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ग्रीस में बचत के विरोध में आम हड़ताल

१९ अक्टूबर २०११

ग्रीस में सरकार के बचत पैकेज के खिलाफ निजी और सरकारी सेक्टर की आम हड़ताल ने सार्वजनिक जीवन को पूरी तरह ठप कर दिया है. गुरुवार को संसद नया बचत पैकेज पास करने जा रही है.

तस्वीर: dapd

ग्रीस सरकार कर्ज की दूसरी किश्त पाने के लिए यह बचत पैकेज पास करवा रही है. इसमें सरकारी कर्मचारियों के वेतन में और 20 प्रतिशत की कटौती के अलावा 30 हजार कर्मचारियों की छंटनी की व्यवस्था है. साथ ही सरकार नए कर भी लगाएगी.

पहली बार सरकारी क्षेत्र के अलावा निजी क्षेत्र के लोग भी हड़ताल में भाग ले रहे हैं. बुधवार को सरकारी और निजी क्षेत्र के ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर हड़ताल शुरू हुई. एयर ट्रैफिक कंट्रोलरों ने 12 घंटे की हड़ताल की है. इसकी वजह से जहाजों का उड़ना और उतरना बंद हो गया. बस ड्राइवर भी हड़ताल कर रहे हैं. टैक्सी ड्राइवर, सरकारी कर्मचारी, डॉक्टर, शिक्षक और पेट्रोल पंप के मालिक भी हड़ताल में शामिल हैं. नाविकों की कुछ दिनों से चली आ रही हड़ताल भी जारी है.

कर्ज के बदले बचत

भारी कर्ज में डूबे ग्रीस में सरकार के बचत कार्यक्रम के खिलाफ कई सप्ताह से हड़ताल हो रही है. वह इस समय यूरोपीय संघ और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से मिले 110 अरब यूरो के बचाव पैकेज में से 8 अरब यूरो की दूसरी किश्त का इंतजार कर रहा है. इस कर्ज के बदले उसे बचत के कठोर कदम उठाने हैं और सरकारी कंपनियों को बेचना है.

सरकार के बचत कार्यक्रम का पूरे ग्रीस के जनजीवन पर असर पड़ रहा है. सार्वजनिक परिवहन में नियमित रूप से हो रही हड़ताल का लोगों की रोजमर्रा जिंदगी पर असर हो ही रहा है, ग्रीस में बेरोजगारी दर बढ़कर 16 प्रतिशत पर पहुंच गई है. खर्च में कटौती के कारण इस साल अर्थव्यवस्था में 5.5 प्रतिशत की कमी आएगी. 30 हजार सरकारी कर्मचारियों की छंटनी से पहले उनका वेतन कम कर दिया जाएगा. मध्यवर्ग का बहुमत समझता है कि उसे हर तरह से सजा दी जा रही है.

असुरक्षित, असहज सा माहौल

इसके अलावा व्यक्तिगत असमंजस की हालत है. स्वास्थ्य मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार इस साल के पहले पांच महीनों में पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 40 प्रतिशत ज्यादा लोगों ने आत्महत्या की है. विशेषज्ञों का मानना है कि खुदकुशी और बढ़ते आर्थिक दबाव के बीच गहरा संबंध है. नए सर्वे से पता चलता है कि जैसे जैसे नियंत्रण और स्वास्थ्य सेवा में ह्रास हो रहा है, अपराध और ड्रग का सेवन बढ़ रहा है. पश्चिमी औद्योगिक देश के रूप में ग्रीस में अभी भी शांति है, लेकिन माहौल में घबराहट बढ़ रही है.

सरकारी पद अब जोखिम से भरे हैं जिन पर बहुत से लोग रिश्वतखोरी और बर्बादी का आरोप लगाते हैं. कुछ ग्रीक अपने प्रमुख राजनीतिज्ञों को जर्मनी और दूसरे दाता देशों की कठपुतली मानते हैं जिन्होंने अरबों के बचाव पैकेज के बदले कठोर शर्तें लगा दी हैं. राजनीतिज्ञों पर हमले भी होने लगे हैं. पिछले सप्ताह गृह मंत्री हैरिस कस्टानिदिस पर छात्रों ने दही के डब्बे फेंके, जब वे सालोनिकी में सिनेमा देखने गए थे. दर्शकों ने तालियां बजाईं और मंत्री को हूट किया.

रिपोर्ट: डीपीए, डीएपीडी/महेश झा

संपादन:ओ सिंह

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