नई तकनीक को 'पेवगेन' नाम दिया गया है क्योंकि इसमें मैदान पर पैर पड़ने पर पैदा होने वाली ऊर्जा का इस्तेमाल किया जाता है. पैरों से जलने वाली फ्लडलाइट के उद्घाटन के मौके पर ब्राजील के पूर्व फुटबॉल स्टार पेले भी मौजूद थे. पेले ने कहा, "सारी दुनिया ब्राजील को फुटबॉल की नजर से ही देखती है. मैं उम्मीद करता हूं कि इस तरह के प्रोजेक्ट्स के जरिए दुनिया ब्राजील को विज्ञान के क्षेत्र में उसकी भागीदारी के लिए भी जानेगी."
मैदान में पिच के नीचे 200 ऐसे टाइल लगाए गए हैं जो 80 फीसदी रिसाइकिल की हुई सामग्री से बने हैं. खेल के दौरान यही टाइल खिलाड़ियों के पैरों से पैदा होने वाली गतिज ऊर्जा को लाइट जलाने में इस्तेमाल करते हैं. रात को यह ऊर्जा बिजली की 100 फीसदी जरूरत पूरी करती है, जबकि दिन में बिजली की जरूरत का 70 से 80 फीसदी हिस्सा उन सोलर पैनलों से पूरा होता है जो मैदान के बराबर में एक स्कूल की छत पर लगे हैं.
स्थानीय निवासियों की समिति के प्रमुख पेड्रो पाउलो पेवगेन के बारे में बेहद उत्साहित हैं. उन्होंने कहा, "हम सरकारी मदद के बजाय निजी संस्थानों से मदद की ज्यादा उम्मीद कर रहे हैं. सरकार ने प्रस्ताव तो कई रखे लेकिन आज तक किया कुछ नहीं." हालांकि इस प्रोजेक्ट की मदद से मैदान में रोशनी मिल रही है लेकिन स्थानीय लोगों को कुछ दिक्कतें भी हैं. टीम को एक घंटा मैदान पर खेलने के लिए 20 डॉलर देने पड़ते हैं. झुग्गियों में रहने वालों के लिए यह बहुत ज्यादा है. स्थानीय निवासियों ने जनहित को ध्यान में रखते हुए प्रोजेक्ट को समर्थन दिया था लेकिन अब उन्हें अपने फैसले पर संदेह हो रहा है.
25 वर्षीय ब्रूनो ओलिवेरा कहते हैं, "सोमवार से शुक्रवार पिच खाली पड़ी रहती है. आज हमें मोहल्ले के बाहर खेलना होगा क्योंकि हम रकम नहीं चुका सकते. जो लोग यहां खेलते हैं वो दूसरी जगहों से आए हुए होते हैं." पेवगेन के संस्थापक और अध्यक्ष लॉरेंस केम्बेल कुक भी इस समस्या को मानते हैं. उन्होंने कहा, "हम इस तकनीक को आगे इस दिशा में विकसित कर रहे हैं ताकि कीमतें कम हो सकें."
एसएफ/एमजे (एएफपी)
फुटबॉल विश्व कप के 12 वें दिन ब्राजील ने ग्रुप ए में पहला स्थान हासिल किया. मेक्सिको दूसरे नंबर पर आया. नीदरलैंड्स ने अपने ग्रुप में चिली को हरा कर जीत हासिल की तो विश्व चैंपियन स्पेन ने टूर्नामेंट से विदा ली.
तस्वीर: Getty Imagesमेजबान ब्राजील ने उम्मीद के मुताबिक कैमरून पर जीत दर्ज की. खचाखच भरे नेशनल स्टेडियम में इस जीत में सुपर स्टार नेमार की मुख्य भूमिका रही. प्री क्वार्टर फाइनल में अब ब्राजील का मुकाबला चिली से होगा.
तस्वीर: AFP/Getty Imagesजर्मन लीग में खेलने वाले लुइस गुस्तावो के पास पर पहला गोल करने के बाद खुशी का इजहार करते नेमार. तेज और रोमांचक खेल में ब्राजील के खिलाड़ी सिर्फ शुरू में कैमरून के खिलाफ मुश्किल में दिखे.
तस्वीर: picture-alliance/dpaजर्मन लीग में ही शाल्के के लिए खेलने वाले जोएल मातिप ने कैमरून के लिए गोल कर नतीजा 1-1 से बराबर कर दिया. इस टूर्नामेंट में "काबू में न आने वाले टाइगर" कैमरून का यह एकमात्र गोल है.
तस्वीर: Reutersलेकिन नेमार ने एक बार फिर गोल किया और ब्राजील को फिर से बढ़त दिला दी. इन दो गोलों के अलावा ब्राजील के सुपर स्टार ने दूसरे मौकों पर भी अपनी बेहतरीन खेल प्रतिभा का परिचय दिया.
तस्वीर: Reutersटूर्नामेंट में अपना पहला गोल फ्रेड ने हेडर से किया और ब्राजील का स्कोर 3-1 हो गया. डिफेंस में दिखी कमजोरियों और रणनीति के अभाव ने मैदान पर ही नहीं स्टेडियम में भी लोगों का मनोरंजन किया.
तस्वीर: Reutersग्रुप बी में नीदरलैंड्स ने जोशीले खेल से स्पेन को हराने वाली टीम चिली पर जीत दर्ज की और ग्रुप में पहले स्थान पर आया. बराबरी के खेल में आर्येन रोबेन ने चिली पर 2-0 की जीत की नींव रखी.
तस्वीर: Getty Imagesबॉल के साथ पहले ही संपर्क में अद्भुत गोल. यह करामात किया फेर ने. उन्होंने टूर्नामेंट की सबसे कम कद वाली टीम को चकमा देकर बॉल गोलपोस्ट के दाहिने कोने में डाल दिया और नीदरलैंड्स को बढ़त दिला दी.
तस्वीर: Reutersदूसरा गोल खेल के अंत में अतिरिक्त समय में हुआ. बायर्न म्यूनिख के लिए खेलने वाले आर्येन रोबेन पूरे फॉर्म में हैं और स्पेन को धूल चटाने वाली उनकी टीम से इस टूर्नामेंट में बहुत कुछ उम्मीद की जा सकती है.
तस्वीर: Reutersस्टार गोलकीपर कासियास ने अपना बूट लोगों की भीड़ में उछाल दिया. ऑस्ट्रेलिया पर 3-0 की जीत में टीम का जलवा तो दिखा लेकिन पहली दो हारों के कारण विश्व विजेता ने इस टूर्नामेंट से विदा ली.
तस्वीर: AFP/Getty Imagesमेक्सिको ने क्रोएशिया की टीम को 3-1 से हराया. अगले दौर में उसका मुकाबला नीदरलैंड्स से होगा.
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