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चीन ने सैन्य बजट में भारी इजाफा किया

४ मार्च २०११

चीन ने अपना सैन्य बजट तकरीबन 13 फीसदी बढ़ाते हुए 91 अरब डॉलर करने का एलान किया है. बीजिंग का कहना है कि विदेशी नेता अब चिंताएं बढ़ा रहे हैं. इसीलिए सेना का आधुनिकीकरण और विस्तार करना जरूरी हो गया है.

तस्वीर: AP

2011 के लिए तैयार किए गए रक्षा बजट के मसौदे के मुताबिक चीन अब सैन्य तैयारियों पर 91.5 अरब डॉलर खर्च करेगा. इसकी वजह बढ़ती चिंताएं हैं. नेशनल पीपल्स कांग्रेस ने साफ शब्दों में कई देशों को कूटनीतिक संदेश भी दिया है. सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि विदेशी नेताओं और विश्लेषकों की चिंताओं के बाद सैन्य विस्तार करना जरूरी हो गया है.

बीजिंग में शनिवार से दस दिन का बजट सत्र हो रहा है. उम्मीद है कि बजट सत्र में खुलकर पता चलेगा कि चीन किन किन देशों और नेताओं का नाम अपनी चिंता की सूची में रखता है.

सरकार का कहना है कि 25 लाख जवानों वाली पीपल्स लिबरेशन आर्मी का आधुनिकीकरण करना होगा. चीन ने पिछले साल रक्षा बजट में 7.5 फीसदी की मामूली वृद्धि की थी. बीते 20 साल में यह पहला मौका रहा जब चीन ने रक्षा बजट को इतनी कम दर से बढ़ाया.

चीन का रक्षा बजट भारत के रक्षा बजट की तुलना में ढाई गुने से ज्यादा है. भारत ने पिछले दिनों ही 11 प्रतिशत की वृद्धि के साथ अपना रक्षा बजट 36 अरब डॉलर करने का एलान किया. हालांकि अमेरिकी रक्षा बजट की तुलना में चीन अब भी काफी पीछे है. अमेरिकी सरकार रक्षा पर चीन से सात गुना ज्यादा पैसा खर्च करती है.

लेकिन अब कुछ पश्चिमी विश्लेषक कहने लगे हैं कि चीन वास्तव में अपनी सेना पर बजट से तीन गुना ज्यादा पैसा खर्च कर रहा है और वह हर चीज को सार्वजनिक करने से बच रहा है. जानकार मानते हैं कि चीन के रक्षा बजट को लेकर अमेरिका, जापान, भारत और मलेशिया जैसे देशों की बेचैनी बढ़ेगी.

रिपोर्ट: डीपीए/ओ सिंह

संपादन: ए कुमार

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