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नर्वस नाइंटीज का विज्ञान

१६ फ़रवरी २०१५

कितनी ही बार क्रिकेट के मुकाबले में आपने बैट्समैन को शतक के करीब पहुंचते ही विकेट गंवाते देखा होगा. विज्ञान कहता है कि जब सेंचुरी सामने हो तो कई खिलाड़ियों को "नर्वस नाइंटीज" का रोग लग जाता है.

Cricket World Cup Spiel zwischen Indien und Pakistan
तस्वीर: William West/AFP/Getty Images

आपका पसंदीदा क्रिकेटर क्रीज पर है और शानदार खेल दिखाते हुए अब शतक की ओर बढ़ रहा है. 90 का स्कोर पार करने पर आप सेंचुरी का जश्न मनाने के लिए तैयार होने लगते हैं कि तभी खिलाड़ी आउट. खिलाड़ी, उसकी टीम और खेल में दिलचस्पी रखने वाले सभी लोगों को निराशा तो होती ही है लेकिन वैज्ञानिक जानना जाहते हैं कि आखिर ऐसा होना इतना आम क्यों है. रिसर्चरों की मानें तो इसके पीछे वैज्ञानिक कारण हैं.

ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन में स्थित क्वीन्सलैंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के रिसर्चरों ने पाया है कि ऐसी परिस्थिति में क्रिकेटर "नर्वस नाइंटीज" के शिकार हो जाते हैं. जब भी आशंकाओं और सावधानी का मिलाजुला भाव इन्हें घेरता है, तो नर्वस नाइंटीज इनिंग्स में अपना असर दिखाने लगता है.

1971 से 2014 के बीच हुए एकदिवसीय क्रिकेट मैचों का विस्तृत विश्लेषण किया गया. रिसर्चरों ने पाया कि जब भी बैट्समैन किसी बड़े स्कोर के करीब पहुंचता है, तो वह उस निकटतम मैजिक नंबर तक पहुंचने तक अपनी स्ट्राइक रेट कम कर देता है. चाहे वह हाफ सेंचुरी हो या सेंचुरी, एक बार उस मैजिक नंबर तक पहुंच जाने के बाद बैट्समैन की स्ट्राइक रेट करीब 45 फीसदी बढ़ जाती है. इसके अलावा विश्लेषण में यह भी पता चला कि वह बड़ा स्कोर बनाने के बाद खिलाड़ियों के डिसमिसल रेट भी करीब दोगुने हो जाते हैं.

सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड में छपी इस स्टडी के बारे में बताते हुए क्वीन्सलैंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी की एक शाखा स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर लियोनेल पेज बताते हैं, "जाहिर है कि सभी खिलाड़ियों का एक ही साझा लक्ष्य होता है, वे है मैच जीतना. लेकिन बैट्समैन के नाम कई निजी उपलब्धियां भी होती हैं जिनका टीम पर काफी सामित प्रभाव पड़ता है." पेज बताते हैं कि टीम के लिए बैट्समैन के 99 से 100 तक जाने के बीच केवल एक रन का फासला होता है, जबकि खिलाड़ी के लिए वह बहुत बड़ी बात होती है. इसके पीछे का मनोवैज्ञानिक पहलू बेहद दिलचस्प है. 100 के पास पहुंचने की उम्मीद से बैट्समैन तनाव में आ जाते हैं. पेज कहते हैं, "शायद ये नर्वस नाइंटीज ही हैं, जिनके कारण बैट्समैन 100 के करीब पहुंचने पर तनावग्रस्त हो जाता है और जोखिम उठाना कम कर देता है."

आरआर/आईबी (एएफपी)

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