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गिरकर संभले इंग्लैंड ने बना डाले 446

२८ अगस्त २०१०

लॉर्ड्स टेस्ट में कभी 150 से पहले खत्म होती नजर आ रही इंग्लैंड की पहली पारी आखिरकार 446 पर खत्म हुई. इसमें जोनाथन ट्रॉट और स्टुअर्ट ब्रॉड के शानदार शतक हैं और बाकी आठ खिलाड़ियों के कुल महज 51 रन.

ब्रॉड का कमालतस्वीर: AP

खेल के दूसरे दिन दोपहर बाद शुरू हुई ट्रॉट और ब्रॉड की साझेदारी शनिवार सुबह भी जारी रही. दोनों ने सात विकेट पर 346 रन से आगे खेलना शुरू किया और पाकिस्तान के गेंदबाज भरपूर कोशिशों के बावजूद उन्हें 332 रन की विशाल और रिकॉर्ड साझेदारी बनाने से नहीं रोक पाए.

अपनी पहली सेंचुरी के 169 के स्कोर पर जब ब्रॉड आउट हुए, तब इंग्लैंड का स्कोर 434 रन हो चुका था.

ब्रॉड सईद अजमल की अंदर आती गेंद पर पांव अड़ा बैठे और उन्हें अंपायर ने एलबीडबल्यू आउट करार दिया. ऐसा लगा कि पाकिस्तान के गेंदबाजों की राह को रोड़ा बस ब्रॉड ही थे क्योंकि अगले दो विकेट लेने में उन्होंने महज 12 रन खर्च किए. 446 के स्कोर पर सइद अजमल ने एंडरसन को आउट किया और फिर ब्रॉड के साथी ट्रॉट भी बिना कोई और रन जोड़े चलते बने. ट्रॉट ने 184 रन की पारी खेली. उन्हें वहाब रियाज ने कामरान अकमल के हाथों कैच कराया.

इस पारी में मोहम्मद आमेर ने 6 विकेट लिए. सईद अजमल ने दो खिलाड़ियों को आउट किया, जबकि मोहम्मद आसिफ और वहाब रियाज को एक एक विकेट मिला.

इससे पहले 102 के स्कोर पर सात विकेट खो चुकी इंग्लैंड की टीम शुक्रवार को मैच के दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक 346 रन बनाकर मजबूत स्थिति में आ गई, जबकि उसके तीन विकेट सही सलामत हैं. ब्रॉड ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी पहली सेंचुरी पूरी करते हुए ट्रॉट के साथ मिलकर टीम को मुसीबत से निकाल लिया. दूसरे दिन के खेल के बाद वह 125 के स्कोर पर नॉट आउट रहे. ट्रॉट ने भी अपनी सेंचुरी पूरी की.

सेंचुरी पूरी करने के बाद ब्रॉड ने कहा, "यह एक अद्भुत अहसास है. माहौल शानदार था. जब मैंने ट्रॉटी के साथ खेलना शुरू किया तो हमारी योजना बस यही थी कि 5-5 रन बनाते रहें और स्कोर को आगे बढ़ाएं."

इससे पहले आमेर ने इंग्लैंड की पारी को उधेड़कर रख दिया. उन्होंने 23 ओवरों में सिर्फ 73 रन देकर छह विकेट झटके. 18 साल के आमेर 14वें मैच में 50 विकेट पूरे किए और ऐसा करने वाले वह सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए. आमेर ने कहा, "यह बहुत खास पल था. मेरे करियर का सबसे अच्छा आंकड़ा. इसलिए मैं बहुत खुश हूं, लेकिन उदास भी हूं. हम अच्छी स्थिति में थे, लेकिन अब हम फिर से बैकफुट पर हैं."

मैच का पहला दिन बारिश की वजह से धुल गया था. इंग्लैंड ने दूसरे दिन सुबह एक विकेट पर 39 रन से आगे खेलना शुरू किया. तब ट्रॉट आठ रन पर खेल रहे थे. लेकिन उसके बाद वह विकेट के एक सिरे पर खड़े खिलाड़ियों का आते जाते देखते रहे. पहली पांच गेदों में ही तीन विकेट गिर गए, जबकि एक भी रन नहीं बन पाया. इस तरह खेल शुरू होते ही इंग्लैंड का स्कोर चार विकेट पर 39 रन हो गया. तीनों विकेट आमेर ने लिए.

इसके बाद भी आमेर का कहर थमा नहीं. उन्होंने चौथे, पांचवें और छठे विकेट के रूप में केविन पीटरसन, पॉल कॉलिंगवुड और इयान मॉर्गन का विकेट लिया. लंच के वक्त इंग्लैंड का स्कोर पांच विकेट के नुकसान पर 97 रन था. और लंच के फौरन बाद यह सात विकेट पर 102 हो गया. तीन गेंदों में ही आमेर ने मैट प्रायर और ग्रेम स्वान को चलता कर दिया. इस मौके पर ट्रॉट का साथ देने के लिए ब्रॉड आए और फिर पाकिस्तान के पक्ष में कुछ भी अच्छा नहीं हुआ. यहां से मैच इंग्लैंड की ओर खिसकना शुरू हुआ.

चाय के कुछ ही देर बाद ट्रॉट ने अपनी सेंचुरी पूरी की. उन्होंने इसमें 13 चौके लगाए. उसके बाद ब्रॉड ने अपना पहला टेस्ट शतक पूरा किया. उन्होंने 32वें टेस्ट मैच में 159 गेंदें खेलकर एक छक्के और नौ चौकों की मदद से 100 का आंकड़ा पार किया.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः आभा एम

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