कोरोना से जंग के पहले चरण में जर्मनी को मिली सफलता
६ मई २०२०
जर्मनी में केंद्र और राज्य सरकारों ने कुछ शर्तों के साथ लॉकडाउन में और छूट देने पर सहमति बना ली है. आने वाले दिनों में सभी दुकानें खुल सकेंगी और फुटबॉल का बुंडेसलीगा मुकाबला भी होगा लेकिन बिना दर्शकों वाले स्टेडियम में.
विज्ञापन
जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने कहा है कि महामारी का पहला चरण अब बीत चुका है लेकिन आगे अभी लंबी राह बाकी है. मैर्केल ने राज्यों के नेताओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस पर चली बैठक के बाद नई घोषणाएं करते हुए कहा, "अब हम उस जगह पर हैं जहां हमने संक्रमण को धीमा करने का अपना लक्ष्य हासिल कर लिया है. हम अपने हेल्थ सिस्टम को सुरक्षित रखने में भी सफल रहे हैं तभी और छूट देने के बारे में चर्चा करना और सहमत होना संभव हुआ है."
केंद्र और राज्य सरकारें इस पर सहमत हैं कि तमाम छूट के साथ सार्वजनिक जीवन में सोशल डिस्टेंसिंग को 5 जून तक बरकरार रखा जाए. अब दो अलग अलग परिवारों के लोगों को सार्वजनिक रूप से मिलने की अनुमति होगी, लेकिन नाक और मुंह को ढक कर. घर से बाहर निकलने पर लोगों को आपस में 1.5 मीटर की दूरी अब भी बरकरार रखनी होगी. सार्वजनिक परिवहन में मास्क लगा कर रखना भी अनिवार्य रहेगा.
खुलेंगी छोटी बड़ी दुकानें
देश में हर तरह की छोटी बड़ी दुकानें फिर से खुल सकेंगी. वहां भी सोशल डिस्टेंसिंग और साफ सफाई का ख्याल रखना होगा. रेस्तरां को कब और कैसे खोलना है इसका फैसला जर्मन राज्य खुद लेंगे. हर हाल में राज्यों को यह सुनिश्चित करना होगा कि संक्रमण के नए मामले सामने आने पर वे जल्दी से जल्दी उस पर प्रतिक्रिया दे सकेंगे.
बुंडेसलीगा के फुटबॉल मैच मई के मध्य से ही शुरु करने का फैसला लिया गया है. मैच के दौरान स्टेडियम में खेल प्रेमी मौजूद नहीं रहेंगे लेकिन घर बैठे टीवी पर लोग इसका आनंद ले पाएंगे. इसी तरह सभी गैरपेशेवर लीग के खेलों और बच्चों के बाहर खेलने पर से भी रोक हट जाएगी. यूनिवर्सिटी अभी बंद रहेंगी लेकिन स्कूल के सभी बच्चे बारी बारी करके चरणों में स्कूल जा सकेंगे. केवल बड़े पैमाने पर भीड़भाड़ वाला कोई त्योहार मनाने या कंसर्ट करने पर लगी रोक अगस्त के अंत तक बरकरार रहेगी.
संक्रमण के हर दिन हजार मामले
इसी के साथ कोविड-19 महामारी से निपटने की जो कोशिशें जर्मनी में राष्ट्रीय स्तर पर चल रही थीं, उनमें बदलाव आ गया है. जमीनी हकीकत यह थी कि देश के 16 राज्यों में से कई चांसलर के साथ इस फैसले पर पहुंचने से पहले से ही बीते हफ्तों में अपने अपने स्तर पर तमाम छूटें देने लगे थे. जर्मनी में केंद्र और राज्य की शक्तियों के बीच साफ विभाजन होने के कारण ऐसा संभव हो पाया था लेकिन इस अभूतपूर्व संकट की घड़ी में इन्हें आजमाने को लेकर देश में बहस चल रही थी.
हाल के दिनों में जर्मनी में रोजाना नए संक्रमणों की तादाद औसतन 1,000 के आसपास बनी हुई है. कुल मिलाकर कोरोना वायरस से जर्मनी में अब तक करीब 165,000 संक्रमण के मामले और लगभग 7,000 मौतें दर्ज हुई हैं. मार्च से मध्य से लगे प्रतिबंधों में छूट देने की शुरुआत 20 अप्रैल से ही हो गई थी और अब पाबंदियों में छूट की नई लहर का भी एलान हो गया है.
कोरोना महामारी के कारण लंबी तालाबंदी के बाद दुनियाभर के कई देश धीरे-धीरे पाबंदियों में ढील दे रहे हैं. कई देशों में लंबी तालाबंदी के बाद जिंदगी सामान्य हो रही है. कई देशों में लॉकडाउन खत्म होने से लोग काम पर लौट रहे हैं.
तस्वीर: DW/R. Sharma
इटली
9 हफ्ते बाद लोगों को तालाबंदी में थोड़ी ढील मिली है. देश के नागरिकों को बाहर घूमने और रिश्तेदारों के यहां जाने की इजाजत है. 40 लाख लोग निर्माण कार्य और फैक्ट्रियां में काम पर लौट गए हैं. हालांकि आइसक्रीम पार्लर और बार अभी खोलने की इजाजत नहीं है. लोगों के लिए मास्क का इस्तेमाल अनिवार्य है.
तस्वीर: Reuters/R. Casilli
जर्मनी
जर्मनी भी हालात सामान्य करने में जुट गया है. देश के कुछ स्कूल और व्यापारिक केंद्र 4 मई से खुल गए हैं. नाई की दुकानें करीब दो महीने बाद खुल गई हैं. सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सख्त पाबंदी लगाई थी. रविवार को लोग नदी किनारे टहलते नजर आए.
तस्वीर: DW/R. Sharma
स्पेन
स्पेन ने भी लॉकडाउन में ढील दे दी है. यहां सोमवार 4 मई से पब्लिक ट्रांसपोर्ट में फेस मास्क अनिवार्य कर दिया गया है. 48 दिनों के लॉकडाउन के बाद शनिवार को लोग घरों से बाहर निकले और कसरत की. स्पेन के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 18 मार्च के बाद पहली बार देश में कोविड-19 से सबसे कम मौत हुई है.
तस्वीर: Reuters/J. Medina
हंगरी
स्लोवेनिया, पोलैंड और हंगरी में सार्वजनिक स्थलों और व्यवसायों को आंशिक रूप से दोबारा खोलने की इजाजत दी गई है. हंगरी में सोशल डिस्टेंसिंग और फेस मास्क अनिवार्य है. लेकिन कई पाबंदियां 4 मई से हटा ली गई हैं.
तस्वीर: Getty Images/AFP/A. Kisbenedek
भारत
भारत में लॉकडाउन का तीसरा चरण 4 मई से लागू हो गया है. सरकार ने कुछ गतिविधियों को शुरू करने की इजाजत दी है और कुछ गतिविधियां अब भी बंद हैं. देश की राजधानी दिल्ली में सरकारी और निजी दफ्तर खुल गए हैं. निजी दफ्तरों में 33 फीसदी अधिकतम कर्मचारी होंगे.
तस्वीर: Deepalaya
ईरान
ईरान के राष्ट्रपति हसन रोहानी ने बीते दिनों ऐलान कर दिया था कि 4 मई से देश के बड़े हिस्सों में मस्जिदें दोबारा खोल दी जाएंगी. ईरान में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है.
तस्वीर: IBNA
मलेशिया
मलेशिया में कई व्यापारिक केंद्र खुल गए हैं. मलेशिया सरकार ने कोरोना वायरस के कारण प्रभावित अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कुछ बिजनेस केंद्रों का खोलने का फैसला किया है. हालांकि इस कदम के बाद से सार्वजनिक रुख बंट गया है. लोगों का कहना है कि इस तरह से बिजनेस केंद्र खोलने से वायरस तेजी से फैल सकता है.
तस्वीर: Reuters/Lim Huey Teng
वियतनाम
वियतनाम में 4 मई को छात्र तीन महीने बाद स्कूल लौटे. स्कूल आने पर उनके शरीर का तापमान मापा गया और फिर उसके बाद उन्हें स्कूल में दाखिल होने दिया गया. एक छात्र ने कहा, "मुझे बहुत खुशी हो रही है. घर पर रहना बहुत उबाऊ है."
तस्वीर: picture-alliance/dpa/H. Dinh
दक्षिण कोरिया
दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में भी लोग घरों से बाहर निकले और बाजार और रेस्तरां में जाकर मन पसंद काम किया. हालांकि लोग एहतियात बरतने के लिए मास्क पहनना और अन्य जरूरी सावधानी बरत रहे हैं.