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क्या पहाड़ी गुफा में बचा कर रखी जा सकती है बिजली

२६ जनवरी २०१८

बिजली बनाने के कई तरीके हैं. कोयले से बिजली बनती है, हवा से, सूरज की गर्मी से. हम ढेर सारी बिजली बना तो लें लेकिन बना कर उसे स्टोर कहां करें? क्या पहाड़ों की गुफाओं में बिजली को जमा किया जा सकता है?

Weltkulturerbe Dolomiten Italien
तस्वीर: Fotolia/Leonid Tit

स्विट्जरलैंड के दक्षिण में स्थित टेसिन के दो रिसर्चरों ने बिजली जमा करने की नई तकनीक निकाली है. एक बंद पड़ी सुरंग में इन रिसर्चरों ने एक कंप्रेस्ड एयर स्टोरेज बनाया है. पहाड़ों की गहराई में यहां ऊर्जा को हवा के रूप में कंप्रेस कर जमा किया जा सकता है. रिसर्चर गिव जंगानेह बताते हैं, "हमने जो आइडिया डेवलप किया है उसमें एक प्रेसर केव (दबाव वाली गुफा) की जरूरत पड़ती है और वह जरूरत यहां पूरी हुई. यह बहुत ही अच्छा समाधान था कि पहाड़ को प्रेसर केव के रूप में इस्तेमाल किया जाए और यहां सारी ऊर्जा जमा की जाए."

ये तकनीक इस तरह काम करता है कि गुफा के अंदर एक खाली कमरे में हवा को अतिरिक्त बिजली की मदद से कंप्रेस किया जाता है. जरूरत पड़ने पर कंप्रेस की हुई हवा को बाहर छोड़ने पर वह इलेक्ट्रिक जेनरेटर को चला सकती है और बिजली पैदा कर सकती है. दुनिया में बिजली बनाने के तो कई साधन हैं लेकिन उन्हें जमा रखने की तकनीक खोजी जा रही है. पवन बिजली हवा चलने पर ही काम करती है और सौर बिजली धूप रहने पर. अब तक पंप स्टोरेज प्लांट बिजली के उत्पादन में उतार चढ़ाव की भरपाई करती रही है. लेकिन कंप्रेस्ड एयर स्टोरेज के अपने फायदे हैं.

गिव जंगानेह बताते हैं, "हमारी तकनीक पंप स्टोरेज प्लांट की तुलना में 20 से 30 फीसदी सस्ती है. इसके अलावा हमें बड़े बांध और बड़े जलाशय बनाने की भी जरूरत नहीं है जो प्रकृति के साथ छेड़छाड़ करता है. ये पूरे का पूरा स्टोरेज पहाड़ के अंदर बना है. इसका फायदा न सिर्फ आर्थिक तौर पर है बल्कि पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से भी. "

कंप्रेस्ड एयर प्लांट बनाने से इलाके के लैंडस्केप में कोई बदलाव नहीं दिखता. पहाड़ के अंदर होने वाला बदलाव भी ज्यादा नहीं होता. गिव जंगानेह के मुताबिक, "यहां पांच मीटर मोटा कंक्रीट का गेट है जो गुफा में जमा हवा के दबाव को नियंत्रण में रखता है. पहाड़ एयरटाइट है. पहाड़ में पानी का निरंतर प्रवाह रहता है जिससे अंदर की हवा बाहर नहीं निकलती."

संयंत्र में एक हीट स्टोरेज टैंक भी है. यह इस प्रोजेक्ट का असली आविष्कार है जो इस प्रोजेक्ट के असर को 50 से 70 प्रतिशत बढ़ा देता है. साइकिल में हवा भरने वाले पंप की तरह हवा को कंप्रेस करने के दौरान गर्मी पैदा होती है जिसे ये हीट स्टोरेज टैंक जमा कर लेता है. जब हवा को जेनरेटर के जरिए छोड़ा जाता है तो तापमान गिर जाता है. उस समय हीट स्टोरेज टैंक की गर्मी जेनरेटर को ठंडा होने से बचाती है.

पूरे संयंत्र का इस बीच परीक्षण हो चुका है. शोध करने वालों का कहना है कि वह काम करता है. रिसर्चर आंद्रेयास हासेलबाखर बताते हैं, "हमने हीट स्टोरेज टैंक को अच्छी तरह टेस्ट किया है, साथ ही गुफा के आइसोलेशन और पूरे संयंत्र के काम करने की प्रक्रिया को भी. इससे हमें भरोसा हुआ है कि यह तकनीकी रूप से संभव है." अब अगला कदम है एक सैंपल संयंत्र का निर्माण, जो इस आइडिया के व्यावसायिक फायदे को भी दिखा सके. यूरोप में बिजली की कीमत बढ़ने पर ये मॉडल फायदेमंद हो सकता है.

रिपोर्टः फ्रित्ज मूरी

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