चार्ली चैपलिन के पोते की भारत में शादी
२२ फ़रवरी २०११यह शादी वीकेंड पर हुई. शादी कराने वाले पुरोहित राजगोपाल आदी ने बताया कि दुल्हा और दुल्हन, दोनों ही भारतीय पारंपरिक कपड़ों में सजे धजे थे. उनके मुताबिक जोपलिन और टिफैनी, दोनों की भारतीय संस्कृति में गहरी दिलचस्पी रही है. इसीलिए उन्होंने हिंदू रीति रिवाज से शादी करने का फैसला किया. अपने इस इरादे के बारे में उन्होंने अपने होटल व्यावसायी दोस्त परमेश्वर शास्त्री को बताया जिन्होंने गोकर्ण के कुड्ल बीच पर अपने होटल में इस शादी का पूरा प्रबंध किया.
जोपलिन पिछले 40 साल से बराबर गोकर्ण आते रहे हैं और भारतीय संस्कृति, परंपरा, पौराणिक कथाओं और कलाओं में उनकी खासी दिलचस्पी है. इसीलिए वह मलायम, हिंदी, तमिल और बांग्ला भाषाओं को अच्छी तरह समझते और बोलते हैं. संत तुकाराम, तुलसीदास, ज्ञानदेव और समर्थ रामदास पर उनकी कीर्तनों की किताबें भी प्रकाशित हुई हैं.
जोपलिन और टिफैनी, दोनों ही स्वामी रामदास, स्वामी सचिदानंद और केरल के स्वामी मुक्तानंद को अनुयायी हैं. आदी ने बताया कि वे पिछले 15 साल से कासरगोड़ की विदुषी उषा भट से संगीत भी सीख रहे हैं.
रिपोर्टः पीटीआई/ए कुमार
संपादनः आभा एम