छत्तीसगढ़ में नक्सली हमला, 10 पुलिसकर्मी मरे
२४ मई २०११वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि एएसपी राजेश पवार के नेतृत्व में 10 सदस्यों वाली पुलिस टीम सोमवार को अमामोरा और सोनाबेद के जंगलों में भेजी गई. पुलिस को इस इलाके में माओवादियों की आवाजाही की जानकारी मिली थी.
जब यह पुलिस टीम शाम को लौट रही थी, तो उनकी गाड़ी खराब हो गई. इसके बाद वे ट्रैक्टर पर सवार हुए, लेकिन माओवादियों की बिछाई बारूदी सुरंग में विस्फोट के कारण ट्रैक्टर उड़ गया. अधिकारियों के मुताबिक हमले में नौ पुलिसकर्मी मारे गए. गरियाबंद रायपुर से पूर्व में 80 किलोमीटर दूर हैं, लेकिन सोमवार को जब शाम 6 बजे के बाद से पुलिस टीम से कोई संपर्क नहीं हो सका तो छत्तीसगढ़ पुलिस ने सीआरपीएफ और एसटीएफ की एक बड़ी टीम इलाके में भेजी. जिला पुलिस का कहना है कि घटनास्थल से मारे गए पुलिसकर्मियों के शव बरामद कर लिए गए हैं.
पिछले हफ्ते महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में पुलिस से हुई झड़पों में चार सुरक्षाकर्मी और तीन माओवादियों की मौत हो गई. भारत के कुल 626 जिलों में से एक तिहाई से भी ज्यादा जिले माओवादी हिंसा से पीड़ित हैं. माओवादी विद्रोहियों का कहना है कि वे देश के सबसे गरीब इलाकों में आदिवासी, गरीब और भूमिहीन लोगों के लिए लड़ रहे हैं. इस साल जनवरी से भारत में माओवादी हिंसा में 240 से ज्यादा विद्रोही, सैनिक और आम लोग मारे गए हैं.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह माओवादी हिंसा को देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए सबसे बड़ी चुनौती मानते हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एमजी