चांद का टुकड़ा बिक रहा है, खरीदेंगे?
११ अक्टूबर २०१८![Satellitenbild der Richat Struktur in der Sahara in Mauretanien](https://static.dw.com/image/41516376_800.webp)
12 पाउंड यानी करीब 5.5 किलो के इस चांद के टुकड़े यानी उल्का को 2017 में अफ्रीका के मौरितानिया में वैज्ञानिकों ने ढूंढ निकाला था. अब बॉस्टन की आरआर ऑक्शन कंपनी पांच लाख अमेरिकी डॉलर या इससे ज्यादा कीमत में इसे बेचने जा रही है. उल्का को बेचने के लिए बोली 11 अक्टूबर से शुरू हो कर 18 अक्टूबर तक चलेगी. ऑक्शन करने वाली कंपनी आरआर का कहना है, "दुनिया में बिक्री के लिए मौजूद उल्कापिंडों में यह सबसे महत्वपूर्ण है" और चांद का अब तक सबसे बड़ा टुकड़ा है जो बेचा जा रहा है.
इस चट्टानी टुकड़े को एनडब्ल्यूए 11789 के रूप में चिन्हित किया गया है और इसे "बुआगाबा" के नाम से भी जाना जाता है. यह मौरितानिया के एक सुदूर इलाके में मिला था. माना जाता है कि यह हजारों साल पहले धरती पर गिरा था. उल्कापिंड वास्तव में छह खंडों से मिल कर बना है जो आपस में किसी पहेली की तरह जुड़ जाते हैं. इनमें सबसे बड़े टुकड़े का वजन करीब छह पाउंड है. चांद से निकले ज्यादातर उल्कापिंडों का आकार अखरोट आ फिर गोल्फ की गेंद के बराबर होता है. उल्कापिंड बेचने वाली कंपनी एयरोलाइट मेटियोराइट्स के सीईओ जियॉफ नोटकिन बताते हैं, "इसे देखते ही हम जान गए कि यह असाधारण और अनोखा है, यह जिंदगी भर की खोज में एक बार मिलने वाली किसी चीज जैसी है."
यह चांद से निकली उन उल्काओं में से भी है जिन्हें विशेषज्ञ, "आंशिक मिश्रित परत" भी कहते हैं जो उल्का के पृथ्वी के वातावरण में आने पर उसे अत्यधिक गर्मी से झुलसा देता है. नॉटकिन कहते हैं, "वास्तव में बाहरी परत की तो सिकाई हो जाती है." एक और बात जो इसे दुर्लभ बनाती है वो यह है कि इसके जोड़े नहीं मिले हैं. अकसर एक ही उल्कापिंड के टुकड़े अलग अलग मिलते हैं लेकिन इस उल्कापिंड का कोई और हिस्सा नहीं मिला.
यह उल्कापिंड किसी भी नेचुरल हिस्ट्री म्यूजियम के लिए अनमोल हो सकती है. हालांकि आरआर के कार्यकारी उपाध्यक्ष रॉबर्ट लिविंगस्टोन का कहन है, "निजी तौर पर किसी शख्स के लिए चांद का टुकड़ा खरीदने का यह दुर्लभ मौका है क्योंकि अंतरिक्षयात्री जो टुकड़े लाते हैं वह अमेरिकी सरकार की संपत्ति हैं."
एनआर/ओएसजे (एपी)