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ग्रीस में दूसरे दिन भी हड़ताल जारी

२० अक्टूबर २०११

ग्रीस में बचत पैकेज के खिलाफ दूसरे दिन भी हड़ताल जारी है. हड़ताल के पहले दिन बुधवार को प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई झड़प में दर्जनों लोग जख्मी हो गए.

तस्वीर: dapd

बुधवार को राजधानी एथेंस में तनावपूर्ण माहौल रहा. ग्रीस की संसद के बाहर नजारा किसी युद्ध के मैदान जैसा था. नकाबपोश प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई झड़प में कम से कम 45 लोग घायल हुए. राजधानी में कई दुकानों, बैंकों और होटलों में तोड़ फोड़ की खबरें भी हैं. ग्रीस की आर्थिक स्थिति से गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया और शराब की खाली बोतलों पर आग लगा कर पुलिस पर हमला किया. इसके जवाब में पुलिस को आंसू गैस का प्रयोग करना पड़ा.

तस्वीर: dapd

पांच लोगों को हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के अनुसार संसद के बाहर करीब सत्तर हजार लोग प्रदर्शन करने के लिए जमा हुए. सरकार की नीतियों के खिलाफ पूरे देश में अलग अलग प्रदर्शनों में डेढ़ लाख से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया. ग्रीस में कर्ज संकट शुरू होने के बाद से यह अब तक की सबसे बड़ी हड़ताल है.

निर्याणक कदम की जरूरत

ग्रीक सरकार ने यूरोपीय संघ से आग्रह किया है कि इस समस्या का जल्द ही ठोस उपाय निकाला जाए. ग्रीस में सत्ताधारी पार्टी के प्रमुख क्रिस्टोस प्रोटोपापास ने स्थानीय रेडियो को दिए इंटरव्यू में कहा, "मैं यूरोपवासियों से कहूंगा कि वे देखें कि कल यहां क्या हुआ है. यह इस तरह से आगे नहीं चल सकता. हर जगह लोगों का गुस्सा बढ़ता जाएगा. उन्हें (यूरोपीय संघ के प्रतिनिधियों को) समय बर्बाद करना बंद करना होगा. हमें एक निर्णायक कदम की जरूरत है." अन्य यूरोपीय देशों में कर्ज संकट की ओर संकेत करते हुए प्रोटोपापास ने कहा, "यह संकट पहले ही पुर्तगाल और इटली तक पहुंच चुका है. अब यह फ्रांस और बेल्जियम तक पहुंचेगा."

तस्वीर: dapd

ग्रीस संसद में गुरुवार को नया बचत पैकेज पास होना है. प्रदर्शनकारियों ने लोगों से अपील की है कि इस दौरान संसद को चारों ओर से घेरा जाए. बुधवार शाम संसद ने बचत प्रस्ताव को प्रारम्भिक तौर पर स्वीकृति दे दी. लेकिन सांसद गुरुवार को इस पर अपना मतदान करेंगे. बचत प्रस्ताव में कर बढ़ाने की बात कही गई है. साथ ही पेंशन और वेतन में और कटौती पर भी चर्चा चल रही है. इस प्रस्ताव के तहत कम से कम तीस हजार सरकारी कर्मचारियों को नौकरियों से निकाला जाएगा.

सरकार की नीतियों के खिलाफ सरकारी और प्राइवेट सेक्टर के लोग हड़ताल में हिस्सा ले रहे हैं. इसमें डॉक्टर, इंजीनियर, पत्रकार, वकील और छात्र शामिल है. हड़ताल के कारण बस और टैक्सी नहीं चल रही हैं और रेल यातायात भी ठप पड़ा है. हालांकि दूसरे दिन विमान सामान्य रूप से उड़ान भर पाएंगे.

रिपोर्ट: एएफपी/डीपीए/ईशा भाटिया

संपादन: ए कुमार

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