ग्रेट ब्रिटेन को हराकर भारत ने कांस्य पदक जीता
३ जून २०१२शनिवार को एक तरफ ब्रिटेन महारानी एलिजाबेथ की डायमंड जुबली मना रहा था. जगह जगह उत्सव और आयोजन हुए लेकिन क्वालालांपुर में जश्न कुछ फीका पड़ा गया. बढ़त बनाने के बावजूद ग्रेट ब्रिटेन को कांस्य पदक गंवाना पड़ा.
तेज तर्रार मुकाबले के पहले हाफ में दोनों टीमें गोल करने की काफी कोशिशें करती रहीं. सफलता बड़ी देर बार ग्रेट ब्रिटेन को मिली. एश्ले जैक्सन पेनल्टी कॉर्नर पर सधा हुआ शॉट जमाया और अपनी टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी.
इंटरवल में ऑस्ट्रेलियाई कोच माइकल नोब्स ने खिलाड़ियों को कान में गुरु मंत्र फूंका. इसका असर मैदान पर साफ दिखाई पड़ा. दूसरे हाफ में भारतीय खिलाड़ियों ऊर्जा और बिजली से भरा खेल दिखाया. गेंद लगातार ग्रेट ब्रिटेन के गोल पोस्ट के आस पास ही मंडराती रही. विपक्षी खिलाड़ी तो बस किसी तरह गेंद छीनने की कोशिश में लगे रहे. 43वें मिनट में शिवेंद्र सिंह ने विपक्षी खिलाड़ियों को भ्रम में डालते हुए खूबसूरती से गेंद गोल पोस्ट में डाल दी.
शिवेंद्र के गोल के बाद भारत को एक पेनल्टी कॉर्नर मिला. एक्सपर्ट संदीप सिंह ने कोई चूक नहीं की और भारत को 2-1 की बढ़त दिला दी. ग्रेट ब्रिटेन ने गोल उतारने की काफी कोशिश की लेकिन तुषार खांडेकर को गोल ने ग्रेट ब्रिटेन की हार पक्की कर दी.
मलेशिया में होने वाले अजलान शाह कप में भारत की शुरुआत खराब रही. माना जाने लगा कि टीम लंदन ओलंपिक में भी लचर प्रदर्शन ही करेगी. लेकिन कप के आखिर में भारतीय टीम ने गजब का खेल दिखाया. ग्रेट ब्रिटेन को हराकर कांस्य पदक जीतने से पहले भारत ने पाकिस्तान को भी हराया.
ओएसजे/एमजी (पीटीआई)