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चांदनी चौक से चीन चला बॉलीवुड

६ जनवरी २०१२

यूरोप, अमेरिका और कनाडा पर अपना जादू चलाने के बाद अब बॉलीवुड चीन पर कब्जा करना चाहता है. भारत से भी अधिक आबादी वाला चीन फिल्मों के लिए एक बड़ा बाजार साबित हो सकता है.

तस्वीर: BlockBuster Entertainment Movies,Hari Om Pictures

आमिर खान की सुपरहिट फिल्म 'थ्री इडियट्स' पिछले साल नवंबर में चीन में रिलीज की गई. अब तक फिल्म सोलह करोड़ रुपयों का व्यापार कर चुकी है. दो साल बाद फिल्म को रिलीज करते हुए निर्माता विदु विनोद चिपड़ा ने इतनी बड़ी कामयाबी की कल्पना नहीं की थी. नौकरी की चिंता और कॉलेज में एक दुसरे से आगे निकलने ही होड़ को जिस तरह से आमिर खान की इस फिल्म में दिखाया गया उसे चीन के लोगों ने भी खूब पसंद किया. विदु विनोद चोपड़ा इस बारे में कहते हैं, "चीन के दर्शकों ने भी खुद को इस से जोड़ कर देखा कि किस तरह से आज की पीढ़ी पर आगे निकलने के लिए समाज और माता पिता दोनों ही दबाव बनाते हैं."

चोपड़ा का कहना है कि चीन अभी से उनकी अगली फिल्म 'फरारी की सवारी' में रूचि दिखा रहा है. यह फिल्म अप्रैल के अंत में भारत में रिलीज होगी. चोपड़ा का कहना कि उन्हें उम्मीद है कि 'थ्री इडियट्स' की सफलता से बॉलीवुड को काफी फायदा होगा और कई अन्य फिल्में भी चीन तक पहुंच पाएंगी. चोपड़ा ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, "यह दिखता है कि कुछ ऐसे विषय हैं जो संस्कृति और भाषा की सीमाओं को पार कर जाते हैं."

हॉलीवुड की मदद से

चीन में हर साल गिनी चुनी विदेशी फिल्मों को ही दिखाए जाने की अनुमति मिलती है. चालीस और पचास के दशक में हिंदी फिल्में चीन में काफी लोकप्रिय हुआ करती थी. बाद में दोनों देशों के राजनैतिक संबंधों में दरार आने के बाद फिल्म उद्योग को बड़ा झटका लगा. 1962 में भारत और चीन के बीच जंग भी हुई. उसके बाद बॉलीवुड ने चीन की ओर नहीं देखा. दो साल पहले ही अक्षय कुमार की 'चांदनी चौक टू चाइना' ने बॉलीवुड का ध्यान चीन की और खींचा. यह पहली हिंदी फिल्म है जिसकी शूटिंग चीन में की गई. इसी तरह जैकी चैन की फिल्म 'द मिथ' की शूटिंग भारत में की गई. इस फिल्म में मल्लिका शेरावत ने भी एक किरदार निभाया.

'थ्री इडियट्स' से पहले चीन में अब तक केवल शाहरुख खान की 'माई नेम इज खान' ही दिखाई गई है. इन दोनों ही फिल्मों का वित्तरण अमेरिका ने किया. वॉर्नर ब्रदर्स और फॉक्स जैसे निर्माताओं के चलते फिल्मों को आसानी से चीन में प्रवेश मिल गया. फिल्म आलोचक मीनाक्षी शेडे का इस बारे में कहना है, "हॉलीवुड चीन में बॉलीवुड के लिए दरवाजे खोल रहा है." मीनाक्षी का कहना है कि बॉलीवुड अब तक एशियाई देशों को नजरअंदाज करता आया है. लेकिन अब फिल्म निर्माता उनकी अहमियत समझ रहे हैं. मीनाक्षी को फिल्मों की सफलता पर कोई शक नहीं है, "मुझे इस बात का सौ फीसदी यकीन है... बस कुछ और वक्त की बात है."

रिपोर्ट: एएफपी / ईशा भाटिया

संपादन: आभा एम

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