खेलों की सुरक्षा पर न्यूजीलैंड चिंतित
१३ सितम्बर २०१०न्यूजीलैंड ओलंपिक कमेटी के अध्यक्ष माइक स्टेनले ने कहा, "अगर कोई कहे कि हम अपने खिलाड़ी की जान जोखिम में डालें, तो ऐसा नहीं होगा. इस वक्त न्यूजीलैंड के खिलाड़ी दिल्ली जाने का इरादा रखते हैं. अगर चीजें बदलती हैं और न्यूजीलैंड की सरकार हमें यह भरोसा नहीं दे पाती है कि वहां हमारे खिलाड़ी सुरक्षित रहेंगे, तो हम वहां नहीं जाएंगे."
पिछले साल पाकिस्तान के शहर लाहौर में श्रीलंका की क्रिकेट टीम पर हुए आतंकवादी हमले के बाद से दक्षिण एशिया में होने खेल आयोजन की सुरक्षा एक मुद्दा रही है. हालांकि दिल्ली के कॉमनवेल्थ खेलों के आयोजक पुख्ता सुरक्षा का वादा कर रहे हैं.
स्टेनली ने बताया कि न्यूजीलैंड के सात पुलिस अफसर भी ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और ब्रिटेन के उन 40 पुलिस अधिकारियों के समूह का हिस्सा होंगे जो अपनी टीमों को सुरक्षा संबंधी सलाह देगा और 3 से 14 अक्टूबर तक होने वाले दिल्ली कॉमनवेल्थ खेलों के लिए अतिरिक्त सुरक्षा भी मुहैया कराएगा. वह कहते हैं, "हमें लगता है कि खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिए यह सबसे अच्छा तरीका है. हमारी सोच बहुराष्ट्रीय है जो बेहद व्यवस्थित है. हमें पूरा विश्वास है कि इससे हमें जरूरी सलाह मिलेगी जो सबसे उचित फैसले करने में काम आएगी."
स्टेलनी ने कहा कि सुरक्षा के मूल्यांकन की प्रक्रिया लगातार जारी रहेगी और खेलों में हिस्सा लेने के बारे में फैसला करने के लिए कोई समयसीमा तय नहीं की गई है. उनके मुताबिक, "खेल शुरू होने तक यह काम जारी रहेगा और इस पर बराबर नजर रखी जाएगी. इस बारे में हमें सतर्क रहना है और दिन प्रति दिन के आधार पर ध्यान रखना है."
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ओ सिंह