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चीन में दुनिया का सबसे तेज सुपरकंप्यूटर

१५ नवम्बर २०१०

एक सर्वे के मुताबिक चीन ने दुनिया का सबसे तेज सुपरकंप्यूटर बना लिया है. तियान्हे-1 नाम की मशीन एक सेकंड में 2,570 खरब गणनाएं कर सकती है. इससे पहले अमेरिकी सुपरकंप्यूटर के पास था नंबर एक होने का खिताब.

जर्मन सुपरकंप्यूटर यूगेनेतस्वीर: picture-alliance / dpa

तियान्हे का मतलब चीनी भाषा में आकाश गंगा है. विश्व में 500 सबसे तेज सुपरकंप्यूटरों के लिए एक खास सर्वे में उसे सबसे तेज बताया जा रहा है. इससे पहले अमेरिकी सुपरकंप्यूटर जैग्वार पहले स्थान पर था और उसकी गति एक सेकंड में 1,750 खरब गणनाएं थीं.

तियान्हे चीन के तियांजिन शहर में नेशनल सेंटर फॉर सुपरकंप्यूटिंग में रखा गया है. इसमें लगाए गए कंप्यूटर चिप ज्यादातर अमेरिकी कंपनियों के बनाए हुए हैं. चीन की एक और मशीन नेब्यूले, विश्व का तीसरा सबसे तेज सुपरकंप्यूटर है. इसे दक्षिणी शहर शेंजेन में रखा गया है.

अंदर से सूपरकंप्यूटरतस्वीर: picture alliance / dpa

हालांकि अमेरिकी मशीन अब भी दुनिया के सर्वोत्तम मशीन माने जाते हैं. 500 सुपरकंप्यूटरों की लिस्ट में ज्यादातर अमेरिका से हैं. जापान की मशीन सुबामे चौथे स्थान पर है जबकि फ्रांस की तेरा-100 छटे स्थान पर है. जर्मनी की मशीन यूगेने नौवें स्थान पर है.

भारत का सुपरकंप्यूटर एका 47वें स्थान पर है और यह टाटासंस लैबौरेट्रीज, पुणे में रखा गया है. भारत के तीन और सुपरकंप्यूटर 500 टॉप मशीनों की लिस्ट में हैं. 137 स्थान पर एक बार फिर पुणे में इंस्टिट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मिटियोरॉलजी की मशीन है. 298वें स्थान पर पुणे की सीडैक संस्था में 'परम' श्रेणी की मशीने हैं और 491वें स्थान पर भारत सरकार का सुपरकंप्यूटर है.

सुपरकंप्यूटर उस कंप्यूटर को कहा जाता है जो कम समय में ज्यादा से ज्यादा गणनाएं कर सके. लेकिन तकनीक में तेजी से बदलाव को देखते हुए आज के सुपरकंप्यूटर कल घरेलू उपकरण भी हो सकते हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/एमजी

संपादनः एस गौड़

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