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कोरोना: भारत को मिली अंतरराष्ट्रीय मदद

२८ अप्रैल २०२१

भारत में कोरोना की खतरनाक लहर के बीच अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया से वेंटिलेटर, ऑक्सीजन उपकरण आने शुरू हो गए हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि वो 4,000 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर भिजवाने की कोशिश कर रहा है.

Indien Noida | Coronavirus | Krematorium
तस्वीर: Sunil Ghosh/Hindustan Times/imago images

मंगलवार 27 अप्रैल को ब्रिटेन से 100 वेंटिलेटर और 95 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर नई दिल्ली पहुंच गए, हालांकि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के एक प्रवक्ता ने कहा कि उनके देश में भारत को देने के लिए वैक्सीन की अतिरिक्त खुराक मौजूद नहीं है. विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने जानकारी दी है कि इसी सप्ताह फ्रांस आठ बड़े बड़े ऑक्सीजन बनाने के संयंत्र भारत भेजेगा. इसके अलावा आयरलैंड, जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया भी वेंटिलेटर और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भारत भेज रहे हैं.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी भारत के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि वो उम्मीद कर रहे हैं कि उनकी सरकार जल्द ही भारत में टीके भेजेगी. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि वो भी 4,000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भारत भेजने की कोशिश कर रहा है. भारत इस समय वैक्सीन की कमी से भी जूझ रहा है, जिसे देखते हुए अमेरिका की दो दवा कंपनियों ने भी मदद के पेशकश की है.

गिलियैड साइंसेज ने कहा है कि वो अपनी एंटीवायरल दवा रेमडेसिविर की कम से कम 4,50,000 शीशियां भारत भेजेगी. कोविड-19 की प्रयोगात्मक दवा मोल्नुपिरावीर बनाने वाली कंपनी मर्क एंड को ने कहा कि वो अपनी दवा के उत्पादन और आपूर्ति के विस्तार के लिए जेनेरिक दवाएं बनाने वाली पांच भारतीय कंपनियों के साथ साझेदारी कर रही है. भारत ऐस्ट्राजेनेका की वैक्सीन की खुराक हासिल करने के लिए अमेरिकी सरकार से भी बातचीत कर रहा है.

ब्रिटेन से आवश्यक मेडिकल सामान लुफ्थांसा के इस विमान से दिल्ली पहुंचाया गया.तस्वीर: ANI/REUTERS TV

अमेरिका ने कहा है कि वो टीके की छह करोड़ खुराक दूसरे देशों को देगा. बातचीत में शामिल एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आश्वासन दिया गया है कि भारत को प्राथमिकता दी जाएगी. बाइडेन ने बताया कि उन्होंने खुद मोदी से बात की है और कहा है कि टीके भारत पहुंचाने का उनका पक्का इरादा है. इस बीच भारत में संक्रमण की ताजा लहर थमने का नाम ही नहीं ले रही है.

पिछले 24 घंटों में देश में 3.6 लाख से भी ज्यादा नए मामले सामने आए हैं और 3,293 लोगों की मौत हो गई है. हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि असली तस्वीर इससे भी ज्यादा खराब है क्योंकि देश में अभी भी पर्याप्त संख्या में जांच नहीं की जा रही है. अमेरिका के गृह मंत्रालय में वैश्विक कोविड-19 प्रतिक्रिया कार्यक्रम के संयोजक गेल स्मिथ ने कहा, "हम सबको यह समझने की जरूरत है कि हमें अभी भी तस्वीर का सिर्फ सामने का हिस्सा दिख रहा है. अभी स्थिति चरम पर पहुंची नहीं है."

सीक/एए (रॉयटर्स)

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