क्रिस गेल विद्रोही और गलतियां न सुधारने वाले शख्स
४ जुलाई २०११
वेस्ट इंडीज क्रिकेट बोर्ड की क्षेत्रीय समिति के अधिकारियों ने रविवार को कहा कि बोर्ड के साथ चल रहे विवाद को सुलझाने में क्रिस गेल के गैर पेशेवर रवैये ने उन्हें काफी निराश किया है. पिछले शुक्रवार को गेल ने एक लंबा और भावुक बयान जार कर बोर्ड के साथ विवादों को खत्म करने की कोशिशों को 'शर्मनाक और मजाक' कहा था.
रविवार को वेस्ट इंडीज क्रिकेट बोर्ड ने एक बयान जारी कर कहा, "बोर्ड अपनी उस स्थिति पर कायम है कि गेल के साथ कुछ बातचीत में कुछ विवाद है और बोर्ड चाहता है कि जल्द से जल्द इस मसले का कोई हल निकाला जाए. हालांकि उनके ताजा बयान से यह जाहिर होता है कि वह अब भी अपने उस रुख पर अड़े हुए हैं कि उन्होंने कोई गलती नहीं की. वेस्ट इंजीज क्रिकेट बोर्ड जोर देकर यह कहना चाहता है कि उनकी गलतियों को सीधे सीधे दबाया नहीं जा सकता जैसा कि वह चाहते हैं."
नहीं सहा जाएगा रवैया
वेस्ट इंडीज क्रिकेट बोर्ड ने यह साफ कर दिया है कि क्रिस गेल टीम के लिए उपबल्ध रहेंगे, लेकिन बोर्ड इसके लिए कोई भी कीमत चुकाने को तैयार नहीं है और ना ही उनके इस सख्त रवैये को सहन किया जाएगा कि जी में आए तो ले लो या छोड़ दो. बोर्ड की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि आपस में एक दूसरे के लिए सम्मान होना चाहिए और सबसे आगे क्रिकेट को रखा जाना चाहिए. बोर्ड ने क्रिस गेल को पत्र लिख कर कहा है कि वो सभी विवादों को सुलझाना चाहता हैं.
हालांकि बोर्ड के मुताबिक गेल ने समझौता करने से साफ इनकार कर दिया है और वह अपनी स्थिति से जरा भी झुकने को तैयार नहीं है. वेस्ट इंडीज क्रिकेट बोर्ड का कहना है कि वह गेल के साथ बातचीत और उन्हें वापस टीम में लाने के लिए लगातार कोशिश करती रहेगी. गेल को भारत और वेस्ट इंडीज के बीच मौजूदा सीरीज में बोर्ड के साथ विवाद के बाद नजरअंदाज किया गया. यह विवाद तब और ज्यादा बढ़ गया जब गेल ने एक रेडियो इंटरव्यू में क्रिकेट बोर्ड की कार्यकारी समिति की काफी ज्यादा आलोचना कर दी.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ईशा भाटिया