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जब शादी पर जश्न, तो तलाक पर क्यों नहीं

८ जुलाई २०११

शादियां तो दुनिया भर में जश्न के साथ होती हैं पर जापानी लोग तलाक भी उसी शानौशौकत के साथ लेते हैं. दोस्तों से घिरे सुंदर कपड़ों में सजे धजे पति-पत्नि बाकायदा एक पुरोहित सरीखे व्यक्ति के सामने शादी की अंगूठियां तोड़ते हैं.

क्या अब तलाक भी ऐसे ही होंगेतस्वीर: UNI

हीरोकी तेराई डाइवोर्स प्लानर है. जिस तरह हाल में आई फिल्म बैंड बाजा बरात में वेंडिग प्लानर बिट्टू और श्रुति लोगों की शादी को यादगार बनाते हैं, उसी तरह हीरोकी लोगों के तलाक के लम्हे को यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ते. दरअसल वह औपचारिक तलाक से एक दिन पहले शानदार पंडाल सजाते हैं और फिर उसमें शादीशुदा जोड़े को बुलाया जाता है ताकि सब दोस्तों को बता सकें कि वे एक दूसरे से कितने असंतुष्ट हैं. ज्यादातर मामलों में फिर दोनों लोग मुस्कराते हुए अपने नए जीवन की शुरुआत में जुट जाते हैं.

होरोकी का कहना है, "मुझे नहीं लगता कि तलाक कोई बुरी बात है. एक दूसरे को तनाव देते रहने से अच्छा है कि अलग हो कर एक नए जीवन की शुरुआत की जाए." 1960 के दशक से जापान में तलाक लेने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. उस वक्त तलाक लेने वालों की सालाना औसतन संख्या 70 हजार हुआ करती थी जो 2009 में चार गुना बढ़ कर लगभग ढाई लाख के पार पहुंच गई है.

हीरोकी का कहना है, "मुझे बचपन से ही हैरानी होती थी कि लोग अपने तलाक का फंक्शन क्यों नहीं करते, जबकि शादी पर तो बहुत जश्न मनाया जाता है. आपसी समझदारी से अलग होने को मैं अच्छा मानता हूं. अगर मेरा तलाक होता है तो मैं उसका भी जश्न मनाऊंगा." पिछले हफ्ते ही उन्होंने अपने करियर के 79वें जोड़े का तलाक का शानदार फंक्शन आयोजित कराया. 38 साल के केंजी और उनकी पत्नी ने हंसी खुशी एक नए जीवन की शुरुआत की.

डाइवोर्स सेरेमनी से पहले केंजी ने टोक्यो में बताया, "हमारी शादी को सात साल हो गए हैं, इसे खत्म करना इतना आसान नहीं है. यह सिर्फ एक कागज पर दस्तखत कर देना नहीं है. यह मौका है खुल कर अपनी बात कहने का और फिर नई शुरुआत करने का." हालांकि उनकी पत्नी इस आयोजन से इतनी खुश नहीं दिखी. वह कहती हैं, "मैं यह सब इसलिए कर रही हूं कि जल्द ही मेरे पूर्व पति हो जाने वाले केंजी को यह पसंद है." वह अपनी तलाक के इस फंक्शन में पूरी तरह काले कपड़े पहन कर आई हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः ओ सिंह

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