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घाना को 1-0 से हरा कर जर्मनी अगले दौर में

२४ जून २०१०

तीन बार विश्व चैंपियन रह चुके जर्मनी ने घाना को 1-0 से परास्त कर वर्ल्ड कप फुटबॉल के आखिरी 16 में जगह बना ली है. जर्मनी के लिए यह मैच जीतना बेहद जरूरी था और फिलिप लाम की टीम ने इस अहम मैच में जान लड़ाते हुए जीत दर्ज की.

ओएत्जिल ने किया निर्णायक गोलतस्वीर: AP

जर्मनी की इस जीत के बाद पूरे देश में जश्न का माहौल है. लोग सड़कों पर उतर कर, गाड़ियों में घूम कर, ट्रैफिक रोक कर, झंडे लहरा कर, मुंह रंग कर, शोर मचा कर, गले मिल कर और जाम छलका कर जश्न मना रहे हैं. मैच शुरू होने से पहले उनके चेहरों पर पसरा तनाव काफूर हो गया है और वर्ल्ड कप की ओर बढ़े एक कदम से उनके चेहरों पर रंगत आ गई है.

मैच का नतीजा भले ही जर्मनी के पक्ष में रहा हो लेकिन घाना से जर्मनी को कड़ी टक्कर मिली. जर्मनी पर पहले दौर में ही वर्ल्ड कप से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा था और अगर ऐसा हो जाता तो यह उसके फुटबॉल इतिहास में पहली बार होता. लेकिन सॉकर सिटी स्टेडियम में ओएत्जिल ने 60वें मिनट में ताकतवर किक लगाते हुए और घाना के गोलकीपर को छकाते हुए जर्मनी को ऐसी बढ़त दिलाई जो बाद में निर्णायक साबित हुई.

तस्वीर: AP

इससे पहला मैच जर्मनी सर्बिया से 0-1 से हार गई थी. ऐसे में जर्मन टीम के कोच योआखिम लोएव ने अपनी टीम में दो बदलाव किए थे. सर्बिया के खिलाफ मैच में रेड कार्ड की सजा पाने वाले मिरोस्लाव क्लोजा के स्थान पर काकाउ को लाया गया और येरोम बोटेंग की जगह होल्गर बाडस्टूबर को मैदान पर उतारा गया.

येरोम बोटेंग का जर्मनी के लिए खेलना इसलिए भी यादगार है क्योंकि वह घाना की टीम में शामिल में अपने सौतेले भाई केविन प्रिंस बोटेंग के खिलाफ खेल रहे थे. विश्व कप के इतिहास में पहली बार हुआ है जब दो भाई एक दूसरे के खिलाफ खेले.

दोनों टीम हमलों के जरिए विपक्षी टीम को दबाव में लाने की रणनीति के साथ मैदान में उतरीं. पहले सात मिनट में काकाउ और म्यूलर को मौके मिले लेकिन वे जर्मनी को बढ़त दिलाने में नाकामयाब रहे.

कुछ ही मिनटों बाद घाना के जोनाथन मेनसाह जर्मन स्ट्राइकर पोडोलस्की के क्रॉस पर अपनी ही टीम पर गोल करते करते बचे. दोनों टीमों को गोल करने के कई मौके मिले, हमलों में पैनापन भी रहा लेकिन उसके बावजूद गोल के लिए पहले हाफ में दोनों टीमें तरसती रहीं. हाफ टाइम तक स्कोर 0-0 रहा.

तस्वीर: AP

जर्मनी के प्रशसंकों के दिल जब बैठे जा रहे थे तभी ओएत्जिल के पास अपनी टीम को बढ़त दिलाने का मौका आया. बाएं पैर से मारे गए उनके शॉट का घाना के गोलकीपर के पास कोई जवाब नहीं था और यह देखकर जर्मनी की फुटबॉल टीम के दीवानों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था. घाना ने इस गोल को उतारने की जबरदस्त कोशिश करते हुए कई हमले किए. कई बार तो जर्मनी पर गोल होते होते बचा लेकिन शायद किस्मत जर्मनी के साथ रही और आखिर में स्कोर लाइन भी.

जर्मनी के साथ ग्रुप डी में घाना ने भी अगले दौर में प्रवेश किया है. जर्मनी ने लीग मैचों में दो जीत दर्ज की और एक में उसकी हार हुई जिससे उसके 6 अंक हुए जबकि घाना ने एक जीत और एक ड्रॉ के साथ 4 अंक अपने नाम किए और वह ग्रुप में दूसरे स्थान पर है. जर्मनी के लिए आगे का सफर बेहद कठिन होने जा रहा है क्योंकि अगले दौर में उसकी भिडंत इंग्लैंड से होनी है. वहीं घाना का मुकाबला अमेरिका से होगा.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ओ सिंह

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