तस्वीर में आप जो पेड़ सा ढांचा देख रहे हैं, दरअसल उसे बनाया गया है चींटियों के घर में जा कर. पिघले हुए एल्युमीनियम से कैसे कला का यह नमूना बन सकता है, जानने के लिए देखें यह वीडियो.
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इसे कुदरत और विज्ञान का अद्भुत मिश्रण ही कहेंगे कि बिना किसी बाहरी मदद के, केवल एल्युमीनियम के इस्तेमाल से इतना खूबसूरत आर्टपीस तैयार किया जा सकता है. इस तरह के आर्टपीस लाखों डॉलर में बिकते हैं. लेकिन इन्हें बनाना बेहद आसान है. दो मिनट के वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे पिघली हुई धातु को चींटियों के बिल में डाला जाता है.
"एंटहिल आर्ट" वेबसाइट का दावा है कि इन आर्टपीस को बनाने के लिए केवल लाल रंग की चींटियों के बिल के साथ ही छेड़ छाड़ की जाती है. रीफा यानि रेड इंपोर्टेड फायर एंट्स अमेरिका में एक बड़ी समस्या हैं. अक्सर ये लोगों के बगीचों में अपनी बस्तियां बना लेती हैं और ये खतरनाक भी हो सकती हैं. इसलिए लोग पेट्रोल डाल कर यह अन्य तरीकों से आग लगा कर इन्हें खत्म करते हैं. वहीं "एंटहिल आर्ट" एक तीर से दो निशाने लगा रही है. खौलते हुए अल्युमीनियम से चींटियों से भी निजात मिलता है और कलाकारी भी हो जाती है.
चींटियों के बारे में मजेदार तथ्य
चींटियां कड़ी मेहनत और सामाजिक जिम्मेदारी को कैसे निभाती हैं यह हम बचपन से कहानियों में सुनते आए हैं. लेकिन इनके बारे में कुछ और भी बड़ी दिलचस्प बातें हैं.
ताकतवर जीव
दुनिया भर में चींटियों की 10,000 से ज्यादा प्रजातियां मौजूद हैं. आकार में ये 2 से 7 मिलीमीटर के बीच होती हैं. सबसे बड़ी चींटी कार्पेंटर चींटी कहलाती है. उसका शरीर करीब 2 सेंटीमीटर बड़ा होता है. एक चींटी अपने वजन से 20 गुना ज्यादा भार ढो सकती है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
तेज दिमाग
कीटों में चींटी का दिमाग सबसे तेज माना जाता है. इसमें करीब 250,000 मस्तिष्क कोशिकाएं होती हैं.
तस्वीर: imago/blickwinkel
काम का बंटवारा
रानी चींटी सबसे बड़ी होती है. इसका अहम काम अंडे देना है, यह हजारों अंडे देती है. नर चींटे का शरीर छोटा होता है. यह रानी चींटी को गर्भवती करने के कुछ दिन बाद मर जाता है. अन्य चींटियों का काम खाना लाना, बच्चों की देखरेख करना, और कालोनीनुमा घर बनाना है. साथ ही रक्षक चींटियों का काम घर की हिफाजत करना होता है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/F. Rumpenhorst
पैरों से सुनना
असल में चींटियां सुन नहीं सकतीं क्योंकि उनके कान नहीं होते. हालांकि ये जीव ध्वनि को कंपन से महसूस कर सकते हैं. आसपास की आवाज को सुनने के लिए ये घुटने और पांव में लगे खास सेंसर पर निर्भर करते हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
दयावान
चींटियों के दो पेट होते हैं. एक में खुद के शरीर के लिए खाना होता है और दूसरे में कालोनी में रहने वाली दूसरी चींटियों के लिए खाना होता है.
तस्वीर: Fotolia/Antrey
उम्र
रानी चींटी की उम्र लंबी होती है, वह 20 साल भी जीवित रह सकती है. उसकी मदद करने वाली अन्य चींटियां करीब 45-60 दिन ही जीवित रहती हैं. और अगर रानी मर जाती है तो कुछ ही दिनों में चींटियों की कालोनी नष्ट हो जाती है.
तस्वीर: Colourbox/P. Chaisanit
लड़ाकू चींटियां
चींटियों की हर कालोनी की एक तय सीमा होती है. वे लगातार अपनी सीमा का विस्तार करने की कोशिश करती रहती हैं. अगर ऐसा होता है तो युद्ध छिड़ जाता है जो अक्सर कई घंटों तक या कई बार कई हफ्तों तक भी चलता है.