भारत में घर घर में जो चूल्हा जलता है, उसकी गैस कहां से आती है? जवाब है कतर से. सिलेंडरों के जरिये देश भर गैस पहुंचना बेहद खर्चीला है क्योंकि आधारभूत ढांचा बेहद लचर है.
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ऊर्जा की खपत के मामले में भारत दुनिया में तीसरे नंबर पर है. लिक्विड नेचुरल गैस (एलएनजी) के खरीदारी में देश, जापान, दक्षिण कोरिया और चीन के बाद आता है. भारत में एलएनजी की मांग लगातार बढ़ रही है. कोशिश की जा रही है कि तेल और कोयले की जगह ईंधन के तौर पर प्राकृतिक गैस का इस्तेमाल किया जाए.
नई दिल्ली में हुई पेट्रोटेक कॉन्फ्रेंस में देश की कमियां सामने आईं. कतर की रासगैस कंपनी के चीफ एक्जीक्यूटिव हमाद मुबारक अल मुहानदी के मुताबिक, "भारत आकर्षित करने वाला बाजार है, लेकिन गैस आधारित अर्थव्यवस्था के लिए आधारभूत ढांचे की कमी है. भारत की ऊर्जा जरूरतों का ज्यादातर हिस्सा अभी भी कोयला और लिक्विड फ्यूल से पूरा किया जा रहा है."
मध्य पूर्व एशिया से निकलने वाली गैस का 10 फीसदी हिस्सा ही भारत खरीदता है रासगैस कंपनी भारत की सबसे बड़ी कारोबारी साझेदार है. दोनों के बीच 25 साल का करार है, जिसके तहत कंपनी सस्ती दरों पर तेल और पेट्रोनेट एलएनजी की सप्लाई कर रही है.
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मानते हैं कि कम प्रदूषण करने वाली प्राकृतिक गैस भविष्य के लिए बेहतर विकल्प है. लेकिन अब भी देश के ज्यादातर हिस्सों में गैस सिलेंडरों के जरिये ही इसकी सप्लाई होती है. भारत में घरों में गैस के इस्तेमाल से जंगलों को काफी फायदा मिला है. अब ज्यादातर गांवों में भी चूल्हा जलाने के लिए लकड़ी नहीं काटी जाती है. लेकिन लाखों ट्रकों के जरिये सिलेंडरों की देश भर में सप्लाई करना भी बड़ी चुनौती है.
कुछ महानगरों को छोड़ दें तो देश भर में रोड ट्रांसपोर्ट के लिए अब भी पेट्रोल और डीजल का ही इस्तेमाल होता है. इससे खपत और प्रदूषण में इजाफा हो रहा है. गैस पाइपलाइन, इसका सस्ता और टिकाऊ हल हो सकता है. मोदी कहते हैं कि अगले पांच साल में एक करोड़ घरों तक पाइपलाइन पहुंचा दी जाएगी. देश भर में मौजूद गैस पाइपलाइन के नेटवर्क को 30,000 किलोमीटर लंबा किया जाएगा. पेट्रोलियम मंत्रालय के मुताबिक ऐसा करने में 15 अरब डॉलर खर्च होंगे.
रूसी गैस कंपनी गाजप्रोम के साथ भी एक करार हो चुका है. करार के तहत रूस से भारत तक पाइपलाइन बिछाकर गैस लाई जाएगी. गाजप्रोम के चीफ कमर्शियल अफसर फ्रेडेरिक बैरनॉड के मुताबिक, "भारत एक जबरदस्त बाजार है, इस विकास करता बाजार है. हम भी इसमें अपनी अच्छी हिस्सेदारी चाहते हैं."
यहां मिलता है सबसे सस्ता पेट्रोल
पेट्रोल और डीजल की कीमतें दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं को प्रभावित करती हैं. लेकिन बहुत सारे देश ऐसे हैं जहां यह कौड़ियों के भाव बिकता है.
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10. ईरान
ईरान में पेट्रोल 42 अमेरिकी सेंट यानि करीब 28 रुपये लीटर है. सस्ते ईंधन के मामले में ईरान दुनिया में 10वें नंबर पर आता है. जर्मन विकास सहयोग एजेंसी के आंकड़ों के मुताबिक दुनिया भर में पेट्रोल का औसत दाम 66 रुपये प्रति लीटर है.
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9. संयुक्त अरब अमीरात
आम तौर पर पेट्रोल का उत्पादन करने वाले देशों में कीमत कम है. तेल उत्पादक देशों के संघ ओपेक के सदस्य संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में पेट्रोल 41 अमेरिकी डॉलर प्रति लीटर है.
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8. कजाखस्तान
कजाखस्तान में पेट्रोल 40 सेंट प्रति लीटर है. उसके पास कैस्पियन सागर इलाके में करीब 30 अरब डॉलर का तेल भंडार है. यही वजह है कि अन्य देश उसके साथ मधुर संबंध चाहते हैं.
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7. ओमान
खाड़ी के देश ईंधन के लिहाज से समृद्ध हैं. ओमान भी इसका फायदा उठा रहा है. वहां पेट्रोल करीब 40 अमेरिकी सेंट प्रति लीटर है. ओमान के पास भी कच्चे तेल का बड़ा भंडार है.
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6. इक्वाडोर
दक्षिण अमेरिका का यह देश अब भी घरेलू बाजार में बहुत सस्ते दाम पर ईंधन बेचता है. वहां पेट्रोल 39 सेंट प्रति लीटर बिकता है. अर्थव्यवस्था में 30 फीसदी राजस्व पेट्रोलियम उत्पादों से आता है.
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5. कतर
ओपेक सदस्य देश कतर में भी पेट्रोल 39 सेंट प्रति लीटर है. खाड़ी के बाकी देशों की तरह वहां भी तेल की कीमतें फिक्स हैं.
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4. अल्जीरिया
उत्तरी अफ्रीका के देश राजनीतिक उथल पुथल और कच्चे तेल के गिरे हुए दामों से प्रभावित हुए हैं. फिर भी अल्जीरिया में पेट्रोल 31 सेंट प्रति लीटर यानि करीब 20 रुपये लीटर है.
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3. तुर्कमेनिस्तान
कभी सोवियत संघ का हिस्सा रहे मध्य एशिया के देशों के पास भी तेल का भंडार है. भयानक सर्दी वाले इन देशों में तेल और गैस ऊर्जा का मुख्य साधन हैं. तुर्कमेनिस्तान में पेट्रोल करीब 20 रुपये लीटर है.
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2. सऊदी अरब
सस्ते तेल के मामले में सऊदी अरब दूसरे नंबर पर है. अथाह तेल भंडार वाले सऊदी अरब में एक लीटर पेट्रोल करीब 26 अमेरिकी सेंट यानि करीब 17.30 रुपये लीटर है.
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1. कुवैत
करीब 10,000 करोड़ बैरल तेल भंडार वाले कुवैत में पेट्रोल सबसे सस्ता है. वहां एक लीटर पेट्रोल का दाम 23 अमेरिकी सेंट यानि करीब 15.30 रुपये लीटर है.