चार्ल्स महान की अस्थियां आखेन में
४ फ़रवरी २०१४जर्मनी में कार्ल डेय ग्रोसे के नाम से मशहूर यह शासक अंग्रेजी भाषी देशों में चार्ल्स द ग्रेट के नाम से जाना जाता है और अपने समय के प्रसिद्द और ताकतवर शासकों शामिल है.
रिसर्चरों ने बताया कि जर्मन शहर आखेन में मिले मानव अवशेषों को 1988 गोपनीयता के साथ खोला गया. ये एक पतले, लंबे, बूढ़े आदमी के अवशेष थे. माना जाता है कि चार्ल्स द ग्रेट ने 768 से 814 तक फ्रांस पर, 774 से 814 तक लोंबार्ड और होली रोमन एम्पायर पर राज किया. पोप लिओ तृतीय ने साल 800 में पश्चिम साम्राज्य को होली रोमन साम्राज्य घोषित किया गया. उनकी मृत्यु 814 में हुई जब वह अपने जीवन में साठ या सत्तर साल की आयु के आसपास थे.
ज्यूरिख यूनिवर्सिटी में इंस्टिट्यूट ऑफ एनैटमी के प्रोफेसर फ्रांक रुएहली ने बताया, "1988 से अब तक मिले परिणामों के आधार पर हम कह सकते हैं कि ये चार्ल्स द ग्रेट के अवशेष होने की बहुत प्रबल संभावना है."
रुएहली के साथ परिणाम प्रस्तुत करने वालों में एंथ्रोपोलॉजिस्ट योआखिम श्लीफरिंग भी हैं. उन्होंने 1988 में चर्च से 94 हड्डियां और हड्डियों के टुकड़े इकट्ठा किए. इसके बाद चर्च के खजाने में सोने और चांदी के कक्ष में रखे चार्ल्स द ग्रेट के खोपड़ी के अंश का बाद में परीक्षण किया गया.
अवशेषों के परीक्षण के बाद हाथ की हड्डी, जांघ और पिंडली की हड्डियों की जांच से उनकी लंबाई 1.84 मीटर आंकी गई, जो कि मौजूदा समय में किसी आम आदमी के कद से कहीं ज्यादा है. भार का अनुमान 78 किलो लगाया गया और बॉडी मास इंडेक्स 22 पाया गया. पूर्व में आठ अन्य तरीकों से चार्ल्स की लंबाई 1.79 से 1.92 मीटर के बीच होने का अनुमान लगाया गया था. वैज्ञानिकों का दावा है कि उन्हें घुटने की हड्डी और एड़ी की हड्डी बढ़ी होने के अलावा चाल में भी बुढ़ापे में आने वाले झुकाव के प्रमाण मिले.
फ्रांक के एक विद्वान आइनहार्ड ने भी उनके व्यक्तित्व के बारे में कुछ ऐसा ही लिखा था. रिसर्च में यह नहीं पता चल पाया कि चार्ल्स की मौत कैसे हुई. हालांकि आइनहार्ड ने लिखा था कि उनकी मौत सीने में दर्द और तेज बुखार के कारण हुई थी, जो कि शायद निमोनिया हो सकता है.
एसएफ/एएम (डीपीए)