60 साल की उम्र में यूरोपीय संघ का ब्रिटेन से तलाक हो चुका है. कई और संकट सामने हैं. क्या यूरोपीय संघ खुद को बचा पाएगा?
विज्ञापन
पहले कहा गया कि मौजूदा संकटों से यूरोपीय संघ कैसे बाहर निकलेगा. अब पूछा जा रहा है कि क्या यूरोपीय संघ खुद को बचा पाएगा. द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद फ्रांस और जर्मनी ने यूरोप में लड़ाई को खत्म करने के इरादे से एक संघ बनाया. मार्च 1957 में रोम की संधि हुई और यूरोपीय संघ अस्तित्व में आया. 1970 में खाड़ी के ऊपजे तेल संकट के दौरान भी ईयू स्थिर रहा. शीत युद्ध की उथल पुथल के बावजूद यूरोप अंदरूनी तौर पर शांत बना रहा. धीरे धीरे नए सदस्य जुड़ते गए. वीजा मुक्त आवाजाही होने लगी. एक साझा मुद्रा का सपना साकार हुआ.
लेकिन 60वीं वर्षगांठ आते आते यूरोपीय संघ कमजोर दिखने लगा है. कुछ हद तक इस संकट की शुरुआत 2008 की वैश्विक मंदी से शुरू हुई. 2011 के अरब वंसत ने मुश्किल में नया अध्याय जोड़ा. यूक्रेन के संकट ने कोढ़ में खुजली का काम किया. रही सही कसर ब्रेक्जिट और डॉनल्ड ट्रंप की जीत ने पूरी कर दी.
अब यूरोपीय संघ शरणार्थी संकट, आतंकवाद, पॉपुलिज्म, आर्थिक स्थिति और नए वैश्विक समीकरणों का सामना कर रहा है. जाहिर है ऐसे में संघ के भविष्य को लेकर कानाफूसी होने लगी है. कार्नेगी यूरोप के विजिटिंग स्कॉलर श्टेफान लेने कहते हैं, "सिर्फ एक बड़ा संकट नहीं है बल्कि कई छोटी और गंभीर चुनौतियां हैं और मुझे लगता है कि इनसे हालात बदलेंगे." लेने को लगता है कि यूरोपीय संघ धीरे धीरे सिकुड़ने की राह पर है. रोमन साम्राज्य से यूरोपीय संघ की तुलना करते हुए वह कहते हैं, "मुझे लगता है कि रोमन साम्राज्य राजनीतिक रूप से मरने के बाद भी कुछ सौ साल तक चलता रहा."
शनिवार को यूरोपीय संघ का 60वां जन्मदिन मनाने के लिए रोम में जमा नेताओं के सामने कई सवाल हैं. लक्जमबर्ग यूनिवर्सिटी के फ्रेडेरिक आलेमांड कहते हैं, "हम आज जिस संकट का सामना कर रहे हैं वह मूल रूप से यूरोपीय प्रोजेक्ट का सवाल है. साफ तौर पर शांति इसका सबसे अहम बिंदु है लेकिन इसके अलावा यह भी देखना होगा कि यूरोप में हम कैसा सामाजिक और आर्थिक मॉडल चाहते हैं."
एक्जिटः टूटता संसार
1990 में पश्चिमी और पूर्वी जर्मनी का एकीकरण एक अद्भुत घटना थी क्योंकि उसके बाद दुनिया बस टूट ही रही है. सोवियत संघ टूटा. और भी कई देशों का जन्म हुआ. ब्रिटेन के ईयू से अलग होने के मौके पर ऐसे ही देशों की चर्चा.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/S. Pilick
1990 - नामीबिया
21 मार्च 1990 को नामीबिया ने दक्षिण अफ्रीका से आजादी हासिल की और एक आजाद देश बन गया.
तस्वीर: Imago/imagebroker
1991 - यूगोस्लाविया
यूगोस्लाविया एक विशाल देश था. 1991 में यह टूटना शुरू हुआ. सबसे पहले 25 जून 1991 को क्रोएशिया और स्लोवेनिया बने और 1992 में बोस्निया हैर्जेगोविना अलग हुआ.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/S. Mantzarlis
1993 - चेकोस्लोवाकिया
1 जनवरी 1993 से चेकोस्लोवाकिया दो हिस्सों में बंट गया. एक हुआ चेक गणराज्य और दूसरा स्लोवाकिया कहलाता है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/L. Hajsky
1993 - इरिट्रिया
इरिट्रियाई इलाके पर इथियोपिया का कब्जा था. एक जनमत संग्रह के बाद 1993 में इरिट्रिया एक अलग देश बन गया.
तस्वीर: Reuters/T. Mukoya
2002 - ईस्ट तिमोर
ईस्ट तिमोर को 21वीं सदी का पहला आजाद देश होने का तमगा हासिल है. उसने इंडोनेशिया से अलग होकर अपना वजूद कायम किया.
तस्वीर: AP
2006 - सर्बिया
यूगोस्लाविया से अलग होने के बाद सर्बिया और मोंटेनीग्रो ने संघ बना लिया था. 2006 में यह भी टूट गया. सर्बिया अलग देश बन गया.
तस्वीर: picture alliance/dpa/S. Ujvari
2008 - कोसोवो
2008 तक यह सर्बिया का एक प्रांत था लेकिन फरवरी 2008 में कोसोवो ने अपनी आजादी का ऐलान कर दिया.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/Epa/G. Likovski
2011- साउथ सूडान
सूडान का एक हिस्सा अलग होकर साउथ सूडान हो गया. 2011 में हुए जनमत संग्रह के बाद 9 जुलाई 2011 को इसे अलग देश के तौर पर मान्यता मिली.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/M. Messara
8 तस्वीरें1 | 8
2007 से लेकर अब तक यूरोपीय संघ को लगातार झटके ही लग रहे हैं. ग्रीस, पुर्तगाल, इटली और आयरलैंड जैसे देश बुरी तरह कर्ज संकट से गुजर चुके हैं. ग्रीस की जर्मनी ने मदद की लेकिन कड़ी शर्तों के साथ. वहीं सीरिया और यूक्रेन के मुद्दे पर यूरोपीय संघ और रूस बिल्कुल आमने सामने खड़े हैं. 2015 और 2016 में 14 लाख शरणार्थी यूरोप पहुंचे. इनमें से ज्यादा सीरिया से आए. पूर्वी यूरोप के देश शरणार्थी संकट के लिए जर्मनी की नीतियों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. खुद यूरोपीय आयोग के प्रमुख जॉं क्लोद युंकर कह चुके हैं कि, "मैंने पहले कभी हमारी यूनियन में इस तरह का विखंडन और इतनी कम एकरूपता नहीं देखी."
यूरोपीय संघ के मुख्यालय ब्रसेल्स को लगता है कि ब्रेक्जिट की प्रक्रिया पूरी होने के बाद यूरोपीय संघ एक बार फिर मजबूत संघ के रूप में सामने आएगा. लेकिन उससे पहले फ्रांस और जर्मनी में चुनाव होने हैं. फ्रांस में अगर अति दक्षिणपंथी नेता मारी ले पेन सत्ता के करीब पहुंच गईं तो ईयू की मुश्किल बेकाबू सी हो जाएगी. लेकिन इन सबके बावजूद कई विशेषज्ञों को लगता है कि 60 साल की शांति और सहयोग इस बाधाओं से जीत जाएंगे. बेल्जियम की गेंट यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर हेंड्रिक फोस कहते हैं, "दलदल से निकलने का यह कोई बहुत असरदार और खूबसूरत तरीका नहीं है, लेकिन आप सरकते सरकते दलदल से बाहर निकल सकते हैं और यूरोपीय संघ भी ऐसे ही काम करता है."
(यूरोपियन यूनियन की टाइम लाइन)
यूरोपियन यूनियन की टाइम लाइन
28 देशों के संघ यूरोपियन यूनियन के इतिहास में अब तक कौन सी अहम घटनाएं घटीं, इन तस्वीरों में देखें.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
1957
व्यापार की उलझनों को मिटाने के लिए, बेल्जियम, फ्रांस, इटली, लक्जमबर्ग, नीदरलैंड्स और पश्चिमी जर्मनी ने मिलकर रोम की संधि के तहत यूरोपियन इकॉनोमिक कम्युनिटी यानि ईईसी का गठन किया.
तस्वीर: AFP/Getty Images
1973, 1981, 1985
1973 में डेनमार्क, आयरलैंड और यूनाइटेड किंगडम भी इसके सदस्य बन गए. इसके बाद 1981 में ग्रीस और 1985 में स्पेन और पुर्तगाल भी ईईसी के सदस्य बने.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/H. Mickay
1985
14 जून 1985 को 10 सदस्य देशों में से 5 ने शेंगेन समझौते पर हस्ताक्षर किए. इस समझौते से सहमत सदस्य देशों की सीमाएं आपस में खुल गई. 2016 तक 26 देश शेंगेन इलाके से जुड़ गए हैं.
1992-1993
7 फरवरी 1992 में सदस्य देशों ने नीदरलैंड्स के मास्त्रिष्ट में यूरोपियन यूनियन की संधि पर हस्ताक्षर किए और 1993 में यह संधि लागू हो गई.
तस्वीर: AFP/Getty Images
2004
30 अप्रैल 2004 को ईयू के 15 सदस्यों की संख्या के 25 पहुंच जाने के मौके पर डब्लिन में एक समारोह का आयोजन हुआ. इसी साल जून में सदस्य देशों ने ईयू के संविधान को पारित किया. जिस पर अक्टूबर में सभी देशों ने हस्ताक्षर कर लिए.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
2005
फ्रांस में यूरोपीय संघ के संविधान के खिलाफ जनमत संग्रह हुआ जिसमें उसे खारिज कर दिया गया. इसके बाद ऐसा ही नीदरलैंड्स में भी हुआ. जबकि संविधान के प्रभावी होने के लिए सभी 27 देशों की सहमति की जरूरत थी.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
2007
यूरोपीय संघ के नेता एक ऐसे समझौते के मसौदे पर सहमत हुए जिसे यूरोपीय संघ के दो देशों की ओर से खारिज हुए संविधान का विकल्प बनना था. इसे लिस्बन समझौता कहा गया.
तस्वीर: dpa
2009
लिस्बन समझौते के तहत 19 नवंबर 2009 को बेल्जियम के प्रधानमंत्री हरमन फान रूम्पे यूरोपीय आयोग के पहले अध्यक्ष बने.
तस्वीर: Reuters/Alessandro Garofalo
2012
यूरोपीय संघ को वर्ष 2012 में यूरोप में शांति और सुलह, लोकतंत्र और मानव अधिकारों की उन्नति में योगदान के लिए नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
तस्वीर: Reuters
2013
क्रोएशिया ने 28वें सदस्य के बतौर 1 जुलाई 2013 में यूरोपीय संघ में पदार्पण किया.
तस्वीर: Reuters
2016
23 जून को यूरोपीय संघ में बने रहने या ना बने रहने पर लंबी बहस के बाद ब्रिटेन में हुए जनमत संग्रह में ब्रिटिश मतदाताओं ने यूरोपीय संघ से बाहर निकल जाने का फैसला लिया.
तस्वीर: Getty Images/AFP/L. Neal
2020
31 जनवरी 2020 को आखिरकार ब्रिटेन यूरोपीय संघ से बाहर हो गया. हालांकि यूरोपीय संघ के नियमों के तहत 11 महीने के लिए संक्रमण काल में कई चीजों को लागू रखने का फैसला किया गया जो 31 दिसंबर को खत्म हो रहा है.