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जर्मनी ने अजरबैजान को रौंदा

८ सितम्बर २०१०

फुटबॉल वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन करने वाली युवा जर्मन टीम ने यूरो 2012 क्लालिफायर में भी जबरदस्त खेल जारी रखा. मंगलवार को जर्मन टीम ने अजरबैजान को 6-1 से धो डाला. फ्रांस ने भी लंबे वक्त बाद जीत का मुंह देखा.

तस्वीर: AP

यूरो 2012 के क्वालिफाईंग मुकाबलों में जर्मन टीम ने मंगलवार को लगातार दूसरी जीत दर्ज की. टीम के दिग्गज खिलाड़ी पूरी लय में दिखे. पहला गोल वर्ल्ड कप योद्धा मिरोस्लाव क्लोजे ने दागा. अपने करियर का 103वां मैच खेलने वाले क्लोजे ने दनदाते हुए दो गोल दागे. इस तरह 32 साल के इस खिलाड़ी ने अंतरराष्ट्रीय मैचों में 55 गोल करने का श्रेय हासिल कर लिया.

जर्मन फुटबॉल लीग बुंडेसलीगा में निराशाजनक प्रदर्शन करने वाले लुकास पोडोल्स्की ने भी अपने घरेलू मैदान पर शानदार खेल दिखाया. कोलोन स्टेडियम में पोडोल्स्की ने आलोचकों को करारा जवाब देते हुए एक गोल दागा और क्लोजे को कुछ बेहतरीन पास दिए. 90वें मिनट में उन्होंने क्लोजे को स्कोर 6-1 करने का मौका दिया. बाकी काम क्लोजे ने कर दिया. मैच का आर्कषण 85वें मिनट में हुआ एक गोल भी रहा. नए जर्मन खिलाड़ी होल्गर बाडस्टुबेएग ने कॉर्नर शॉट को हेडर मारा और गेंद गोली के सामने टप्पा खाकर जाली में घुस गई. यह जर्मनी का पांचवां गोल था.

जीत का जश्न मनाती जर्मन टीमतस्वीर: AP

मैच के बाद कोच योआखिम लोएव ने टीम की खुलकर तारीफ की. लोएव ने कहा, ''टीम ने उच्च कोटि का खेल दिखाया. कई खिलाड़ियों का तालमेल गजब का था. यह देखना वाकई में अच्छा रहा कि टीम वर्ल्ड कप से ही लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही है. अब लगता है कि टीम स्वचालित ढंग से बढ़िया प्रदर्शन कर रही है.''

लोएव ने पोडोल्सकी की आलोचना करने वालों पर भी निशाना साधा. आलोचकों को चुप कराते हुए उन्होंन कहा, ''पोडोल्स्की ने शानदार खेल दिखाया. राष्ट्रीय टीम के लिए उन्होंने 81 मैचों में 41 गोल दागे हैं, यह दिखाता है कि वह कितनी बड़ी ताकत हैं.''

इस धमाकेदार जीत के साथ ही जर्मनी ग्रुप ए की अंकतालिका में अब तुर्की के साथ सबसे ऊपर आ गया है. जर्मनी और तुर्की ने अब तक अपने दोनों मैच जीते हैं. लेकिन बुधवार को इनमें से एक टीम के नीचे फिसलने के आसार है. बर्लिन में जर्मनी और तुर्की के बीच टक्कर होगी.

क्लोजे का करिश्माई प्रदर्शन बरकरारतस्वीर: AP

वर्ल्ड कप में तीसरे स्थान पर रहने वाली जर्मन टीम की यूरो 2012 क्लालिफायर की शुरुआत थोड़ी मुश्किल रही. शुक्रवार को टीम बड़ी मुश्किल से बेल्जियम से जीत सकी. कमजोर मानी जा रही बेल्जियम की टीम के खिलाफ जर्मनी सिर्फ एक गोल दाग सका था. शानदार जीत ने जर्मन कप्तान फिलिप लाम को भी खासी राहत दी है. चोट से उबरने के बाद मिडफील्डर मिषाएल बलाक लगातार कप्तानी वापस मांग रहे हैं. ऐसे में बलाक के बिना टीम का बढ़िया प्रदर्शन लाम और उनकी कप्तान के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है.

मंगलवार को खेले गए अन्य मुकाबलों में इंग्लैंड, फ्रांस और इटली की भी जीत हुई. वर्ल्ड कप में खराब प्रदर्शन करने वाली इन तीनों टीमों ने बढ़िया खेल दिखाया. इंग्लैंड ने तो स्विटजरलैंड को 3-1 से हरा दिया. स्विटजरलैंड ने वर्ल्ड कप में वर्ल्ड चैंपियन स्पेन को हराया था. वहीं मंगलवार को फ्रांसीसी टीम को भी छह मैचों बाद जीत नसीब हुई. उधर पुर्तगाल की हालत अब नाजुक हो गई है. कोच के निलंबित होने और क्रिस्टियानो रोनाल्डो के चोटिल होने की वजह से टीम पहला मैच ड्रॉ खेल बैठी और मंगलवार को तो नॉर्वे ने 1-0 से हरा ही दिया.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ ओ सिंह

संपादन: एन रंजन

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