चीन में बनेगा टाइटैनिक II
२७ फ़रवरी २०१३दुनिया का सबसे यादगार जहाज टाइटैनिक फिर बनने जा रहा है. इस बार इसमें निवेश कर रहे हैं ऑस्ट्रेलिया के अरबपति क्लीव पाल्मर. मंगलवार को न्यूयॉर्क में उन्होंने टाइटैनिक II के ब्लूप्रिंट जारी किए. नए जहाज को हर लिहाज से टाइटैनिक जैसा ही बनाने की कोशिश है. हुबहू. पाल्मर का दावा है कि सुरक्षा के लिहाज से इसे टाइटैनिक से बेहतर बनाया जाएगा.
असली टाइटैनिक की तरह यहां भी तीन क्लास होंगे. हालांकि थर्ड क्लास के यात्रियों को फर्स्ट क्लास से अलग ही रखा जाएगा. यानी इस नए टाइटैनिक में लियोनार्डो डी कैप्रियो केट विंस्लेट से नहीं मिल पाएंगे. हालांकि पाल्मर का कहना है कि वह ऐसी टिकटों का भी बंदोबस्त करेंगे जिसे लेकर लोग तीनों क्लास का मजा ले सकें. लेकिन यह टिकट काफी महंगे होंगे. कीमतों के बारे में पाल्मर ने अभी कोई खुलासा नहीं किया है. जब उनसे पूछा गया कि वह खुद किस क्लास में सफर करना चाहेंगे तो उन्होंने कहा, "मैं तो लियोनार्डो की तरह ड्रम और वायलिन की धुन पर थिरकना चाहता हूं... असली मजा तो वहीं है."
शापित टाइटैनिक
टाइटैनिक को "अनसिंकेबल" यानी कभी न डूबने वाला जहाज कहा जाता था, लेकिन उसकी पहली यात्रा में ही यह बात गलत साबित हो गई. हालांकि न्यूयॉर्क में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पाल्मर इस तरह का दावा करने से बचते रहे. जब उनसे यह पूछा गया कि क्या वह इस नए टाइटैनिक को अनसिंकेबल कहेंगे तो उन्होंने जवाब में कहा, "मुझे लगता है यह डींग हांकने जैसा होगा. लोगों ने अतीत में ऐसा किया है.. आप किसी भी चीज में सुराख कर देंगे तो वह डूब ही जाएगी."
इस बार सब कुछ पहले जैसा भले ही हो, लेकिन लाइफबोटों की संख्या ज्यादा होगी. 1912 में कम लाइफबोट होने के कारण 1500 लोगों की जान गयी थी. पाल्मर का कहना है कि न सिर्फ इन जीवन रक्षक नावों की संख्या अधिक होगी, बल्कि इनकी गुणवत्ता पर भी पूरा ध्यान दिया जाएगा, ये इतनी मजबूत होंगी कि "अगर आप चाहें तो इनमें बैठ कर पूरी दुनिया की सैर कर सकते हैं." टाइटैनिक को शापित भी माना जाता है, लेकिन पाल्मर का कहना है, "मैं अंधविश्वासी नहीं हूं."
मेड इन चाइना
पाल्मर इस प्रोजेक्ट में कितना निवेश कर रहे हैं यह तो उन्होंने बताने से इनकार कर दिया, लेकिन यह जरूर कहा कि वह ऐसा कर क्यों रहे हैं, "मैं पूरा पैसा खुद लगा रहा हूं क्योंकि मैं चाहता हूं कि मैं मरने से पहले अपना पैसा कहीं खर्च कर सकूं." फोर्ब्स पत्रिका के अनुसार पाल्मर के पास कुल 79.5 करोड़ डॉलर की संपत्ति है. इसमें से कितना हिस्सा टाइटैनिक के निर्माण में खर्च होगा, इस बारे में अभी कोई अनुमान नहीं लगाया गया है.
पाल्मर ने पिछले साल ही ब्लू स्टार लाइन नाम से जहाज की कंपनी शुरू की है. टाइटैनिक बनाने का काम कंपनी चीन के सीएससी जिनलिंग शिपयार्ड को दे रही है. लेकिन अब तक दोनों कंपनियों के बीच करार नहीं हुआ है. पाल्मर ने बहुत ही निश्चिन्त भाव में कहा, "हम शायद अगले हफ्ते ऐसा करेंगे. ज्यादातर मैं जो कहता हूं, वह मैं करता भी हूं." जहाज को बनाने का काम इसी साल शुरू कर दिया जाएगा और योजना के अनुसार 2016 में यह पहली यात्रा पर निकलेगा. समय सीमा के बारे में पाल्मर ने कहा, "अगर ज्यादा वक्त लगेगा तो लगेगा. लेकिन हम कर दिखाएंगे, इसमें हमारा बहुत पैसा लगा है." सफर की शुरुआत होगी चीन से, जहां से जहाज इंग्लैंड के लिए रवाना होगा. इसके बाद यह न्यूयॉर्क के लिए बढेगा. सौ साल पहले 1913 में इसी रास्ते पर टाइटैनिक दुर्घटनाग्रस्त हुआ था.
सब वैसा ही
अपने समय में टाइटैनिक दुनिया का सबसे बड़ा जहाज था. हालांकि आज के क्रूज जहाजों की तुलना में वह काफी छोटा प्रतीत होगा. नया जहाज असली टाइटैनिक से अंगुल भर बड़ा होगा. लोगों को उन्हीं पुराने दिनों का अहसास कराने के लिए कमरों में उस जमाने के कपड़े भी रखे जाएंगे. लोग चाहें तो डाइनिंग हॉल में पुराने जमाने के लिबास में टाइटैनिक का आनंद उठा सकते हैं. पाल्मर ने कहा, "टाइटैनिक सपनों का जहाज था और टाइटैनिक II वह जहाज है, जहां सपने पूरे होंगे."
यहां वैसी ही सीढियां होंगी जैसी असली जहाज में थीं और वही स्वीमिंग पूल भी. साथ ही इस जहाज पर न तो टीवी होगा और न ही इंटरनेट. यानी जिन लोगों को अपने लैपटॉप और आईपैड के बिना रहने की आदत नहीं है, उनके लिए इस जहाज पर रहना थोड़ा मुश्किल होगा. लेकिन पाल्मर इसे रोमांटिक मानते हैं. मजाक करते हुए उन्होंने कहा, "आप यहां एक बार फिर अपनी पत्नी के प्यार में डूब सकते हैं. हम इससे अमेरिका में तलाक की बढ़ती संख्या पर काबू करना चाह रहे हैं."
आईबी/एजेए (एएफपी/रॉयटर्स)