ऑस्ट्रेलिया में एक व्यक्ति ने आत्महत्या के पहले अपनी वसीयत मोबाइल के ड्राफ्ट मैसेज में लिख छोड़ी. पत्नी और बेटे की जगह भाई और भतीजे के नाम संपत्ति करने से इस वसीयत पर विवाद हो गया था.
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अक्टूबर 2016 में आत्महत्या से पहले 55 वर्षीय व्यक्ति ने एक मैसेज लिख कर ड्राफ्ट में छोड़ा. बिना किसी को भेजे गए इस मैसेज में उस व्यक्ति ने लिखा कि उसका घर और पेंशन उसकी पत्नी या बेटे के बजाये उसके भाई और भतीजे के नाम हो.
इस मामले में फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने कहा कि मैसेज का अनौपचारिक तरीका मृतक के वसीयतनामे के इरादों का प्रतिनिधित्व करने के लिए पर्याप्त है.
कोर्ट ने पाया कि इससे पहले भी एक अन्य मामले में एक डीवीडी को वसीयत के तौर पर पर्याप्त सबूत माना गया था. इसमें डीवीडी पर लिखा हुआ था "मेरी वसीयत".
मोबाइल के मैसेज में लिखी गयी वसीयत में व्यक्ति के भाई और भतीजे को संबोधित किया गया था. इसमें लिखा गया था कि उसके पास जो सब कुछ है, घर और पेंशन उसे वे लोग रखें और उसकी राख को बगीचे में दफना दें.
मैसेज में उसकी पत्नी के लिए लिखा गया था कि वह अपना सामान ले लेगी. साथ ही यह भी की घर की टीवी के पीछे कुछ पैसे रखे हैं और कुछ पैसे बैंक में जमा हैं. वसीयत के आखिरी में लिखा गया था "मेरी वसीयत", जिसके बाद एक स्माइली थी.
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मृतक की पत्नी और पहली शादी से हुए बेटे ने अनऔपचारिक तरीके से लिखी गयी इस वसीयत को कोर्ट में चुनौती दी थी. महिला ने दलील दी थी कि क्योंकि यह मैसेज किसी को भेजा नहीं गया था इसलिए यह नहीं माना जा सकता कि मृतक ने पूरी तरह से इस बारे में सोच ही लिया था और इसे कानूनी वसीयत के रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता.
कोर्ट ने महिला की दलील खारिज करते हुए पाया कि व्यक्ति के मैसेज में लिखे हुए शब्द यह दिखाते हैं कि वह अपने उन शब्दों को अपनी वसीयत के तौर पर दर्शाना चाहता है.
कोर्ट ने पाया कि मृतक का कोई "असली रिश्ता नहीं था". उसके बेटे और पत्नी दोनों के बीच बहुत खराब रिश्ते थे. हालांकि, मृतक ने अपनी पत्नी के नाम कोई संदेश नहीं छोड़ा लेकिन कोर्ट का कहना है कि पत्नी और बेटा परिवार के कानून के तहत संपत्ति के हिस्से पर दावा कर सकते हैं.
एसएस/एनआर (एएफपी)
बच्चों के लिए करोड़ों की विरासत न छोड़ने वाले लोग
मां बाप, बच्चों के लिए ही तो कमाते हैं. भारत में यह कहावत आम है. लेकिन दुनिया में कुछ ऐसे लोग भी हैं जो मृत्यु के बाद अपनी दौलत दूसरों के बच्चों के साथ बांटना चाहते हैं.
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जैकी चैन
हॉलीवुड के मशहूर एक्टर जैकी चेन अपनी 14 करोड़ डॉलर की संपत्ति इंसानियत के साथ बांटना चाहते हैं. इसमें से उनके बेटे को कुछ नहीं मिलेगा. चैन कहते हैं, "उसे अपना पैसा खुद कमाना होगा." यूनिसेफ के एम्बेसडर चैन गरीब बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ साथ वन्य जीव संरक्षण में खूब पैसा खर्च करते हैं.
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स्टिंग
66 साल के संगीतकार स्टिंग के छह बच्चे हैं. 30 करोड़ डॉलर की संपत्ति वाले स्टिंग बच्चों से कह चुके हैं कि ईमानदारी से मेहनत करो और अपनी जिंदगी खुद बनाओ.
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एल्टन जॉन
मशहूर म्यूजिशियन ने बीते साल एक अखबार से कहा कि अगर वह सारी संपत्ति दो बेटों के नाम कर देंगे तो बच्चों की जिंदगी खराब हो जाएगी. जॉन के मुताबिक बच्चों को खुद अपने पैरों पर खड़ा होना चाहिए.
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जीन सिम्पसन
मशहूर बैंड किस का मुख्य चेहरा माने जाने वाले जीन सिम्पसन की कुल संपत्ति 30 करोड़ डॉलर आंकी जाती है. सिम्पसन कहते हैं, "उन्हें पर्याप्त पैसा मिलेगा, लेकिन वो विरासत के पैसे से अमीर नहीं होंगे, उन्हें जल्दी उठना होगा. खुद कमाना होगा और अपना रास्ता खोजना होगा."
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जॉर्ज लुकस
अमेरिकी फिल्म निर्माता और उद्यमी जॉर्ज लुकस की संपत्ति 4.9 अरब डॉलर है. 2012 में डिज्नी को पूरा स्टार वॉर्स प्रोजेक्ट बेचने वाले लुकस के चार बच्चे हैं. डील से हुआ मुनाफा वह अगली पीढ़ी की शिक्षा के लिए दान कर चुके हैं. अपनी आधी विरासत दान करने का एलान तो वह 2010 में ही कर चुके थे.
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बिल और मेलिंडा गेट्स
78.6 अरब डॉलर की संपत्ति. दुनिया के सबसे अमीर शख्स बिल गेट्स कह चुके हैं कि वह अपनी संपत्ति इंसानियत को दान करेंगे. इसके लिए उन्होंने बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन भी बनाई.
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वॉरेन बफेट
अमेरिका के अमीरों को दान के लिए प्रेरित करने में वॉरेन बफेट की बड़ी भूमिका है. 65.1 अरब डॉलर के संपत्ति वाले बफेट अपनी 99 फीसदी संपत्ति दान करने का एलान कर चुके हैं.