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गजा में फिर जंग की आग

१५ नवम्बर २०१२

इस्राएल और फलीस्तीन के बीच एक बार फिर खूनी संग्राम शुरू हो गया है. हमास के रॉकेट ने गुरुवार को इस्राएल के तीन लोगों की जान ले ली, जबकि सीमा पार की सैनिक कार्रवाई में तीन और फलीस्तीनी मारे गए. दोनों पक्ष युद्ध की कगार पर.

तस्वीर: Reuters

हमास के सैन्य प्रमुख के मारे जाने के बाद गजा की ओर से हुई कार्रवाई में इस्राएल की तरफ से पहली बार खून बहा. इसके बाद शांति की रही सही उम्मीदें धराशायी हो गईं, मध्य पूर्व एक बार फिर खूनी जंग का मैदान बनता दिख रहा है. इस्राएली बमवर्षक विमानों ने गजा की ऊंची इमारतों को निशाना बनाना शुरू कर दिया, जिसके बाद वे ताश के पत्तों की तरह बिखर रही हैं और आस पास मलबे का ढेर जमा होता जा रहा है. करीब चार साल पहले ऐसे ही हमलों में फलीस्तीन के एक हजार से ज्यादा बेगुनाह लोगों की जान गई थी.

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फलीस्तीन के इस्लामी ग्रुप ने दावा किया है कि उसने ईरान में बने फज्र 5 नाम के रॉकेट को इस्राएली शहर तेल अवीव में दागा है. इस्राएल के पुराने शत्रु ईरान ने इस संघर्ष का विरोध किया है और कहा है कि इस्राएल के शुरू किए गए इस संघर्ष में निर्दोषों की जान जा रही है. ईरान पर आरोप है कि वह हमास को पैसों और हथियारों से मदद करता है.

हमास के मुस्लिम ब्रदरहुड से भी अच्छे संबंध है, जो अब मिस्र में सत्ता पर है. मिस्र इस्राएल का सबसे शक्तिशाली पड़ोसी देश है और वह पूरे क्षेत्र के लिए अहम देश साबित हो सकता है. काहिरा ने इन हमलों की निंदा की है और इस्राएल से अपने राजदूत को बुला लिया है. उधर काहिरा में तैनात इस्राएली राजदूत भी "छुट्टी मनाने" घर चले गए हैं.

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इस्राएली सेना ने कहा है कि रॉकेटभेदी मिसाइलों ने गजा की ओर से दागे 130 रॉकेटों में से ज्यादातर को बीच रास्ते में ही नाकाम कर दिया. लेकिन एक रॉकेट अपने लक्ष्य तक पहुंचने में कामयाब रहा. इस्राएली पुलिस ने बताया कि किरयात मलाची शहर की एक ऊंची इमारत में रॉकेट के हमले से तीन लोगों की जान चली गई. यह इलाका गजा से कोई 25 किलोमीटर की दूरी पर है.

बुधवार को इस्राएल ने हमास के सैन्य प्रमुख अहमद अल जब्बारी की हत्या कर दी थी, जिसके बाद दोनों पक्षों का संघर्ष तेज हो गया है. इस्राएली हमला हवा, जमीन और पानी तीनों ओर से हुआ, जिसमें जब्बारी सहित 13 लोगों की जान गई. इनमें तीन बच्चे और एक गर्भवती महिला भी शामिल है. गुरुवार को जब्बारी के जनाजे की नमाज के दौरान फलीस्तीनियों ने हवा में गोलियां चलाईं. इस दौरान उन्होंने नारे भी लगाए कि जब्बारी, तुम्हारी विजय हुई है.

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बुधवार को हुई हिंसा के बाद संयुक्त राष्ट्र में एक आपात बैठक हुई. इसमें हिंसा की निंदा की गई लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया. बुधवार की इस घटना के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत भी प्रति बैरल एक डॉलर बढ़ गई.

संभावना है कि यह संघर्ष लंबे वक्त तक चलेगा. इस्राएल ने कहा है कि हमास के मुख्य लोगों को निशाना बनाया जाएगा. इस्राएल ने अपने विमानों से गजा में पर्चे गिराए हैं, जिसमें कहा गया है कि आम लोग उग्रपंथियों और हमास के कार्यकर्ताओं से दूर रहें. सेना ने एक बयान जारी कर कहा, "पर्चों में कहा गया है कि हमास इलाके में हिंसा फैला रहा है और इस्राएली सेना अपने निवासियों की सुरक्षा के लिए कृतसंकल्प है."

अमेरिका ने हमेशा की तरह हमास की आलोचना की है और कहा है कि उसकी वजह से इलाके में शांति स्थापित करने में मुश्किल आ रही है. विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता मार्क टोनर ने कहा, "हमास और दूसरे चरमपंथी संगठनों के लोग इस्राएल के खिलाफ हिंसा कर रहे हैं और इसे किसी तरह भी न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता है." हमास ने कहा है कि उसके सैन्य प्रमुख की हत्या के बाद इस्राएल के लिए "नर्क का दरवाजा" खुल गया है. इस्राएल का कहना है कि उसने गजा में रॉकेटों के बड़े जखीरे को तबाह कर दिया है.

इस्राएल के प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतान्याहू ने इस बात का अंदेशा जाताया है कि हिंसा तेज हो सकती है. इस्राएल में 22 जनवरी को चुनाव होने हैं और नेतान्याहू की संभावना बहुत अच्छी बताई जा रही है. उनके कैबिनेट ने जरूरत पड़ने पर ज्यादा सैन्य बल के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है.

एजेए/एनआर (रॉयटर्स)

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