अप्रैल 2018 तक भारत के सभी गांव देश के नेशनल ग्रिड से जुड़ चुके थे. उम्मीद की गी थी कि इसके बाद हर गांव में बिजली आएगी भले ही कुछ घंटों के लिए ही सही. हालांकि आखिरी पड़ाव पर जो चुनौतियां सामने आईं उनसके कारण आज भी बहुत से गांवों तक बिजली नहीं पहुंच सकी है. पश्चिम बंगाल में अक्षय ऊर्जा के एक जानकार सौर ऊर्जा से लोगों की जिंदगी रोशन करने में जुटे हैं.