भारतः 24 घंटे में 34 लोगों की मौत
१२ अप्रैल २०२०कोरोना कोविड-19 के कारण देश में पिछले 24 घंटे में 34 लोगों की मौत हो गई और इस दौरान 909 नए मामले सामने आए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में कोरोना के अब तक 8,356 पॉजिटिव केस हो चुके हैं और कुल मिलाकर 273 लोगों की जान जा चुकी है. राहत की बात यह है कि संक्रमितों में से 716 लोग इलाज के बाद ठीक भी हुए हैं.
महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु और राजस्थान सर्वाधिक संक्रमित मामलों वाले राज्य हैं. दिल्ली में मरीजों का आंकड़ा एक हजार के पार चला गया है. दिल्ली में 12 अप्रैल की सुबह तक संक्रमित मरीजों की संख्या 1069 पहुंच गई है. यहां पिछले 24 घंटे में 166 नए मामले सामने आए हैं और पांच की मौत हो गई है.
वहीं महाराष्ट्र में 1,761 लोग अब तक कोरोनो से संक्रमित हो चुके हैं और 24 घंटे के भीतर 187 नए केस सामने आए हैं. महाराष्ट्र में सबसे अधिक 127 लोगों की मौत हुई है. स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि अगर लॉकडाउन और कंटेनमेंट जैसे एतहतियाती कदम नहीं उठाए जाते तो 15 अप्रैल तक 8 लाख 20 हजार मामले सामने आ चुके होते. देश में 25 मार्च से 21 दिनों का लॉकडाउन लागू किया गया वहीं इससे पहले ही कंटेनमेंट प्लान तैयार कर लिया गया था.
लॉकडाउन बढ़ाने पर सहमति
शनिवार 11 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की. कोरोना वायरस से निपटने के लिए देश भर में लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ाया जा सकता है. प्रधानमंत्री मोदी के साथ अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद के दौरान अधिकांश ने इसकी मांग की और पीएम ने सहमति जताई. संभावना है कि लॉकडाउन बढ़ाने को लेकर जल्द ही दिशा-निर्देश जारी होंगे. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 30 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ाने की बात कही. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएम के साथ बैठक में शामिल हुए केजरीवाल ने कहा यह पूरे देश में होना चाहिए. उन्होंने अपने सुझाव में कहा कि अगर लॉकडाउन बढ़ाया जाता है तो यह सभी राज्यों में होना चाहिए नहीं तो इसका मकसद सफल नहीं हो पाएगा.
हालांकि केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश के पहले ही आठ राज्य तालाबंदी को 30 अप्रैल तक बढ़ा चुके हैं. इनमें राज्यों में शामिल हैं महाराष्ट्र, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, ओडिशा, पंजाब, उत्तराखंड और राजस्थान.
पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में कहा, "पहले हमारा मंत्र था जान है तो जहान है, मगर अब मंत्र हो गया है जान भी, जहान भी. जब मैंने राष्ट्र के नाम संदेश दिया था, तो शुरू में बल दिया था कि हर नागरिक की जान बचाने के लिए लॉकडाउन और सोशल डिस्टैंसिंग का पालन बहुत जरूरी है. देश के ज्यादातर लोगों ने बात को समझा और घरों में रहकर जिम्मेदारी निभाई. अब भारत के उज्ज्वल भविष्य, समृद्ध और स्वस्थ भारत के लिए जान भी जहान भी, दोनों पहलुओं पर ध्यान आवश्यक है. अब देश का हर नागरिक जान भी और जहान भी, दोनों की चिंता करते हुए अपने दायित्व निभाएगा, सरकार और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करेगा."
दूसरी ओर रेलवे ने कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के लिए 5,000 डिब्बों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील कर दिया है. स्वास्थ्य मंत्रालय से विचार के बाद इन्हें ग्रामीण इलाकों में तब्दील किया जा सकता है, ताकि ग्रामीण इलाकों में भी हर संभव मदद पहुंचाई जा सके.
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