1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

गेंदबाजी की धार लौटी लेकिन बल्लेबाज फिर ढहे

१४ जनवरी २०१२

टीम इंडिया के गेंदबाजों ने पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम को दूसरे दिन का खेल खत्म होने से पहले समेट दिया लेकिन बल्लेबाज फिर लड़खड़ा गए. महज 88 के स्कोर पर चार शीर्ष बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके हैं. 120 रन से पीछे है भारत.

ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्कतस्वीर: AP

पर्थ टेस्ट के दूसरे दिन भारत की शीर्ष बल्लेबाजी एक बार फिर नाकाम साबित हुई. गंभीर 24, सहवाग 10, तेंदुलकर 8 और लक्ष्मण बिना कोई रन बनाए आउट हो गए. युवा गेंदबाज मिशेल स्टार्क ने इन खिलाड़ियों को जमने ही नहीं दिया. एलबीडब्ल्यू हुए तेंदुलकर को आउट करने के बाद मिशेल ने कहा, "हमें लगता है कि हमारे पास पहले से ही इतना है कि हम दोबारा बल्लेबाजी किए बगैर ही जीत जातेंगे." गौतम गंभीर को स्टार्क ने 14 रन के स्कोर पर हसी के हाथों कैच करवा दिया. इसी तरह सहवाग सिडल की गेंद पर हैडिथ के हाथों कैच हुए. वैसे तो खेल में अभी तीन दिन बाकी हैं. दो दिन के खेल में ही 24 विकेट गिर चुके हैं. और कुछ हो न हो, इतना तो तय ही है कि भारत के हिस्से एक बुरी हार पहले ही पैर जमा चुकी है.

धोनी के प्रदर्शन पर सवालतस्वीर: AP

दो दिन के खेल में भारतीय खिलाड़ियों की तरफ से अगर कुछ अच्छा हुआ है तो यह कि उमेश यादव, ईशांत शर्मा, जहीर खान और विनय कुमार ने दूसरे दिन के खेल में पूरी टीम को 369 के स्कोर पर समेट दिया. उमेश ने पांच तो जहीर खान को दो विकेट मिले. ईशांत, आर विनय कुमार और सहवाग को एक एक विकेट मिला. जिस हिसाब से डेविड वार्नर बल्लेबाजी कर रहे थे, उसके हिसाब से तो यह स्कोर कुछ भी नहीं, पर टीम इंडिया के लिए राहत यह रही कि बाकी कोई बल्लेबाज बहुत ज्यादा नहीं चला. फायदा यह हुआ कि ऑस्ट्रेलिया को केवल 208 रनों की ही लीड मिली.

भारत ने इसमें से 88 रन तो बना लिए हैं लेकिन उसके चार शीर्ष बल्लेबाज आउट हो चुके हैं. द्रविड़ और विराट कोहली ने अभी मोर्चा संभाल रखा है लेकिन यह जोड़ी भी कितने देर टिकेगी, इस बारे में कुछ कहना मुश्किल है. द्रविड़ ने 32 रन बनाए हैं और कोहली ने 21.

गंभीर भी नहीं टिक पाएतस्वीर: AP

भारत सीरीज में पहले ही 2-0 से पीछे चल रहा है और तीसरा मैच भी हाथ से निकल चुका है. भारत ने पहले भी विदेशी धरती पर हार देखी है लेकिन विश्व विजेता टीम महामुकाबले के कुछ ही दिनों बाद इस तरह पराजित होगी, इसकी उम्मीद किसी को नहीं थी.

लगातार बुरे प्रदर्शन का हाल यहां तक पहुंच चुका है कि कई पूर्व क्रिकेटर दो विश्व कप जिताने वाले कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को बदलने की मांग करने लगे हैं. धोनी के साथ ही द्रविड़ और लक्ष्मण को भी टीम से हटाने की मांग की गई है. पूर्व टेस्ट गेंदबाज मदन लाल ने टीम इंडिया के खराब प्रदर्शन पर सख्त प्रतिक्रिया जताई है और कहा है, "मेरे ख्याल से वक्त आ गया है जब धोनी की टेस्ट की कप्तानी से हटा दिया जाना चाहिए क्योंकि वो अपने क्रिकेट का मजा नहीं ले रहे हैं. वक्त आ गया है जब किसी नए को लाया जाए जिसके पास ताजा विचार हों."

टीम इंडिया के सबसे सफल कप्तानों में से एक सौरव गांगुली ने भी कहा है कि उम्र बढ़ रही है इसलिए भारत को विदेशी धरती पर अगली सीरीज के लिए द्रविड़ और लक्ष्मण की जगह किसी और को लेना चाहिए.

रिपोर्टः पीटीआई, रॉयटर्स/एन रंजन

संपादनः एम गोपालाकृष्णन

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें