रोनाल्डो ने एक वीडियो शेयर किया है कि जिसमें वह मैड्रिड के बाजार में अपने फुटबॉल कौशल को भी दिखाते नजर आ रहे हैं. वीडियो में रियाल मैड्रिड के स्टार रोनाल्डो ने बड़ी बड़ी दाढ़ी मूंछ लगा रखी है और बड़ा सा चश्मा भी पहना हुआ है. यूट्यूब पर जारी इस वीडियो में यह भी दिखाया गया है कि कैसे हुलिया बदलने के लिए 30 साल के रोनाल्डो ने एक फैट सूट पहना. इस वजह वे काफी मोटे लग रहे थे और लोग उन्हें पहचान नहीं पाए.
मैड्रिड के सबसे ज्यादा चहल पहल वाले इलाकों में से एक प्लाजा दे कैलाओ में रोनाल्डो ने एक कुत्ते के साथ फुटबॉल का करतब दिखाना शुरू कर दिया. वीडियो में कुत्ता कुर्सी पर बैठा हुआ दिखाई देता है. करीब एक घंटे तक रोनाल्डो बाजार में करतब दिखाते हैं. इस दौरान अधिकतर लोग उनके करीब से बगैर उन पर ध्यान दिए निकल जाते हैं. रोनाल्डो खुद कुछ लोगों से अपने साथ फुटबॉल खेलने का आग्रह करते हैं. लेकिन एक आध को छोड़ कर बाकी सब मुंह फेर कर चले जाते हैं. इस दौरान वे कुछ लड़कियों से उनका फोन नंबर भी मांगते हैं.
अंत में एक छोटा बच्चे उनके साथ फुटबॉल खेलने लगता है. थोड़ी देर बाद रोनाल्डो फुटबॉल पर ऑटोग्राफ देते हैं और बच्चा हैरानी से उनकी तरफ देखता है. फिर वे एक एक कर अपनी दाढ़ी, मूंछ और नकली बाल हटाते हैं और बच्चा दंग रह जाता है. बहुत ही मासूमियत से वह बच्चा "ओला" यानि हैलो कहता है. कुछ ही सेकंड में बाजार में मौजूद लोगों का ध्यान अपने स्टार खिलाड़ी की ओर जाता है और सब रोनाल्डो से हाथ मिलाने, उनके साथ तस्वीर और ऑटोग्राफ लेने के लिए बेचैन दिखते हैं. 3 अगस्त को यूट्यूब पर शेयर किए रोनाल्डो के इस वीडियो को मात्र दो दिन में ही बीस लाख से भी ज्यादा लोग देख चुके हैं.
खेल, इंसान के शारीरिक और मानसिक विकास में अहम भूमिका निभाते हैं. लेकिन कुछ खेल ऐसे हैं जिनमें खासी सावधानी बरती जानी चाहिए, वरना मस्तिष्क पर गंभीर असर पड़ सकता है.
तस्वीर: Reutersफिल ह्यूज, रमन लांबा, जुल्फिकार भट्टी, अब्दुल अजीज और डैरेन रेंडल, ये नाम उन क्रिकेटरों के हैं जिनकी मौत मैच के दौरान गेंद लगने से हुई. क्रिकेट बॉल कम से कम 156 ग्राम की होती है. अगर गेंद तेजी से सीने या सिर पर लगे तो घातक नतीजे हो सकते हैं.
तस्वीर: Getty Images/AFP/W. Westजर्मनी के पूर्व गोलकीपर टिम वाइस अब रेसलर बनना चाहते हैं. हालांकि डॉक्टर उन्हें ऐसा न करने की सलाह देंगे. रिसर्च के मुताबिक रेसलिंग के दौरान सिर पर गंभीर चोटें लगती हैं. कनाडा के 40 साल के क्रिस बेनोएट तो इसी वजह से मारे गए.
तस्वीर: picture alliance/dpa/Affonso Gavinha/WWEबॉक्सिंग के दौरान सिर पर लगने वाली चोटों के लिए तो डॉक्टर एक नाम भी तय कर चुके हैं. ऐसी बीमारियों को क्रोनिक बॉक्सर इंसेफेलोपैथी या पंच ड्रंक सिंड्रोम कहते हैं. सिर में एक ही जगह बार बार चोट लगने से याददाश्त और बोलने की क्षमता कमजोर होने लगती है. खुदकुशी के विचार आते हैं और आखिरकार डिमेंशिया का खतरा होता है.
तस्वीर: picture alliance/dpa Marcus Brandtलेकिन क्रोनिक बॉक्सर इंसेफेलोपैथी सिर्फ बॉक्सिंग तक ही सीमित नहीं. ये बीमारी अमेरिकी फुटबॉल में भी बहुत आम है. साइंस पत्रिका के मुताबिक नेशनल लीग का एक खिलाड़ी साल में औसतन 600 से बार हेलमेट पर टक्कर खाता है. कड़े होने के बावजूद हेलमेट इतनी ज्यादा टक्करों को हर वक्त बर्दाशर्त नहीं कर सकते.
तस्वीर: picture alliance/dpa/Drago Prvulovicखेल में दिमाग पर चोट खाने का जोखिम आइस हॉकी में बहुत ज्यादा होता है. सख्त बर्फ पर दूसरे से टकराने वाले या गिरने वाले खिलाड़ियों के सिर पर बहुत ज्यादा चोटें लगती हैं. इन चोटों से दिमाग में प्रोटीन का संतुलन गड़बड़ाने लगता है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/The Canadian Press/Jason Fransonआम तौर पर फुटबॉल में कॉर्नर पर हेड मारकर गोल करना गजब का पल होता है. लेकिन कई बार खिलाड़ी बॉल के बजाए एक दूसरे पर सिर मार बैठते हैं. मस्तिष्क के लिए यह ठीक नहीं.
तस्वीर: picture-alliance/dpaतुलनात्मक रूप से सुरक्षित दिखने वाले बेसबॉल में भी जोखिम कम नहीं. पंच ड्रंक सिंड्रोंम से पीड़ित बेसबॉल के एक खिलाड़ी ने 36 साल में आत्महत्या कर ली. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि खेल के दौरान सिर पर लगी चोट ने खिलाड़ी की सोच पर क्या असर डाला.
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