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कोबानी पर अंतरराष्ट्रीय उहापोह

९ अक्टूबर २०१४

अमेरिकी हवाई हमलों के बावजूद इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों ने सीरियाई शहर कोबानी के एक तिहाई हिस्से पर कब्जा कर लिया है. अंतरराष्ट्रीय मदद की मांगों के बीच जर्मनी में कुर्दों और आईएस समर्थकों के बीच हिंसक झड़पें हुई है.

लंदन स्थित सीरियाई मानवाधिकार संगठन के प्रेक्षकों का कहना है कि आईएस के लड़ाके बुधवार को तीन हफ्ते की लड़ाई के बाद शहर के दो जिलों में घुस गए. शहर की रक्षा की कोशिश कर रहे कुर्दों का कहना है कि इस लड़ाई का अंत आम नरसंहार में हो सकता है और अगर आईएस की जीत होती है तो उन्हें तुर्की की सीमा पर एक गैरिसन मिल जाएगा. सीरिया में गृहयुद्ध पर नजर रखने वाली संस्था का कहना है कि कोबानी में गुरुवार को भी लड़ाई चल रही है और आईएस के लड़ाके आगे बढ़ रहे हैं.

सीरियन ऑबजर्वेट्री के प्रमुख रामी अब्दुलरहमान ने टेलिफोन पर कहा, "आईसिस का कोबानी के एक तिहाई हिस्से पर कब्जा है, पूरा पूर्वी हिस्सा, पूर्वोत्तर का एक हिस्सा और दक्षिण पूर्व का एक हिस्सा." गुरुवार को कुर्द बहुल शहर के पश्चिमी हिस्से से धमाके की आवाज सुनी गई और काला धुंआ कई किलोमीटर दूर तुर्की से भी देखा जा सकता था. शहर के ऊपर एक विमान के उड़ने और बीच बीच में होती गोलीबारी की आवाज भी सुनी जा रही थी. आईएस ने कोबानी के पूर्वी हिस्से पर सोमवार को ही अपना काला झंडा लहरा दिया था.

कोबानी में धमाकातस्वीर: Reuters/U. Bektas

उसके बाद से उन्हें रोकने के लिए हवाई हमलों में तेजी लाई गई है लेकिन फिलहाल उसका बहुत असर नहीं दिख रहा. वाशिंगटन में रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि सीरिया में हवाई हमले की सफलता की सीमाएं हैं. राष्ट्रपति बराक ओबामा ने जिहादियों के खिलाफ लड़ाई में संयम की अपील की है. बुधवार को सैनिक अधिकारियों से चर्चा के बाद उन्होंने कहा, "यह एक मुश्किल मिशन है." अमेरिकी सेना ने कुर्दों की इस सूचना की पुष्टि की है कि कोबानी का बड़ा हिस्सा अभी भी कुर्द टुकड़ियों के कब्जे में है.

अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ मुलाकात से पहले रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि कोबानी पर आईएस के कब्जे को रोकने के लिए हवाई हमले काफी नहीं होंगे. रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि सीरिया के गृहयुद्ध में जमीन पर आईएस का मुकाबला करने के लिए "इच्छुक, समर्थ और प्रभावी सहयोगी" की कमी है. अमेरिका आईएस का मुकाबला करने के लिए एक साल के अंदर 5,000 नरमपंथी विद्रोहियों को ट्रेनिंग देकर हथियारों से लैस करना चाहता है. इराक में अमेरिका वहां की सेना और कुर्द लड़ाकों पर भरोसा कर रहा है.

हैम्बर्ग में प्रदर्शनतस्वीर: Reuters/Fabian Bimmer

अमेरिकी सेना ने बुधवार को जॉर्डन के साथ मिलकर तुर्की की सीमा पर आईएस के ठिकानों पर 8 हवाई हमले किए. ऑस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि पहली बार उसके एफ-ए 18 प्रकार के एक लड़ाकू विमान ने भी इराक में आईएस के ठिकाने पर हमला किया. उत्तरी इराक में स्वायत्त कुर्द इलाके एरबिल के मेयर निहत लतीफ कोचा ने कोबानी के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद की मांग की है. उन्होंने तुर्की की सरकार से आईएस पर मिलकर जीत हासिल करने के लिए कुर्दों के साथ घरेलू विवाद भुलाने की अपील की.

इस बीच कोबानी के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद के लिए यूरोप के कई शहरों में कुर्दों का प्रदर्शन हुआ है. हैम्बर्ग और सेले में कुर्दों और इस्लामी कट्टरपंथियों के बीच झगड़ों में 23 से ज्यादा लोग घायल हो गए. बहुत से संदिग्ध लोगों को हिरासत में ले लिया गया. पुलिस ने विरोधी गुटों के बीच झगड़े को रोकने के लिए हैम्बर्ग में पानी की धार और सेले में लाठीचार्ज और मिर्ची पावडर का इस्तेमाल किया. पुलिस ट्रेडयूनियन के प्रमुख राइनर वेंट ने चेतावनी दी है कि जर्मनी में छाया संघर्ष का खतरा है. उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी छुरियों और डंडों से लैस थे.

इस बीच नाटो के नए महासचिव येंस स्टॉल्टेनबर्ग इस्लामिक स्टेट के खिलाफ संघर्ष पर तुर्की के नेताओं से बातचीत करने अंकारा जा रहा है. दो दिनों के दौरे पर वे राष्ट्रपति रेचेप तय्यब एरदोवान और प्रधानमंत्री अहमत दोवुतओग्लू के अलावा सैनिक नेतृत्व से भी मिलेंगे. यदि कोबानी पर कब्जे के बाद आईएस के लड़ाके तुर्की में घुसते हैं तो तुर्की नाटो से मदद मांग सकता है.

एमजे/आरआर (डीपीए, एएफपी)

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