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जर्मनी को फिर नए राष्ट्रपति की तलाश

१८ फ़रवरी २०१२

जर्मन राष्ट्रपति क्रिस्टियान वुल्फ अपने पद से इस्तीफा तो दे चुके हैं लेकिन उनके बाद राष्ट्रपति पद का हकदार कौन होगा, इस सिलसिले में कई सवाल उठ रहे हैं. विपक्ष की पार्टियों को सरकार ने कहा, मामले को और मुश्किल न बनाएं.

वुल्फ(दाएं) को बधाई देते योखिम गाउकतस्वीर: picture-alliance/dpa

जर्मन संसद में क्रिश्चियन डेमोक्रैटिक यूनियन (सीडीयू) और क्रिश्चियन सोशल यूनियन (सीएसयू) के प्रमुख पेटर आल्टमायर विपक्ष के सोशल डेमोक्रैट्स (एसपीडी) और ग्रीन पार्टी के रवैये से नाराज हैं. उनका कहना है कि अगर एसपीडी और ग्रीन्स राष्ट्रपति के चुनाव के दौरान शर्तों को रखने से बचें, तो यह काम आराम से हो जाएगा.

विपक्षी पार्टियों ने कहा है कि सत्ताधारी गठबंधन राष्ट्रपति पद के लिए किसी ऐसे व्यक्ति को न चुने, जो मंत्रिमंडल में पहले से शामिल है. आल्टमायर ने कहा है कि ऐसे बयान "का कोई फायदा नहीं है." उनके मुताबिक चांसलर अंगेला मैर्केल अपनी पार्टी के बाहर भी उम्मीदवारों की खोज में हैं, लेकिन "अगर सीडीयू और ग्रीन्स बेकार में अपनी शर्तें सामने रखना शुरू करें, तो शायद इसमें परेशानी आए." हालांकि आल्टमायर का कहना है कि ऐसे मामलों में इस तरह की बहस होती है और अटकलें भी लगती रहती है.

कोलोन के कार्नेवाल में भी जनता ने वुल्फ की खूब खिल्ली उड़ाईतस्वीर: dapd

लगभग ढाई महीनों से आरोपों की बरसात झेल रहे जर्मन राष्ट्रपति क्रिस्टियान वुल्फ ने शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया. चांसलर मैर्केल अब एक ऐसे व्यक्ति को ढूंढना चाहती हैं जिन्हें सारी पार्टियों की सहमति मिले. इसलिए वह सीडीयू और ग्रीन्स के नेताओं से भी बातचीत करना चाहती हैं. वहीं, विपक्ष अटकलें लगा रहा है कि शायद एक अच्छा उम्मीदवार चुनने के चक्कर में मैर्केल एसपीडी और ग्रीन्स के करीब तो आएंगी लेकिन सत्ता के गठबंधन में उनका साथ दे रही एफडीपी पार्टी को पीछे छोड़ दे. हालांकि आल्टमायर इन विचारों को खारिज कर रहे हैं. उनका कहना है कि एफडीपी के साथ सीडीयू के गठबंधन पर कोई सवाल नहीं उठा सकता है.

इस बीच श्लेसविग होल्श्टाइन राज्य में एफडीपी प्रमुख वोल्फगांग कुबित्सकी और एसपीडी प्रमुख जिगमार गाबरियल चाहते हैं कि जाने माने पादरी और पूर्वी जर्मनी के सामाजिक कार्यकर्ता योआखिम गाउक को दोबारा उम्मीदवार के तौर पर रखा जाए. शनिवार को एक जर्मन रेडियो से बात कर रहे कुबित्सकी ने कहा कि गाउक ऐसे उम्मीदवार हैं जिन्हें जर्मन संसद में सारी पार्टियां पसंद करती हैं.

क्या श्टाइनमायर को मिलेगा मौका?तस्वीर: picture-alliance/dpa

कुबित्सकी का कहना है कि इस वक्त सबसे जरूरी है कि जर्मनी में जनता के राजनीति पर विश्वास को दोबारा स्थापित किया जाए. गाउक के बारे में कहा जाता है कि वह किसी पार्टी से जुड़े नहीं हैं, उनके बात करने का तरीका अच्छा है और वह बहुत ही मुश्किल और विवादित मुद्दों पर "कड़वी सच्चाइयों" को आराम से पेश कर सकते हैं. जर्मनी के एकीकरण के बाद गाउक को पूर्वी जर्मनी की खुफिया एजेंसी श्टासी के दस्तावेजों की जांच की जिम्मेदारी दी गई थी. वुल्फ सहित गाउक भी दो साल पहले राष्ट्रपति पद के लिए खड़े हुए थे. एसपीडी के नेता फ्रांक वाल्टर श्टाइनमायर और सीडीयू के क्लाउस टोएप्फर को भी राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारों के तौर पर देखा जा रहा है. जर्मनी के पूर्व विदेश मंत्री श्टाइनमायर 2010 में अंगेला मैर्केल के खिलाफ चांसलर पद के लिए खड़े हुए थे.

रिपोर्टः युर्गन सूरहाइडा, डीपीए, रॉयटर्स/एमजी

संपादनः ए जमाल

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