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ग्रैमी में 'जय हो' की जय

१ फ़रवरी २०१०

भारत के एआर रहमान के सुरों ने एक बार फिर अपना जादू बिखेरा है. स्लमडॉग मिलियनेयर के लिए उन्हें बेस्ट साउंडट्रैक और "जय हो" के लिए बेस्ट सॉन्ग के ग्रैमी पुरस्कार दिए गए. उस्ताद अमजद अली और ज़ाकिर हुसैन को नहीं मिला ग्रैमी.

दो ऑस्करों के बाद दो ग्रैमी भी मिलेतस्वीर: UNI

एआर रहमान की ख़ुशी का ठिकाना नहीं है. ग्रैमी लेते हुए उन्होंने कहा, "यह बिल्कुल हैरान करने वाली बात है. ईश्वर महान है." और एक नहीं, रहमान को दो दो ग्रैमी मिले हैं. पहला ग्रैमी उन्हें फ़िल्म स्लमडॉग मिलियनेयर में बेहतरीन संगीत के लिए मिला है. "जय हो" को बेस्ट सॉन्ग चुना गया है.

बेस्ट साउंडट्रैक के लिए रहमान को स्टीव जॉर्डन, क्वेंटिन टारांटीनो और ट्वाइलाइट और ट्रू ब्लड के निर्माताओं से कड़े मुक़ाबले का सामना करना पड़ा. बेस्ट सॉन्ग की होड़ में रहमान ने मशहूर गायक ब्रूस स्प्रिंगस्टीन को पीछे छोड़ दिया.

तस्वीर: AP

संगीत के सबसे प्रतिष्ठित ग्रैमी पुरस्कारों में अमेरिकी स्टार बियोंसे की धूम रही. उन्होंने पांच ग्रैमी अवॉर्ड जीते. टेलर स्विफ़्ट ने तीन पुरस्कार जीते. पर इन दोनों को पछाड़ रिकॉर्ड ऑफ द ईयर अवॉर्ड किंग्स ऑफ़ लॉइन ने लिया.

बियोंसे को कुल 10 नॉमिनेशन मिले, जिसमें उन्होंने अपने गाने "सिंगल लेडीज़" के लिए प्रतिष्ठित सॉन्ग ऑफ़ द ईयर का पुरस्कार जीता. इसके लिए उन्हें आरएंडबी बेस्ट सिंगर का अवॉर्ड भी मिला. "सिंगल लेडीज़" के लिए ही बियोंसे को आरएंडबी बेहतरीन गीत का पुरस्कार भी मिला. आरएंडबी अफ़्रीकी अमेरिकी संगीत की एक ख़ास शैली है जिसकी शुरुआत 1940 के दशक में हुई.

अमेरिकी स्टार टेलर स्विफ़्ट को इस बार कुल आठ नॉमिनेशन मिले और वह तीन पुरस्कार अपने नाम करने में कामयाब रहीं. उन्हें "फ़ीयरलैस" के लिए बेस्ट कंट्री अलबम का अवॉर्ड मिला. उन्हें "व्हाइट होर्स" के लिए बेस्ट कंट्री महिला गायक और बेस्ट कंट्री सॉन्ग की श्रेणी में भी सम्मानित किया गया. पुरस्कार जीतने के बाद उन्होंने कहा किलग रहा है एक असंभव सपना पूरा हो गया है.

तस्वीर: AP

पिछले साल रहमान को स्लमडॉग के लिए दो ऑस्कर मिले थे, जिसमें से एक बेहतरीन संगीत के लिए मिला था और दूसरा बेस्ट सॉन्ग के लिए. ग्रैमी के साथ उन्होंने दोबारा अपने को साबित कर दिया है और दुनिया की आंखें एक बार फिर रहमान पर टिक गई हैं.

इस बार ग्रैमी में नामांकित भारत के दो अन्य संगीतकार तबला वादक उस्ताद ज़ाकिर हुसैन और सरोद वादक उस्ताद अमजद अली ख़ान पुरस्कार जीतने में नाकाम रहे. ज़किर हुसैन को शास्त्रीय संगीत में बेस्ट क्रॉसोवर अल्बम के लिए नामांकित किया गया जबकि उस्ताद अमजद अली ख़ान ट्रेडिशनल वर्ल्ड म्यूज़िक के लिए नामांकित हुए.

अब तक केवल तीन भारतीयों को ग्रैमी पुरस्कार मिले हैं. तीन बार सितार वादक पंडित रवि शंकर को, दो बार ज़ाकिर हुसैन को और मोहन वीणा बजाने वाले पंडित विश्वमोहन भट्ट को एक बार इस सम्मान से नवाज़ा जा चुका है. 2009 में हुसैन को अपने एलबम ग्लोबल ड्र्म प्रॉजेक्ट के लिए ग्रैमी मिला जिसमें उन्होंने मिकी हार्ट, नाइजीरिया के सीकीरू अदेजोपू जैसे कई अंतरराष्ट्रीय संगीतकारों के साथ काम किया.

रिपोर्टः एजेंसियां/ एम गोपालकृष्णन

संपादनः ए कुमार

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