जर्मनी में चाकू लिए हमलावर की पुलिस कार्रवाई में मौत
६ जनवरी २०२०
जर्मन शहर गेल्जेनकिर्शेन में पुलिस ने हाथ में चाकू लिए हुए एक तुर्क व्यक्ति को मार गिराया. पुलिस का कहना है कि यह व्यक्ति अधिकारियों पर हमला करने वाला था.
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पुलिस प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि यह व्यक्ति गेल्जेनकिर्शेन में ही रहता था. जब वह पुलिस की गाड़ी से टकराया था तो उसके हाथ में कुछ था और उसके "हाथ में जो चीज थी", उसने उसे उठाया और गाड़ी के पास खड़े पुलिस अफसर पर हमला करने की कोशिश की.
प्रवक्ता के मुताबिक अधिकारियों को फिर पता चला कि उसके हाथ में चाकू था जो उसने अपनी पीठ के पीछे छिपा रखा था. पुलिस का कहना है कि इस व्यक्ति को कई चेतावनियां दी गई, लेकिन जब वह नहीं रुका तो 23 साल के एक पुलिसकर्मी ने उस पर गोली चलाई जिससे उसकी मौत हो गई.
जब पुलिस प्रवक्ता से इन मीडिया रिपोर्टों के बारे में पूछा गया कि क्या तुर्क व्यक्ति ने "अल्ला हू अकबर" के नारे भी गए, तो उन्होंने कहा कि यह सब "अफवाहें" हैं. हाल के सालों में जर्मनी में इस्लामी कट्टरपंथियों ने कई हमले किए हैं, जिन्हें देखते हुए पुलिस सतर्क है.
जर्मनी में पिछले डेढ़ साल के दौरान पुलिस कई आतंकवादी हमलों की साजिशों को नाकाम बनाने में कामयाब रही. इस्लामी आतंकवाद के निशाने पर आए जर्मनी में हुई चरमपंथी घटनाओं पर एक नजर.
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अप्रैल, 2017
जर्मन फुटबॉल क्लब बोरुसिया डॉर्टमुंड के खिलाड़ियों की बस के करीब तीन धमाके हुए. उस वक्त टीम 11 अप्रैल को चैंपियंस लीग का क्वार्टरफाइनल मुकाबला खेलने जा रही थी. इस घटना में एक खिलाड़ी घायल हुआ है. पुलिस अभी इसे आतंकी घटना नहीं मान रही है. जांच जारी है.
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दिसंबर, 2016
बर्लिन के एक क्रिसमस बाजार में जर्मनी का सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ जिसमें 12 लोग मारे गए थे. हमले के पीछे एक ट्यूनीशियाई युवक था जिसकी शरण की अर्जी ठुकरा दी गई थी. बाद में वह मिलान में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया.
तस्वीर: Reuters/F. Bensch
लाइपजिग अक्टूबर 2016
पुलिस ने लाइपजिग में 22 साल के एक सीरियाई शरणार्थी को गिरफ्तार किया. केमनित्स में उसके अपार्टमेंट से विस्फोटक और बम बनाने की सामग्री मिली थी. वह बर्लिन एयरपोर्ट पर हमले की संदिग्ध योजना बना रहा था. दो दिन बाद उसने खुद को जेल में फांसी लगा ली.
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अंसबाख, जुलाई 2016
जुलाई में इस्लामिक स्टेट ने शरणार्थियों द्वारा किए गए दो हमलों की जिम्मेदारी ली. बवेरियन शहर अंसबाख में एक वाइन बार में हुए धमाके में 15 लोग घायल हुए. हमलावर ने खुद को भी मार दिया.
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वुर्त्सबुर्ग, जुलाई 2016
17 साल का एक शरणार्थी कुल्हाड़ी और चाकू लेकर एक ट्रेन में चढ़ गया और उसने हांगकांग के एक सैलानी परिवार के चार सदस्यों और एक अन्य व्यक्ति को घायल कर दिया. पुलिस की गोली से हमलावर मारा गया. पुलिस के मुताबिक हमलावर आईएस से प्रेरित था.
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डुसेलडॉर्फ, मई 2016
तीन जर्मन राज्यों नॉर्थ राइन वेस्टफेलिया, ब्रांडेनबुर्ग और बाडेन वुर्टेमबर्ग में आईएस के तीन संदिग्ध सदस्य गिरफ्तार किए गए. अधिकारियों का कहना है कि इनमें से दो की योजना नॉर्थ राइन वेस्टफेलिया की राजधानी डुसलडॉर्फ के व्यस्त इलाके में खुद को उड़ाने की थी.
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एसेन, अप्रैल 2016
पुलिस ने एसेन में एक सिख गुरुद्वारे पर हुए धमाके के सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया. धमाका एक शादी के दौरान हुआ जिससे इमारत की खिड़कियां और दीवारों को नुकसान हुआ.
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हनोवर फरवरी 2016
जर्मन-मोरक्कन साफिया एस पर उत्तरी शहर हनोवर में एक पुलिस अधिकारी को चाकू घोंपने के आरोप तय किए गए. 16 वर्ष की इस लड़की पर आईएस से प्रेरित होने का संदेह है.
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बर्लिन, फरवरी 2016
पुलिस ने बर्लिन में आतंकवादी हमले की योजना बनाने के संदिग्ध तीन अल्जीरियाई लोगों को गिरफ्तार किया जो आईएस से जुड़े थे. बर्लिन के अभियोजकों का कहना है कि उन्हें जर्मन राजधानी को निशाना बनाए जाने की "पुख्ता" योजना का पता चला था.
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ओबरउर्सेल, अप्रैल 2015
पुलिस को एक बाइक रेस उस वक्त रद्द करानी पड़ी जब पता चला कि इसे आतंकवादी हमले के जरिए निशाना बनाया जा सकता है. इस सिलसिले में एक तुर्क मूल के जर्मन और उसकी 34 वर्षीय पत्नी को गिरफ्तार किया गया. पुलिस को उनके घर से विस्फोटक मिले.
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जर्मनी में सबसे घातक हमला दिसंबर 2016 में बर्लिन के एक क्रिसमस मेले में हुआ था जब हमलावर ने एक ट्रक लोगों पर चढ़ा दिया था. इस हमले में 12 लोग मारे गए थे. हाल के वर्षों में जर्मनी में दर्जनों संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया और उन पर आतंकवादी हमलों की योजना बनाने के आरोप तय किए गए हैं.
गेल्जेनकिर्शेन में पुलिस कार्रवाई में मारे गए व्यक्ति की उम्र 37 साल बताई गई है. उसकी पृष्ठभूमि के बारे में पूछे गए सवाल पर पुलिस का कहना है कि यह जांच का विषय है. पुलिस ने इस घटना के कई चश्मदीदों को पूछताछ के लिए बुलाया है, ताकि उसके बारे में जानकारी जुटाई जा सके. पुलिस का कहना है कि उन्होंने अब ये मामला एसेन शहर के अभियोजन कार्यालय को सौंप दिया है.
इस बीच, फ्रांस में भी रविवार को ऐसी घटना सामने आई. स्थानीय मीडिया की रिपोर्टों में कहा गया है कि हाथ में चाकू लिए एक व्यक्ति "अल्ला हू अकबर" के नारे लगाते हुए पुलिस की तरफ दौड़ रहा था. पुलिस ने गोली चलाई, जिसमें वह घायल हो गया. यह घटना मेत्स शहर की है. स्थानीय अभियोजन कार्यालय का कहना है कि वह फ्रांस के आतंकवाद विरोधी अभियोजन विभाग के संपर्क में है. फ्रांस के गृह मंत्री ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा है कि मामले की जांच शुरू हो चुकी है.
बटुआ खो गया हो, घर में चोरी हो गई हो, तब तो पुलिस को फोन करना बनता है लेकिन मूड अच्छा नहीं है, इसलिए भी कोई पुलिस को फोन करता है? जानिए जर्मनी में पुलिस की हॉटलाइन पर कैसे कैसे फोन आते हैं.
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मत करो फोन
जर्मनी में अलग अलग शहरों की पुलिस ट्विटर पर #NoNotruf चला रही हैं. मतलब हुआ हॉटलाइन के लायक नहीं. इसके साथ पुलिस हॉटलाइन पर आने वाली कॉल के उदाहरण दे रही है. जानिए क्या क्या कहा लोगों ने.
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बड़ी समस्या
"मैं बहुत बड़ी समस्या में हूं. हेयर ड्रेसर के पास बैठी हूं. तीन बार बाल रंगा चुकी हूं लेकिन सही रंग नहीं आ रहा है. आप मेरी मदद कीजिए."
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पैसे निगल गई
"वेंडिंग मशीन में मेरे ढाई यूरो अटक गए हैं. मशीन ने पैसे तो ले लिए लेकिन सामान नहीं दिया. अब मैं क्या करूं?"
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सताया हुआ
"मेरी एक गर्लफ्रेंड है. मुझे लगता है कि उसका दिमागी संतुलन बिगड़ गया है. मुझे उसे गर्लफ्रेंड बना कर नहीं रखना. आप कुछ कीजिए."
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बोतल ले लो
"खाली बोतल लेने वाली मशीन मेरी बोतल को वापस कर रही है. उसे मेरी बोतल लेनी चाहिए."
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सिगरेट ही दे दो
"मेरा मूड अच्छा नहीं है क्योंकि मेरे पास फूंकने के लिए कुछ नहीं है. क्या करूं?"
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छोटी सी मदद
"क्या आप मुझे सुबह छह बजे उठा सकते हैं प्लीज. मेरा अलार्म आजकल बहुत धीरे बज रहा है."
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मेरी प्यारी टीशर्ट
"मेरी एक्स गर्लफ्रेंड मेरी टीशर्ट नहीं लौटा रही है. मेरी मदद कीजिए."
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मुर्गे की बांग
"मेरे आंगन में कोई अनजान मुर्गा घुस आया है और बहुत शोर कर रहा है. मुझे नहीं पता कहां से आ गया."
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मीटिंग जरूरी है
"मैं ट्रैफिक जाम में फंसा हूं और मेरी एक बहुत जरूरी मीटिंग है. क्या फायरब्रिगेड और पुलिस मुझे यहां से निकाल नहीं सकते?"
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पुलिस का एक ट्वीट
"अगर आपको बुरी तरह जुकाम हो गया है, तो ये दुखद है. लेकिन इसके लिए अपने डॉक्टर से मिलिए, एम्बुलेंस मत बुलाइए."
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एक और ट्वीट
"किसी ने फोन करके बताया कि घर की चाभी अंदर ही रह गई है. तो आप ताला तोड़ने वाले को बुलाइए. इसमें हम आपकी क्या मदद कर सकते हैं?"
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अपने काम से काम रखो
एक घर में आग लगने के बाद पुलिस को ये ट्वीट करना पड़ा - दमकलकर्मी और डॉक्टर घटनास्थल पर हैं. जिन लोगों का हादसे से कोई लेना देना नहीं है, वो फोन कर कर के कृपया ये ना पूछें कि वहां क्या चल रहा है.
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साठ के दशक का एक उदाहरण
"मेरे पोते के बैग में खाना रखा है. वो जू जा रहा है. क्या आप उसे कह देंगे कि बैग सीधा ही रखे, नहीं तो रस बाहर आ जाएगा."
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एक महिला का फोन
"आज तो आप लोग पार्टी कर रहे होंगे. आज एमरजेंसी कॉल का दिन है. मैंने सोचा मैं भी मुबारकबाद दे दूं."