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चीन में आज से नया साल

३ फ़रवरी २०११

चीन में आज से नया साल शुरू हो रहा है. साल 2011 चीन में खरगोश के साल के तौर पर मनाया जा रहा है.

तस्वीर: AP

क्यों अहम है चीन का नया साल

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नया साल चीन में सबसे बड़े त्यौहार के तौर पर मनाया जाता है. भारत में जो रौनक दीवाली पर और पश्चिमी देशों में क्रिसमस पर देखने को मिलती है वही रौनक चीन में नए साल पर देखी जा सकती है. नए साल को धूम धाम से मानाने के लिए लोगों को एक हफ्ते की छुट्टी मिली है. टीवी पर लगातार राशिफल दिखाए जा रहे हैं और बताया जा रहा है कि किस राशि के लिए यह साल कैसा रहेगा.

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खरगोश के साल का मतलब

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भारत की ही तरह चीन में भी ज्योतिषशास्त्र का बड़ा महत्व है. चीन के प्रसिद्ध ज्योतिष डॉंग यिलिन बताते हैं, "जो लोग खरगोश के साल में पैदा होते हैं वो बेहद गुणी होते हैं, लेकिन वे थोड़े परिवर्तन विरोधी भी होते हैं. वे सारे तर्कों को जांच लेने के बाद ही किसी काम में कूदते हैं. वे अपना धैर्य भी आसानी से नहीं खोते और काम में उन पर पूरी तरह से निर्भर किया जा सकता है." लोग उम्मीद कर रहे हैं कि जैसे खरगोश बेहद शांत स्वभाव का होता है, उसी तरह नया साल चीन में भी शांति लाएगा.

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उम्मीदों का साल

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मलेशियाई चीनी संघ के अध्यक्ष दातुक सेरी उम्मीद कर रहे हैं कि खरगोश का साल कारोबार और आर्थिक व्यवस्था के लिहाज से अच्छा साबित होगा. साथ ही जनता के लिए बेहतर व्यवस्था और समृद्धि भी लाएगा. क्योंकि यह साल खरगोश का साल है इसलिए बाजारों में लटकते हुए लम्बे कानों वाले खरगोश के पुतले और खिलौने भी तेजी से बिक रहे हैं. मेलों में परम्परागत दैत्य नृत्य भी देखे जाते हैं और खूब आतिशबाजी भी होती है. 2010 चीन में बाघ के साल के तौर पर मनाया गया था.

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कैसे मनेगा नया साल

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चीन में नए साल का बड़ा महत्व है. चीनी परंपरा के अनुसार नया साल पृथ्वी पर जीवन की रचना को दर्शाता है. यह चीनी परंपरा का सबसे पुराना त्यौहार है. 15 दिन तक यानी पूर्णमासी के दिन यह उत्सव मनाया जाएगा. लोग इसकी तैयारियों में पूरी तरह से जुटे हुए हैं. उत्सव के दौरान लोग एक दूसरे को ढेर सारे उपहार देते हैं और दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ अधिक से अधिक समय बिताना पसंद करते हैं. घर को सजाया जाता है, तरह तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं और बाजारों में मेले लगते हैं.

रिपोर्टः ईशा भाटिया

संपादनः वी कुमार

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