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जर्मनी में अनिवार्य सैन्य सेवा आज से समाप्त

१ जुलाई २०११

आज से जर्मनी में 50 साल से चली आ रही अनिवार्य सैन्य सेवा समाप्त कर दी गई है. इसका असर अनिवार्य असैनिक सेवा पर भी हुआ है जिसके कारण सामाजिक सेवाओं में कर्मचारियों की कमी होने की आशंका है.

तस्वीर: dapd

पुरुषों के लिए अनिवार्य सैन्य सेवा की जगह स्वैच्छिक सैन्य सेवा शुरू की जा रही है और अनिवार्य असैनिक सेवा के स्थान पर संघीय स्वैच्छिक सेवा बीएफडी शुरू की जा रही है. शुक्रवार को औपचारिक रूप से अनिवार्य सैन्य सेवा को निरस्त कर दिया गया.

रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि सोमवार को 3400 रंगरूट 23 महीने की स्वैच्छिक सेवा शुरू करेंगे. जर्मन सेना कुल मिलाकर हर 15 हजार स्वैच्छिक सेवा वाले सैनिकों की भर्ती करना चाहती है. उन्हें मुफ्त खाने और निवास के अलावा हर महीने 800 से 1100 यूरो का मासिक भत्ता मिलेगा.

जर्मन सरकार को उम्मीद है कि नई संघीय स्वैच्छिक सेवा बीएफडी में लोगों की दिलचस्पी तेजी से बढ़ेगी. परिवार मंत्रालय के राज्य मंत्री हरमन कूस का कहना है कि इस सेवा में दिलचस्पी दिखाने वाले युवाओं की संख्या हर दिन बढ़ रही है.

तस्वीर: dapd

बीएफडी अब तक सैन्य सेवा के साथ चल रही असैनिक सेवा का स्थान ले रही है. जो लोग सैन्य सेवा नहीं करना चाहते थे या उसके योग्य नहीं होते थे, उन्हें असैनिक सेवा में लगाया जाता था. अनिवार्य सेवा समाप्त करने के बाद आशंका पैदा हो गई थी कि अस्पतालों और ओल्ड होम जैसे सामाजिक सुरक्षा संस्थानों में कम पैसे पर काम करने वाले कामगारों की कमी हो जाएगी.

परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार 3000 लोगों के साथ बीएफडी का कॉन्ट्रैक्ट किया गया है. इसके अलावा असैनिक सेवा कर रहे 14000 लोगों ने अपना कॉन्ट्रैक्ट बढ़ा लिया है. अगले साल से जर्मन सरकार 35000 लोगों को असैनिक क्षेत्र में काम के लिए संघीय स्वैच्छिक सेवा में भर्ती करना चाहती है. उन्हें हर महीने मुफ्त खाने पीने और निवास के अलावा 330 यूरो का मासिक भत्ता मिलेगा.

इसके अलावा युवा लोग हाई स्कूल पास करने के बाद विश्वविद्यालय शिक्षा शुरू करने से पहले सामाजिक या पर्यावरण कामों के लिए एक साल के स्वैच्छिक कार्यक्रम में भर्ती हो सकते हैं. इसकी वित्तीय जिम्मेदारी प्रांतों की है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा

संपादन: ए कुमार

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