कम से कम 72 लोगों की जान गयी. इनमें बड़ी संख्या में बच्चे शामिल थे. तालिबान ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उसका निशाना ईसाई थे.
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ब्रसेल्स, बेल्जियम: 22 मार्च
हवाई अड्डे पर दो और एक घंटे बाद मेट्रो स्टेशन में हुए एक हमले में 35 लोगों की जान गयी और 340 से अधिक घायल हुए. इनमें चार हमलावर शामिल थे, जिनमें से तीन आत्मघाती थे.
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अंकारा, तुर्की: 13 मार्च
देश की राजधानी में एक व्यस्त चौराहे पर एक कार में विस्फोट हुआ जिसमें 37 लोगों की जान गयी और 127 घायल हुए. अलग देश की मांग कर रहे कुर्द विद्रोहियों ने इस हमले की जिम्मेदारी ली.
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ग्रैंड बस्सम, आइवरी कोस्ट: 13 मार्च
उत्तरी अफ्रीका में सक्रिय अल कायदा के एक गुट ने होटल एतोवाले दु सुइड पर गोलीबारी की. इसमें 18 लोग मारे गए और 33 घायल हुए. यह होटल आइवरी कोस्ट में रह रहे एक्सपैट्स में काफी लोकप्रिय है.
तस्वीर: Reuters/L. Gnago
मोगादिशु, सोमालिया: 26 फरवरी
यहां भी होटल पर हमला किया गया. पहले कार में विस्फोट हुआ और फिर बंदूकधारी होटल में घुस आए. अल शबाब के आतंकियों ने इस हमले में 15 लोगों की जान ली और दर्जनों को जख्मी किया.
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अंकारा, तुर्की: 17 फरवरी
एक महीने के अंदर दो हमलों ने अंकारा में दहशत का माहौल बना दिया. सेना की गाड़ी को निशाना बनाते हुए कुर्द विद्रोहियों ने 29 लोगों की जान ली और 60 को जख्मी किया.
तस्वीर: Reuters/Ihlas News Agency
ओगादुगू, बुर्किना फासो: 15 जनवरी
इस हमले में 23 लोगों की जान गयी और 18 घायल हुए. बुर्किना फासो की राजधानी में स्प्लेंडिड नाम के होटल पर अल कायदा के आतंकियों ने हमला बोला. बंधकों को छुड़वाने के लिए सेना को कार्रवाई करनी पड़ी.
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जकार्ता, इंडोनेशिया: 14 जनवरी
शहर में जगह जगह बम विस्फोट हुए, जिनमें आठ लोगों की जान गयी और 24 घायल हुए. इस्लामिक स्टेट ने इन हमलों की जिम्मेदारी ली. कमांडो कार्रवाई में जावा स्थित एक संदिग्ध आतंकवादी के घर पर छापा मारा गया.
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इस्तांबुल, तुर्की: 12 जनवरी
इस आत्मघाती हमले में मारे गए 13 लोगों में से अधिकतर सैलानी थे. हमलावर की पहचान सीरिया के नाबिल फादली के रूप में हुई जिसके तार इस्लामिक स्टेट से जुड़े थे.
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अमेरिका में संदिग्ध आतंकवादियों का एक केंद्रीय डाटाबेस है. वहीं यूरोपीय संघ में हर देश ने अपनी निगरानी सूची बना रखी है. पिहोटा के मुताबिक पेरिस और ब्रसेल्स में हमला करने वाले कुछ आतंकियों के बारे में अमेरिका के पास जानकारी मौजूद थी और यह सूचना यूरोपीय सहयोगियों को दी गई.
यूरोपीय देश बेल्जियम और फ्रांस इस वक्त आतंकवाद की चपेट में है. 2015 में दोनों देशों में बड़े आतंकी हमले हुए. बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स के एयरपोर्ट और मेट्रो स्टेशन को मार्च 2016 में निशाना बनाया गया. ब्रसेल्स एयरपोर्ट पर आत्मघाती धमाका करने वाला एक आतंकी इब्राहिम अल बकरावी पहले से ही अमेरिका की संदिग्ध आतंकवादी लिस्ट में था. वह नंबवर 2015 के पेरिस हमलों में भी शामिल था. ब्रसेल्स के मेट्रो स्टेशन में खुद को उड़ाने वाले बकरावी के छोटे भाई खालिद को भी पेरिस हमले के बाद एफबीआई ने संदिग्धों की सूची में डाला था. और इनसे जुड़ी सूचनाएं अमेरिका ने नीदरलैंड्स को दीं.
अल बकरावी को जून 2015 में तुर्की ने सीरियाई सीमा से गिरफ्तार किया. जुलाई में तुर्की ने उसे नीदरलैंड्स प्रत्यर्पित किया. अब आरोप लग रहे हैं कि यूरोपीय जांच एजेंसियों की ढिलाई के चलते अल बकरावी बाहर निकला.
बाबा वंगा की भविष्यवाणियां
करीब 85 फीसदी सटीक भविष्यवाणियां करने वाली बुल्गारिया की दृष्टिहीन महिला बाबा वंगा अकसर सुर्खियों में रहती हैं. देखिए भविष्य के बारे में वह क्या कह चुकी हैं.
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कौन हैं बाबा वंगा
बुल्गारिया में पैदा हुई वेंगेलिया पांडेवा दिमित्रोवा ने 12 साल तक सामान्य जिंदगी जी. कहानियों के मुताबिक इसके बाद एक रहस्यमयी तूफान में उनकी दृष्टि चली गई. कई दिनों बाद वो परिवार को मिलीं लेकिन उनकी आंखों में मिट्टी भर गई थी. लेकिन इसके बावजूद वो काफी कुछ देखती थीं और भविष्यवाणियां कर लोगों की मदद करती थीं.
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अब तक की भविष्यवाणियां
1996 में बाबा वंगा का निधन हुआ. लेकिन उससे पहले ही वो 2001 में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले और 2004 में सुनामी, अफ्रीकी अमेरिकी मूल के व्यक्ति के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने और 2010 के अरब वसंत की भविष्यवाणी कर चुकी थीं.
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2019
भारत, पाकिस्तान, इंडोनेशिया, चीन और जापान में भयंकर सूनामी आ सकता है. समुद्र की लहरें बड़े इलाके को साफ कर सकती हैं.
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2019
रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन पर किसी अंदरूनी शख्स द्वारा जानलेवा हमले की भविष्यवाणी. अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के गंभीर रूप से बीमार होने का भी संकेत दिया गया है. बाबा वंगा ने यूरोप में बड़े आर्थिक संकट की भी भविष्यवाणी की है.