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क्या मुझे फेसबुक से प्यार है

७ अगस्त २०१४

क्या फेसबुक बोरिंग लगने लगा है. क्या आप फेसबुक और अपने रिश्ते को खत्म करना चाहते हैं? विशेषज्ञ कहते हैं कि फेसबुक के साथ करीबी रिश्ता होना एक गंभीर मामला है. एक सोशल मीडिया एक्सपर्ट अपनी कहानी बताती हैं.

Love Facebook
तस्वीर: DW/A. Islam

मुझे फेसबुक इस्तेमाल करने में बड़ा मजा आता था लेकिन करीब एक साल पहले मैंने लॉगिन करते वक्त लगा कि मैं ऐसा सिर्फ आदत से मजबूर हो कर कर रही हूं. मेरे और फेसबुक के बीच प्यार खत्म हो चुका था. लेकिन मैं लगी रही. पहले फेसबुक में फॉर्मैट बदले और मुझे लगा कि मैंने तय कर लिया है कि फेसबुक में मैं क्या और कितना पोस्ट करूंगी. फेसबुक के साथ मेरा प्यार का रिश्ता. यह काफी कुछ मेरे रोमांटिक संबंधों जैसा है. क्या मुझे वाकई फेसबुक से प्यार हो गया है?

फेसबुक और मेरा रिश्ता

सूसन किलियम ब्रिटेन में मनोवैज्ञानिक हैं. वह कहती हैं, "फेसबुक से आपको प्यार हो सकता है." रिश्तों की भी एक प्रक्रिया होती है. पहले स्तर पर आपका लगाव शारीरिक और भावनाओं से जुड़ा होता है और आप एक दूसरे के साथ वक्त बिताना पसंद करते हैं. मस्तिष्क में ऑक्सिटेसिन जैसे हॉरमोन की मात्रा अधिक हो जाती है. सोशल नेटवर्क का हिस्सा बनना कुछ कुछ ऐसा ही होता है. किलियम कहती हैं कि लोगों की तरह ही फेसबुक के साथ रिश्ता भी एक असली रिश्ते जैसा लग सकता है.

और सोशल नेटवर्क्स का आपको नशा भी हो सकता है, प्यार या सेक्स के नशे की तरह या फिर ड्रग्स के नशे की तरह. लेकिन कुछ समय बाद आप आम जिंदगी में लोटते हैं. आपकी भावनाएं सामान्य हो जाती हैं और आप अपने प्यार के पात्र में खामियां देखने लगते हैं. इस स्तर पर आने के बाद आपके पास दो विकल्प हैं. आप या तो संतुष्ट होकर एक अच्छे रिश्ते में शामिल हो सकते हैं या फिर आपको लग सकता है कि आप अपना वक्त जाया कर रहे हैं.

तो फिर क्या करें

तस्वीर: Hoang Dinh Nam/AFP/Getty Images

सोशल नेटवर्क में भी ऐसा ही होता है. अगर आपके फेसबुक फ्रेंड्स आपको अनदेखा कर रहे हैं, तो आपको बुरा लग सकता है. अगर वह आपको चिढ़ाने लगते हैं या फिर फेसबुक अपनी प्राइवेसी सेटिंग बदलता है तो आपको अजीब लगने लगता है. हर रिश्ते की तरह आपके सामने एक सवाल है- क्या आप इस रिश्ते में रहना चाहते हैं.

ज्यूरिख के ईटीएच तकनीकी संस्थान में पावलिन मावरोडीव कहते हैं कि फेसबुक जैसे नेटवर्क में अगर यूजर को फायदा दिखे तो वह रह जाता है, नहीं तो वह इसे छोड़ देता है. मावरोडीव कहते हैं कि कुछ सोशल नेटवर्क्स एक बुरे रिश्ते की तरह भी हो सकते हैं. कई बार अगर एक दोस्त फेसबुक पर कम पोस्ट करने लगता है तो उसके साथ के कुछ लोग भी फेसबुक पर कम आने लगते हैं. धीरे धीरे और लोग फेसबुक या किसी सोशल नेटवर्क से निकलने लगते हैं.

मेरे और फेसबुक के रिश्ते के बारे में पता नहीं. मुझे लगता है कि मैं एक स्थिर लेकिन बोरिंग शादी में फंस गई हूं. लेकिन मेरे दोस्त लगातार फेसबुक छोड़ रहे हैं और हो सकता है मैं भी फेसबुक से निकलने लगूं.

रिपोर्टः सोनिया अंगेलिका डीन/एमजी

संपादनः ए जमाल

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