आनेग्रेट क्रांप-कारेनबावर बनीं सीडीयू अध्यक्ष
७ दिसम्बर २०१८क्रांप-कारेनबावर मैर्केल की करीबी रही हैं. लेकिन पार्टी सम्मेलन में मतदान से पहले उन्होंने कहा कि उनकी अपनी शख्सियत है और उन्हें 'मिनी मैर्केल' ना समझा जाए. अब तक पार्टी में महासचिव के तौर पर जिम्मेदारी संभाल रहीं क्रांप-कारेनबावर ने मतदान के दूसरे राउंड में फ्रीडरिष मैर्त्स को हराकर जीत हासिल की.
इस पद के तीसरे दावेदार येन्स श्पान पहले ही दौर में पिछड़ गए. हैम्बर्ग में चल रहे पार्टी सम्मेलन में क्रांप-कारेनबावर को 51 प्रतिशत प्रतिनिधियों का समर्थन मिला.
हालिया प्रांतीय चुनावों में सीडीयू पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद मैर्केल ने पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने का फैसला किया, जिस पर वह 2000 से काबिज थीं. पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने के बावजूद मैर्केल चांसलर पद पर बनी रहेंगी.
क्रांप-कारेनबावर इससे पहले जर्मन राज्य जारलैंड में 2011 से 2018 तक मुख्यमंत्री का पद संभाल चुकी हैं. पार्टी अध्यक्ष पद के लिए वह मैर्केल की पसंदीदा उम्मीदवार थीं. इसी साल फरवरी में उन्होंने सीडीयू के महासचिव का पद संभाला था.
फिलहाल सीडीयू को देश में केवल 30 फीसदी समर्थन हासिल है, जबकि मैर्केल के सुनहरे दिनों में यह समर्थन 40 फीसदी तक हुआ करता था. बहुत से समर्थक दक्षिण की ओर झुक गए हैं और अल्टरनेटिव फॉर जर्मनी (एएफडी) के साथ साथ वामपंथी राजनीति करने वाली ग्रीन पार्टी की ओर चले गए हैं.
अगले साल मई में यूरोपीय संसद के चुनाव होने हैं, जिसके पहले जर्मनी को अपनी एकता का प्रदर्शन करना होगा.
एके/एनआर (डीपीए, रॉयटर्स)