ग्रीस में जलाई गई ओलंपिक मशाल
१० मई २०१२ग्रीस के वित्तीय और आर्थिक संकट के बीच यह समारोह किया गया है. इसके बाद एक सप्ताह तक रिले रेस यहां की जाएगी. इसके बाद मशाल 18 मई को ब्रिटेन लाई जाएगी. अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष याक रोगे सहित कई वरिष्ठ अधिकारी ओलंपिया में मौजूद थे.
ओलंपिक खेलों की प्रतीक मशाल की लौ पवित्र मानी जाती है क्योंकि यह सूरज से जलाई जाती है. इसे फिर कलश में रखा जाता है और फिर इसे उस स्टेडियम में ले जाया जाता है जहां पहली बार ओलंपिक खेल हुए थे.
ओलंपिक मशाल दौड़ का पहला दौर ग्रीक तैराक स्पिरोस गियानियोटिस शुरू करेंगे. वह ग्रीस में मशाल दौड़ करेंगे. इसके बाद मशाल ब्रिटिश मुक्केबाज अलेक्स लुकोस के हाथ में जाएगी.
ओलंपिक मशाल ग्रीस में 2,900 किलोमीटर की दूरी तय करेगी. इसे 500 धावक देश भर में ले जाएंगे.
फिलहाल ग्रीस वित्तीय और सामाजिक अस्थिरता के दौर से जूझ रहा है आए दिन उग्र विरोध प्रदर्शन आम हैं. इन दिनों नई सरकार बनाने कि लिए गठजोड़ चल रहा है.
ग्रीस में मशाल दौड़ पैनेथेनियेक स्टेडियम में 17 मार्च को पूरी होगी. इसके बाद मशाल लंदन ओलंपिक खेल आयोजकों को सौंप दी जाएगी.
एएम, आईबी (एएफपी)