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चीनी सीमा के पास मिसाइल तैनाती की योजना

२५ अगस्त २०१०

एक ओर जहां विभिन्न क्षेत्रों में भारत और चीन के बीच संबंधों को बढ़ाने की बात हो रही है, वहीं दोनों देश अपने बीच सीमा पर अस्त्रों की तैनाती आगे बढ़ा रहे हैं. भारत उत्तर पूर्वी सीमा पर मिसाइल तैनात करने पर विचार कर रहा है.

चाकचौबंद होने की तैयारीतस्वीर: picture-alliance/ dpa

भारतीय रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया है कि भारत चीन की सीमा के निकट अपने पूर्वोत्तर क्षेत्र में परमाणु क्षमता वाले मिसाइलों की तैनाती पर विचार कर रहा है, ताकि सैनिक क्षमता बढाई जा सके.

इससे पहले अमेरिकी रक्षा मंत्रालय की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि चीन ने भारत की सीमा के नजदीक लंबी दूरी के अपने सीएसएस-5 मिसाइलों को तैनात किया है और हवाई सेना की टुकड़ियों को तुरंत वहां लाने की योजना विकसित की है.

तस्वीर: AP

इन खबरों की पृष्ठभूमि में भारतीय प्रतिरक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने कहा है कि भारत भी चीनी सीमा के पास दो हजार किलोमीटर तक मार कर सकने वाले अग्नि-2 और 350 किलोमीटर की दूरी तक मार करने वाले पृथ्वी-3 मिसाइलों को तैनात करने पर विचार कर रहा है.

ये दोनों जमीन से जमीन तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल हैं. सूत्रों के अनुसार मिसाइलों की तैनाती के लिए पश्चिम बंगाल के उत्तर में और आसपास के क्षेत्रों में सेना की ओर से जमीन खरीदी जा रही है.

हाल के महीनों में भारत की ओर से उत्तर-पूर्वी सेक्टर में किसी भी संभावित चीनी हमले को रोकने के लिए सैनिक संरचनाओं का विकास शुरू किया गया है. तेजपुर और असम के चाबुआ में एसयू-30 एमकेआई प्रकार के युद्धक जेट विमानों के दो स्क्वाड्रन तैनात किए गए हैं और अरुणाचल प्रदेश और नजदीक के इलाकों में तैनाती के लिए दो पहाड़ी डिवीजन बनाए जा रहे हैं.

इसके अलावा सीमा से लगे क्षेत्र में सड़कों का निर्माण न करने की पुरानी सैनिक अवधारणा को बदलते हुए चीनी-भारतीय सीमा से लगे क्षेत्र में 70 स्ट्रैटेजिक सड़कों के निर्माण की योजना पर काम शुरू किया गया है.

रिपोर्ट: पीटीआई/उभ

संपादन: एस गौड़

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