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ग्बाग्बो की गिरफ्तारी के बाद शांति की अपील

१२ अप्रैल २०११

आइवरी कोस्ट में लॉरां ग्बाग्बो ने आत्मसमर्पण कर दिया है और वो कानून का सामना करेंगे. अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त राष्ट्रपति अलासाने वतारा ने लोगों से शांति की अपील की है.

तस्वीर: picture alliance/abaca

लॉरां ग्बाग्बो की हिफाजत उनके बचे खुचे वफादार सैनिक कर रहे थे. सोमवार को ये मोर्चा टूटा और फ्रांस के सैनिकों के सामने ग्बाग्बो ने समर्पण कर दिया. अलासाने वतारा को नवंबर में हुए चुनावों के विजेता के रूप में अंतरराष्ट्रीय बिरादरी की मान्यता मिली हुई है.

आबिदजान से समाचार एजेंसी डीपीए के संवाददाता ने बताया कि ग्बाग्बो की गिरफ्तारी की खबर सुनते ही शहर में खुशी की लहर दौड़ गई. लोग चीखते चिल्लाते खुशी मनाते शहर में चक्कर लगाने लगे. दोनों दिग्गजों के बीच चली रस्साकशी में पिछले चार महीने के दौरान कम से कम 1,000 लोगों की मौत हुई.

तस्वीर: AP

न्यूयॉर्क में ग्बाग्बो की गिरफ्तारी के तुरंत बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक विशेष बैठक बुलाई गई है. सोमवार को ग्बाग्बो ने टेलीविजन पर एक संदेश भी जारी किया जिसमें उन्होंने अपने समर्थकों से जंग खत्म करने की अपील की. ग्बाग्बो के प्रतिद्वंद्वी वतारा ने कहा कि आइवरी कोस्ट को सामान्य जीवन बहाल करने के लिए एक मौका चाहिए. उन्होंने खासतौर से ग्बाग्बो के समर्थक युवाओं से हथियार छोड़ने को और जंग रोकने को कहा, क्योंकि अब वो वजह खत्म हो गई है जिसके लिए वे लड़ रहे थे. वतारा ने बताया कि ग्बाग्बो और उनके परिवार की सुरक्षा के लिए पूरे इंतजाम किए गए हैं. आबिदजान के गोल्फ होटल में उन्हें रखा गया है और उसके आस पास बड़ी संख्या में सैनिकों को तैनात किया गया है.

वतारा ने कहा कि ग्बाग्बो और उनके हर एक सहयोगी पर आइवरी कोस्ट के कानून के मुताबिक मुकदमा चलेगा. वतारा की सरकार में प्रधानमंत्री नियुक्त किए गए गुइलाउमे सोरो ने कहा कि उनकी सेना ने ग्बाग्बो के खिलाफ निर्णायक जंग सोमवार सुबह राष्ट्रपति के महल से शुरु की. दोनों पक्षों के बीच जबरदस्त संघर्ष के बाद घिर गए ग्बाग्बो और उनकी पत्नी सिमोन ग्बाग्बो ने फ्रांसीसी सैनिकों के आगे समर्पण कर दिया. पूरी तरह से घिरने के बाद ग्बाग्बो चिल्ला कर बोले, "मुझे मत मारो."

हिरासत में ग्बागबोतस्वीर: dapd

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

ग्बाग्बो की गिरफ्तारी की खबर आने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा, "यह आइवरी कोस्ट के लोगों की लोकतांत्रिक इच्छा की जीत है. इन लोगों ने चुनाव के बाद अस्थिरता का एक लंबा दौर देखा है." ग्बाग्बो की गिरफ्तारी को अमेरिकी निदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने दूसरे तानाशाहों के लिए चेतावनी करार दिया. इसके सात ही क्लिंटन ने ये भी कहा कि कठिन परीक्षा का दौर अब शुरु हुआ है.

तस्वीर: dapd

ब्रसेल्स में यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रमुख कैथरीन एश्टन ने ग्बाग्बो की गिरफ्तारी का स्वागत किया और इसे "चुनाव के बाद शुरू हुए पांच महीने पुराने संकट के हल की दिशा में अहम कदम" बताया. एश्टन ने खेद जाहिर करते हुए कहा कि आइवरी कोस्ट के लोगों को अपनी लोकतांत्रिक इच्छा के सम्मान के लिए कड़ी कीमत चुकानी पड़ी. लंदन में ब्रिटेन के विदेश मंत्री विलियम हेग ने कहा कि ग्बाग्बो ने लोकतंत्र के सिद्धांतों के खिलाफ काम किया और कानून तोड़ा. इसके साथ ही हम ये भी कहेंगे कि उनके साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ की जाने वाली कोई भी कार्रवाई न्यायिक प्रक्रिया के तहत और उचित होनी चाहिए."

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः ओ सिंह

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