कोरोना: भारत में 9,000 से भी ज्यादा मामलों की उछाल
चारु कार्तिकेय
४ जून २०२०
पिछले 24 घंटों में देश में 9,000 से भी ज्यादा मामले सामने आए हैं, जिसकी वजह से कुल मामलों की संख्या 2.16 लाख को भी पार कर गई है. दिल्ली में पहली बार एक दिन में 1,500 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं.
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दुनिया के कई देशों में कोविड-19 महामारी का प्रकोप सिमटता जा रहा है लेकिन भारत में ऐसा लग रहा है कि इस समय यह अपने उफान पर है. पिछले 24 घंटों में देश में 9,000 से भी ज्यादा मामले सामने आए हैं, जिसकी वजह से कुल मामलों की संख्या 2.16 लाख को भी पार कर गई है. इनमें इस समय सक्रिय मामलों की संख्या 1,06,737 है. मरने वालों की कुल संख्या 6075 हो चुकी है.
हालांकि नए मामलों की संख्या में वृद्धि जांच किए गए सैंपलों की संख्या में वृद्धि के साथ साथ ही हो रही है. यानी जैसे जैसे और ज्यादा सैंपलों की जांच हो रही है, नए मामलों में भी वृद्धि होती जा रही है. आईसीएमआर के आंकड़ों के अनुसार, जहां कुछ दिनों पहले तक रोज सिर्फ एक लाख से कुछ ज्यादा सैंपलों की जांच की जा रही थी, वहीं अब पिछले 24 घंटों में 1,39,485 सैंपलों की जांच की गई है.
राज्यों में महाराष्ट्र अभी भी सबसे ज्यादा मामलों वाला राज्य बना हुआ है और पिछले 24 घंटों में वहां कोरोना से होने वाली मौतों में अभी तक की सबसे बड़ी उछाल दर्ज की गई है. एक दिन में 122 मौतों के साथ, राज्य में कुल मौतों की संख्या 2,587 पर पहुंच गई है. तमिलनाडु दूसरे नंबर पर है और वहां भी अब प्रतिदिन 1,000 से ज्यादा संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं.
तीसरे नंबर पर दिल्ली है जहां हालात और ज्यादा चिंताजनक होते चले जा रहे हैं. दिल्ली में पहली बार एक दिन में 1,500 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं. दिल्ली सरकार ने घोषणा की है कि अब बसों, ट्रेनों या हवाई जहाज से दिल्ली आने वाले हर यात्री को सात दिनों तक घर पर क्वारंटाइन होना पड़ेगा. मीडिया में आई कुछ खबरों के अनुसार दिल्ली में कई सरकारी कर्मचारी भी संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं. यहां तक कि बताया जा रहा है कि एक महत्वपूर्ण केंद्रीय मंत्रालय के सचिव भी संक्रमित हो चुके हैं.
पूरी दुनिया में संक्रमण के कुल मामलों का आंकड़ा 65 लाख को पार कर गया है. मरने वालों की संख्या 3,84,955 हो गई है. न्यूजीलैंड में पिछले 13 दिनों से संक्रमण का एक भी नया मामला सामने नहीं आया है और वो वायरस को पूरी तरह से मिटा देने के कगार पर पहुंच गया है.
दुनिया में सिर्फ 11 देश ऐसे हैं जहां कोरोना वायरस का कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है. इनमें से ज्यादातर देश आम दिनों में भी दुनिया से कटे ही रहते हैं.
तस्वीर: DW/H. Goll
किरीबाती
मध्य प्रशांत महासागर में बसा यह देश बाकी दुनिया से सिर्फ एयर रूट और समंदर के जरिए जुड़ा है. देश की आबादी सवा लाख से जरा ज्यादा है.
तस्वीर: picture-alliance/NASA
मार्शल आइलैंड्स
मध्य प्रशांत महासागर का यह देश भी द्वीपों का समूह है. देश की आबादी करीब 60,000 है.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/U.S. Army
माइक्रोनेशिया
600 द्वीप समूहों वाला यह देश मुख्य रूप से चार द्वीपों पर बसता है. पश्चिमी प्रशांत महासागर के इस देश की जनसंख्या 1,12,000 से थोड़ा ज्यादा है.
तस्वीर: William Marhoffer
नाऊरू
ऑस्ट्रेलिया के पूर्वोत्तर में बसा नाऊरू भी द्वीपीय देश है. हवाई यातायात बंद होते ही यह देश दुनिया से कट गया. इसकी करीब 13,000 की आबादी कोरोना की चपेट में आने से बच गई.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/MSF
पलाऊ
करीब 18,000 आबादी वाले पश्चिमी प्रशांत महासागर के इस देश में भी कोरोना का कोई मामला नहीं है.
तस्वीर: picture-alliance/M. Runkel
समोआ
प्रशांत महासागर का यह द्वीपीय देश बाकी दुनिया से दूर रहने के कारण कोरोना से बच गया. समोआ की आबादी करीब दो लाख है.
तस्वीर: imago images/IP3press/V. Isore
सोलोमन आइलैंड्स
दक्षिणी प्रशांत महासागर में 600 से ज्यादा द्वीपों से मिलकर बना सोलोमन आइलैंड भी कोविड-19 महामारी से बचा हुआ है. देश की आबादी 6.52 लाख से ज्यादा है.
तस्वीर: Beni Knight
टोंगा
दक्षिणी प्रशांत महासागर में 170 द्वीपों से मिलकर बना यह देश भी कोरोना के प्रकोप से सलामत है. 1.3 लाख आबादी वाले टोंगा के कई द्वीप इंसान के रहने लायक नहीं हैं.
60 लाख की आबादी वाला तुर्कमेनिस्तान अकेला ऐसा देश है जो तीन तरफ से जमीन से घिरा हुआ है. ईरान और अफगानिस्तान जैसे पड़ोसियों के बावजूद तुर्कमेनिस्तान का दावा है कि उसके यहां कोरोना का एक भी मामला नहीं आया है.
तस्वीर: picture-alliance/Tass/V. Sharifulin
तुवालू
साढ़े 11 हजार जनसंख्या वाले प्रशांत महासागर के तुवालू में भी कोई केस सामने नहीं आया है.
तस्वीर: John Corcoran
वनुआतु
दक्षिणी प्रशांत महासागर में 2.92 लाख की आबादी वाला यह देश भी कोरोना मुक्त है.