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ग्वादर पोर्ट पर ग्रैनेड अटैक

२० अक्टूबर २०१७

चीन की मदद से बन रहे पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह पर ग्रैनेड हमला हुआ है. क्या पाकिस्तान चीन की 57 अरब डॉलर की परियोजना के लिए पुख्ता सुरक्षा मुहैया करा पा रहा है?

Hafen von Gwadar Pakistan
तस्वीर: BEHRAM BALOCH/AFP/Getty Images

ग्वादर पोर्ट के निर्माण में लगे मजदूरों के हॉस्टल में ग्रैनेड फेंका गया. पुलिस के मुताबिक हमले में 26 लोग घायल हुए हैं. हमले की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली है. इलाके के पुलिस अधिकारी इमाम बख्श के मुताबिक हमला गुरुवार रात हुआ, "मजदूर हॉस्टल में डिनर कर रहे थे तभी मोटरसाइकिल सवारों ने उन पर ग्रैनेड से हमला किया."

ग्वादर पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में है. प्राकृतिक रूप से समृद्ध इस इलाके में चीन बड़ा बंदरगाह बना रहा है. ग्वादर पोर्ट की मदद से चीन मध्य पूर्व और यूरोप के बाजार तक पहुंचना चाहता है. वन बेल्ट, वन रोड प्रोजेक्ट के तहत चीन ग्वादर को सड़क और ट्रेन से जोड़ेगा. लेकिन धीरे धीरे सुरक्षा को लेकर चीन की चिंता बढ़ रही है.

बलूचिस्तान में लंबे समय से अलगाववादी आंदोलन चल रहा है. अलगाववादियों का कहना है कि उनके संसाधनों का गलत तरीक से दोहन किया जा रहा है. समय समय पर अलगाववादी ऊर्जा और आधारभूत ढांचे से जुड़े प्रोजेक्ट्स को निशाना बनाते रहे हैं. बलूचिस्तान ईरान और अफगानिस्तान से सटा प्रांत है.

बलूचिस्तान में आजादी का आंदोलनतस्वीर: Twitter/Zeenab Baloch

गुरुवार को बलूचिस्तान में तीन हमले हुए. ग्वादर के अलावा दूसरा हमला मसतुंग के फूड कोर्ट में हुआ. वहां भी ग्रैनेड हमले में 15 लोग जख्मी हुए. तीसरा हमला सुरक्षाकर्मियों पर हुआ. मोटरसाइकिल सवार ने पैरामिलिट्री के जवानों पर फायरिंग की. हमले में एक सुरक्षकर्मी की मौत हो गई और चार घायल हो गये.

पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक आतंकवादी चीन के इकोनमिक कॉरिडोर के निर्माण में बाधा पहुंचाना चाहते हैं. 2014 से अब तक ऐसी परियोजनाओं पर हुए हमलों में 50 पाकिस्तानी कर्मचारी मारे जा चुके हैं. पाकिस्तान चीन को भरोसा दिलाता रहता है कि वह 57 अरब डॉलर की इस परियोजना के लिए पुख्ता सुरक्षा मुहैया करायेगा.

(क्या है चीन का "वन बेल्ट, वन रोड" प्रोजेक्ट)

ओएसजे/एके (रॉयटर्स)

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