चीन में बचावकर्मी खराब मौसम के बावजूद दुर्घटनाग्रस्त जहाज में फंसे लोगों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं. यांगत्सी नदी पर 458 ज्यादातर बुजुर्ग लोगों को लेकर जा रहा पर्यटन जहाज चक्रवाती तूफान की चपेट में आकर डूब गया.
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ज्यादातर यात्री अभी भी जहाज के अंदर फंसे हुए हैं. यह पिछले 70 साल में चीन की सबसे गंभीर दुर्घटनाओं में शामिल है. गोताखोरों ने जहाज में फंसी एक 65 वर्षीय महिला को निकाला है. वह उन 13 लोगों में शामिल है जिसे सोमवार रात नानजिग से चोंगचिंग जाते हुए दुर्घटनाग्रस्त हो गए जहाज इस्टर्न स्टार से बचाया गया है. चीनी मीडिया के अनुसार महिला अच्छे स्वास्थ्य में है. इसके बाद और लोगों के जीवित बचे होने की संभावना बढ़ गई है. अब तक पांच शव भी बरामद किए गए हैं. चीनी टेलिविजन पर दिखाई गई तस्वीरों में बचावकर्मियों को डूबे हुए जहाज के उपरी हिस्से पर देखा जा सकता है. अखबार हूबे डेली के अनुसार बचावकर्मियों ने जहाज पर दस्तक दी जिसका उन्हें जवाब मिला, "तीन लोग जीवित मिले."
राषट्रपति शी जिनपिंग ने व्यापक बचावकार्य के आदेश दिए हैं, जबकि प्रधानमंत्री ली केचिंयांग मौके पर पहंचे हैं और राहतकार्य का मुआयना किया है. भारी बरसात के कारण बचाव कार्य में बाधा आ रही है. पुलिस की टीमें छोटी नावों की मदद से नदी में जीवित बचे लोगों को खोजने की कोशिश कर रही है. नदी के तट पर इमरजेंसी राहतकर्मी यात्रियों को बाहर निकाले जाने का इंतजार कर रहे हैं. नानजिंग के एक अखबार के अनुसार ज्यादातर यात्री 60 से ज्यादा उम्र के थे.
फेरी दुर्घटनाओं का दर्दनाक सिलसिला
दुनिया के किसी ना किसी हिस्से से बड़ी फेरी दुर्घटनाओं की खबरें आती रहती हैं. आंकड़े बताते हैं कि पिछले दस साल में हर साल 500 से ज्यादा लोग इन दुर्घटनाओं में मारे गए हैं.
तस्वीर: AFP/Getty Images
चीन: जून 2015
चीन के हुबेई प्रांत में यांग्सी नदी पर करीब 450 लोगों वाली एक यात्री नाव पलट गई. 50 से 80 साल की उम्र के यात्रियों को ले जा रही यह नाव चक्रवाती तूफान की चपेट में आ गई थी. चीन सरकार ने दुर्घटना के बचाव अभियान में 3,000 से अधिक अर्द्धसैनिक बल के जवानों और 50 से ज्यादा नावों को तैनात किया है.
तस्वीर: imago/Xinhua/Xiao Yijiu
दक्षिण कोरिया: 2014
दक्षिण कोरिया के दक्षिणी द्वीप के पास यह फेरी दो घंटे तक समुद्री लहरों और हवा के भारी झोंकों से जूझते हुए अंत में डूब ही गई. हादसे के समय फेरी में स्कूली बच्चों और टीचरों समेत 477 यात्री सवार थे जो छुट्टियां मनाने जेजू रिसॉर्ट जा रहे थे.
तस्वीर: Reuters
फिलिपींस: 2013, 2008
2013 में फिलिपींस के सेबू के पास रात के अंधेरे में 200 लोगों को ले जा रही एक फेरी एक कार्गो जहाज से टकराकर डूब गई. इसमें 71 लोग नारे गए. 2008 में एमवी प्रिंसेस नाम के एक बड़े जहाज के तूफान में फंस कर डूबने से 800 जानें गईं.
तस्वीर: AFP/Getty Images
तंजानिया: 2012
बचावकर्मी 18 जुलाई, 2012 को तंजानिया मेनलैंड और जंजीबार के बीच उलट गए जहाज से लोगों के शव निकालते हुए. इस फेरी में 290 यात्री और चालक दल के लोग थे जिसमें से कम 144 लोग मृत या लापता हो गए.
तस्वीर: AFP/Getty Images
भारत: 2012
आपदा बचाव दल कर्मी पूर्वोत्तर राज्य असम के पास ब्रह्मपुत्र नदी में दुर्घटनाग्रस्त हुई एक फेरी से लोगों को बचाने की कोशिश में. अचानक आए तेज तूफान में फंसने से फेरी के दो टुकड़े हो गए और इसमें सवार 200 से भी ज्यादा लोगों की डूब कर मौत हो गई.
तस्वीर: AFP/Getty Images
तंजानिया: 2011
जंजीबार के दो द्वीपों के बीच डूब जाने से 'स्पाइसी आइलैंडर' नामकी एक फेरी में सवार 200 से भी ज्यादा लोग मारे गए. इसी फेरी से यात्रा कर रहे अन्य 600 लोगों को बचा लिया गया. बचाए गए यात्री जंजीबार के एक अस्पताल में भर्ती किए गए.
तस्वीर: AFP/Getty Images
इंडोनेशिया: 2009, 2006, 2005, 2000
यह द्वीप समूह कई फेरी दुर्घटनाओं का गवाह रहा है. जनवरी 2009 में सुलावेसी द्वीप के पास चक्रवात में फंसी एक फेरी के डूबने से 200 से भी ज्यादा लोगों की जान चली गई. 2006 में जावा के तट के पास एक फेरी डूबने से 400 से भी ज्यादा मौतें हुईं.
तस्वीर: AFP/Getty Images
इंडोनेशिया: 2006
दिसंबर, 2006 में सेंट्रल जावा में हुई एक और फेरी दुर्घटना से बचा कर लायी जा रही एक महिला यात्री. काफी लंबे समय तक तूफान के थपेड़े झेलने के बाद डूबने से इस जहाज के 500 से भी ज्यादा यात्री लापता हो गए थे.
तस्वीर: AFP/Getty Images
गांबिया: 2002
सेनेगाल में बनी 'जूला' नामकी इस फेरी के डूबने से 1,800 से भी ज्यादा लोग मौत की नींद सो गए. अफ्रीका के पश्चिमी तटीय क्षेत्र से गुजर रही जूला को बेहद अशांत समुद्र ने पूरी तरह पलट दिया था.
तस्वीर: AFP/Getty Images
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सीसीटीवी के अनुसार 76.5 मीटर लंबा जहाज हूबे प्रांत के जियानली इलाके में डूबने के बाद तीन किलोमीटर आगे बहकर चला गया. जहाज के डूबने की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं है. बचाए गए लोगों में जहाज का कैप्टेन और मुख्य इंजीनियर भी है. अधिकारी उनसे पूछताछ कर रहे हैं. दोनों ने कहा है कि जहाज चक्रवाती तूफान में फंस गया और मिनटों के अंदर डूब गया. जहाज पर 406 यात्री और 47 जहाजकर्मियों के अलावा 5 पर्यटन कर्मचारी सवार थे. तीन घाटियों वाले मनोरम इलाके में पर्यटकों के लिए चोंगचिंग इस्टर्न शिपिंग कंपनी द्वारा चलाया जाने वाला जहाज 1993 से सेवा में था और सरकारी नियमों के अनुसार तीन साल बाद रिटायर होता.
ट्रांसपोर्ट मंत्रालय और दूसरे विभागों को बचाव कार्य में सारे संसाधन लगा देने को कहा गया है. सत्ताधारी चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता प्राकृतिक दुर्घटनाओं को लेकर बहुत संवेदनशील हैं क्योंकि किसी भी गलत कदम या देरी को सरकार चलाने में उनकी अक्षमता समझा जा सकता है. हूबेई डेली ने कहा है कि 100 मछली मारने वाली नौकाओं सहित 150 नोकाओं और विभिन्न सेवाओं के 3000 लोगों को बचाव कार्य में लगाया गया है.