चीनी राष्ट्रपति ने भ्रष्टाचार पर चिंता जताई
१ जुलाई २०११हू ने पार्टी की वर्षगांठ सभा को संबोधित करते हुए कहा, "समूची पार्टी बढ़ती मुश्किलों का सामना कर रही है." उन्होंने कहा कि समस्याओं की जड़ कुछ सदस्यों की अयोग्यता और उनका जनता से दूर होना है. राष्ट्रपति ने कहा कि अब कहीं जरूरी हो गया है कि पार्टी अपने सदस्यों से अनुशासन की मांग करे.
पार्टी नेताओं और सदस्यों को संबोधित करते हुए चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव ने देश में जारी भ्रष्टाचार के खिलाफ भी चेतावनी दी और कहा कि इससे पार्टी में जनता के भरोसे को नुकसान पहुंचेगा. हू ने कहा, "भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष एक महत्वपूर्ण कर्तव्य है और यह कर्तव्य बेहद मुश्किल है."
अपने भाषण में चीनी राष्ट्रपति ने साथ ही "क्रांति, विकास और सुधारों" में कम्युनिस्ट पार्टी की उपलब्धियों की सराहना की. उन्होंने कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी को आर्थिक विकास की गारंटी देनी होगी. ग्रेट हॉल ऑफ पीपल में हुई सभा में हू ने कहा, विकास अत्यंत महत्वपूर्ण है और स्थायित्व लाना हमारी अहम जिम्मेदारी है. "स्थायित्व के बिना कुछ भी हासिल नहीं किया जा सकता और अब तक की उपलब्धियां भी समाप्त हो जाएंगी."
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना 1921 में बुद्धिजीवियों के एक छोटे से दल ने की थी. उनमें बाद में पार्टी के अध्यक्ष और चीन के नेता बने माओ त्से तुंग भी शामिल थे.
शुक्रवार को पार्टी की 90वीं जयंती समारोहों में चीन के पूर्व राष्ट्रपति जियांग जेमीन उपस्थित नहीं थे. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार 84 वर्षीय जियांग बीमार हैं. समारोह में बहुत से रिटायर्ड और राष्ट्रीय नेताओं ने भाग लिया जिनमें पूर्व प्रधानमंत्री ली पेंग, झू रोंगजी भी शामिल हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: उज्ज्वल भट्टाचार्य