क्रिकेट में लौटा भारत-पाक तूफान
२५ दिसम्बर २०१२पांच साल बाद हो रही पहली भारत-पाकिस्तान सीरीज के लिए नई दिल्ली ने 3,000 पाकिस्तानी क्रिकेट प्रेमियों को वीजा दिया है. इनमें से कई बैंगलोर पहुंच चुके हैं. सीरीज की वजह से भारत और पाकिस्तान के क्रिकेट प्रेमियों में रोमांच भर गया है. दोनों के बीच दो टी20 और तीन वनडे खेले जाने हैं.
मंगलवार को मैच भारतीय समय के मुताबिक शाम सात बजे से शुरू होगा. संभावित टीमें इस प्रकार हैं;
भारत: महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), गौतम गंभीर, आजिंक्य रहाणे, युवराज सिंह, रोहित शर्मा, सुरेश रैना, विराट कोहली, रवींद्र जडेजा, आर अश्विन, अशोक डिंडा, ईशांत शर्मा, भुवनेश्वर कुमार, परविंदर अवाना, पीयूष चावला, अंबाति रायडू.
पाकिस्तान: मोहम्मद हाफिज (कप्तान), नासिर जमशेद, शोएब मलिक, कामरान अकमल, उमर अकमल, उमर गुल, सईद अजमल, सोहेल तनवीर, उमर अमीन, जुल्फिकार बाबर, असद अली, शाहिद अफरीदी, जुनैद खान, मोहम्मद इरफान.
2008 के मुंबई हमलों की वजह से दोनों देशों के संबंध बहुत खराब हो गए थे. 26/11 के हमले के विरोध में भारत ने पाकिस्तान से क्रिकेट संबंध भी तोड़ लिये थे. हालांकि इस बीच विश्व कप और एशिया कप जैसे टूर्नामेंटों में दोनों टीमें एक दूसरे के खिलाफ खेलीं थी.
25 दिसंबर को क्रिसमस के त्योहार के दिन पहले मैच की मेजबानी कर रहा बैंगलोर का चिन्नास्वामी स्टेडियम किसी छावनी की तरह लग रहा है. सोमवार को स्टेडियम की गहन तलाशी ली गई. बम निरोधी दस्ते और खोजी कुत्तों की मदद से पुलिस ने चप्पा चप्पा छाना. इस बीच कट्टरपंथी संगठनों विश्व हिंदू परिषद और शिवसेना ने स्टेडियम के बाहर प्रदर्शन की धमकी दी है. दोनों का कहना है कि बैंगलोर स्टेडियम के बाहर पहला प्रदर्शन मंगलवार को होगा.
वहीं बैंगलोर के पुलिस कमिश्नर ज्योतिप्रकाश मिर्जी ने हंगामा करने वालों को चेतावनी दी है, "दोनों देशों की सरकारें द्विपक्षीय सीरीज करवाने के लिए तैयार हुई हैं, ऐसे में किसी भी संगठन को मैच में बाधा डालने की इजाजत नहीं दी जाएगी." मैच के दौरान बम निरोधी दस्ते के 100 जवानों समेत 5,000 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे.
शिवसेना सीरीज को लेकर भारत सरकार की आलोचना कर रही है. पार्टी ने इसे 'राष्ट्रीय शर्म' और 'पैसे के लिए देश के साथ धोखेबाजी' करार दिया है. प्रशासन विरोधियों को गंभीरता से ले रहा है. 1999 में शिवसेना ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच से पहले दिल्ली के फिरोज शाह कोटला मैदान की पिच खोद दी थी, हालांकि इसके बावजूद टेस्ट मैच वहीं हुआ.
हालांकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय सीरीज का पूरा मजा नहीं उठा सकेगा. बीसीसीआई के नियमों की वजह से अंतरराष्ट्रीय न्यूज एजेंसियों ने सीरीज का बहिष्कार कर दिया है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड न्यूज एजेंसियों के पत्रकारों को मैच की तस्वीरें खींचने की अनुमति नहीं दे रहा है. लालच के लिए बदनाम बीसीसीआई का कहना है कि एजेंसियों को फोटो वही मुहैया कराएगा. इंग्लैंड के खिलाफ हुई सीरीज में भी ऐसा ही किया गया. तब भी एजेंसियों ने ऐसा ही कदम उठाया था, जैसा अब उठाया है. इस विवाद की वजह दुनिया भर के अखबारों में मैच की खबरें और तस्वीरें नहीं छपेंगी.
ओएसजे/ (एएफपी, पीटीआई)