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ग्रैंड स्लैम से एक कदम दूर एंडी मरे

९ सितम्बर २०१२

पहले विंबलडन का फाइनल फिर ओलंपिक का सोना और अब साल के आखिरी ग्रैंड स्लैम की खिताबी भिड़ंत, एंडी मरे करियर के सबसे शानदार दौर में हैं. न्यूयॉर्क में जीते तो पुरुषों के सिंगल्स ग्रैंड स्लैम का ब्रिटिश इंतजार खत्म होगा.

तस्वीर: Reuters

शनिवार को यूएस ओपन के सेमीफाइनल में चेक खिलाड़ी थॉमस बर्डिच को 5-7, 6-2, 6-1, 7-6 से शिकस्त दे कर एंडी मरे ने अमेरिकी ओपन के फाइनल में कदम रखे हैं. रविवार को मौजूदा चैम्पियन नोवाक जोकोविच और डेविड फेरर के बीच होने वाला सेमीफाइनल मुकाबला उनके लिए प्रतिद्वंद्वी तय करेगा. 1936 में फ्रेड पेरी ने अमेरिकी ओपन का सिंगल्स खिताब जीता था और तब से ब्रिटेन पुरुषों के सिंगल्स ग्रैंड स्लैम खिताब का इंतजार कर रहा है. खिताब के बारे में मरे ने कहा, "यह आखिरी चीज है जिसे मैं अपने करियर में हासिल करना चाहता हूं."

मरे इससे पहले चार बार ग्रैंड स्लैम के फाइनल तक पहुंच चुके हैं. उनका पहला ग्रैंड स्लैम फाइनल 2008 में अमेरिकी ओपन था जहां उन्हें रोजर फेडरर ने हराया. इस बार भी वो फेडरर के हाथों एक बड़ी शिकस्त खाने वाले थे लेकिन ओलंपिक में उनकी किस्मत का सितारा चमका. यहां वो 1938 में बनी ऑस्टिन के बाद सोना जीतने वाले पहले ब्रिटिश खिलाड़ी बने.

तस्वीर: Reuters

एंडी मरे कहते हैं, "ओलंपिक जीतने के कारण मुझ पर से बहुत सारा तनाव खत्म हो गया है. मैं पहले से बेहतर महसूस करने लगा हूं. शायद मेरी अपने और खेल में जगह के बारे में शंकाएं कम हो गई हैं." सेमीफाइनल में जीत के बाद थोड़े भावुक हुए एंडी मरे ने ग्रैंड स्लैम खिताब के बारे में कहा, "जाहिर है कि मैं एक और ग्रैंड स्लैम का फाइनल नहीं हारना चाहता, तो मैं उम्मीद करता हूं कि इस बार कुछ दूसरी कहानी बने."

पहली बार हुआ है कि एंडी मरे एक ही साल में दूसरी बार ग्रैंड स्लैम के फाइनल में पहुंच गए हैं. जोरदार हवाओं के बीच खुले कोर्ट में मुकाबला बेहद दिलचस्प और मुश्किल था. हवाओं के साथ आ रही धूल और कई बार खेलना मुश्किल बना रही थी. इन हवाओं का जोर से कई बार गेंद का रुख बदल तो कभी मरे की टोपी ही उड़ गई. हालांकि चार घंटे चली मैच में केवल 20 गलतियां करके मरे ने अपना जौहर दिखाया. इसी दौर में बर्डिच ने 64 गलतियां करके स्कॉटिश मरे की जीत तय कर दी. मरे ने कहा, "मेरे लिए शायद यह सबसे कठिन परिस्थितियों में खेला मैच था."

मरे ने कहा कि उन्होंने बीते सालों के अपने अनुभवों से बहुत कुछ सीखा है और अब उसके दम पर करियर का पहला ग्रैंड स्लैम जीतने के बेहद करीब पहुंचने के मौके का खजाना मिला है. "ओलंपिक मेरे जीवन की सबसे बड़ी जीत रही है और आप जानते हैं कि उसका मेरे लिए क्या मतलब है. अब यहां जो भी हो मेरे लिए यह शानदार साल रहा है और बस मुझे इतना करना है कि फाइनल में अपना 110 फीसदी दे सकूं." मरे की खिताबी भिड़ंत सोमवार को होगी.

एनआर/एमजी (रॉयटर्स)

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